पी.एम मोदी द्वारा लॉकडाउन के दौरान 150 करोड़ लोगो को रोज़गार दिलाने का दवा वायरल
बूम ने पाया कि नेटिज़ेंस एक न्यूज़ चैनल के टेम्पलेट पर किए गए इस दावे को लेकर भाजपा सरकार का मज़ाक उड़ा रहे हैं.
आजतक न्यूज़ चैनल (Aaj Tak ) के एक वायरल ग्राफ़िक पर, "कोरोना-काल मे लॉकडाउन के समय भाजपा सरकार ने डेढ़ सौ करोड़ लोगों को रोजगार दिया: PM मोदी" लिखा है. कई सोशल मीडिया यूज़र्स इससे शेयर कर रहे हैं. आपको बता दें कि यह ग्राफ़िक फ़र्ज़ी है.
बूम ने पाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस तरह का कोई भाषण नहीं दिया है. उन्होंने एक भाषण दिया है जिसपर आजतक का प्रसारण मौजूद है पर वायरल भाषण फ़र्ज़ी है.
वीडियो में दिख रही यह महिला अटल बिहारी वाजपेयी की भतीजी नहीं है
इसी वायरल ग्राफ़िक में दूसरे लॉकडाउन (second lockdown) की संभावना भी जाहिर की गयी है. एक सोशल मीडिया यूज़र ने ग्राफ़िक साझा करते हुए लिखा: "स्मेक , चरस गांजा सब एक साथ नशा करता है ये. बच्चे बच्चे को मिला है रोजगार. PM केयर्स फण्ड का क्या हुआ? कितने पैसे जनता के ऊपर खर्च हुए?सबको खा गया नशा कर गया सबका"
ऐसी ही कुछ पोस्ट्स नीचे देखें और इनके आर्काइव्ड वर्शन यहां और यहां देखें.
प्रयागराज कुम्भ की तस्वीर शेयर कर नेटिज़ेंस ने किया गलत दावा
फ़ैक्ट चेक
बूम ने इंटरनेट पर न्यूज़ रिपोर्ट्स खंगाली पर प्रधानमंत्री के कथित वायरल बयान जैसा कोई बयान हमें नहीं मिला.
क्योंकि वायरल ग्राफ़िक आजतक चैनल का था, हमनें आजतक के यूट्यूब चैनल पर खोज की. एक काफी लम्बा वीडियो हमें मिला जिसमें प्रधानमंत्री 'टीका उत्सव' के बारे में चर्चा कर रहे हैं.
इस वीडियो के समय बिंदु 34.06 से देखा जा सकता है कि वही ग्राफ़िक है जिसका इस्तेमाल फ़र्ज़ी वायरल ग्राफ़िक बनाने में किया गया है.
वायरल ग्राफ़िक और वास्तविक वीडियो की तुलना नीचे देखें.
इसके अलावा वायरल ग्राफ़िक में पुनः लॉकडाउन की बात भी सच नहीं है. नरेंद्र मोदी ने 9 अप्रैल को पुष्टि की है कि पूर्ण लॉकडाउन की ज़रूरत नहीं है. इसका मतलब फिलहाल भारत में लॉकडाउन नहीं लगने वाला है.
मंदिर में टूटी मूर्तियां दिखाती इस वीडियो में कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है