क्या पीएम मोदी ने कहा कि वो जाटों के घर से लस्सी मांगकर लाते थे? फ़ैक्ट चेक
बूम ने पाया कि वायरल ग्राफ़िक की तस्वीर को डिजिटल रूप से एडिट किया गया है. ओरिजिनल इंडिया टीवी ग्राफ़िक में प्रधानमंत्री मोदी के हवाले से ऐसा कोई बयान नहीं दिखाया गया है.
हिंदी समाचार चैनल इंडिया टीवी न्यूज़ का एक ग्राफ़िक सोशल मीडिया पर ग़लत दावे से वायरल है. ग्राफ़िक इस दावे के साथ वायरल है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह जाटों के घर से लस्सी मांगते थे. ग्राफ़िक आगे दावा करता है कि प्रधानमंत्री मोदी ने यह भी कहा कि वह 'जाटलैंड' में बीस साल तक रहे हैं.
बूम ने पाया कि वायरल ग्राफ़िक की तस्वीर को डिजिटल रूप से एडिट किया गया है. ओरिजिनल इंडिया टीवी ग्राफ़िक में प्रधानमंत्री मोदी के हवाले से ऐसा कोई बयान नहीं दिखाया गया है.
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वायरल ग्राफ़िक में लिखा है, "मैं जाटों के घर से लस्सी मांग कर लाता था- नरेंद्र मोदी, मैं 20 वर्ष जाटलैंड में रहा हूँ – नरेंद्र मोदी"
सोशल मीडिया पर इस वायरल ग्राफ़िक की तस्वीर को "लस्सी तब याद आई जब जाटों ने छटी का दूध याद दिला दिया" कैप्शन देकर शेयर किया जा रहा है.
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एक अन्य फ़ेसबुक यूज़र ने इसी वायरल ग्राफ़िक से मिलता दूसरा ग्राफ़िक भी शेयर किया है जिसपर लिखा है, "मैंने जाटों की सेवा की है – पीएम मोदी"
यूज़र ने कैप्शन दिया, "आ गई याद जाटों की..कल तक तो खालिस्तानी और आंदोलनजीवी न जाने क्या क्या कहते थे"
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मुलायम सिंह यादव और स्मृति ईरानी से जोड़कर वायरल यह दावा फ़र्ज़ी है
फ़ैक्ट चेक
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल ग्राफ़िक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को उसी पगड़ी में देखा जा सकता है जो उन्होंने 28 जनवरी, 2022 को नई दिल्ली के करियप्पा ग्राउंड में एनसीसी कैडेटों को संबोधित करने के दौरान पहनी थी.
वायरल इंडिया टीवी ग्राफ़िक में दायीं ओर नीचे एक टाइम स्टैम्प दिखाता है जिसमें शुक्रवार और दोपहर 1.05 बजे का समय देखा जा सकता है.
इससे हिंट लेते हुए, हमने इंडिया टीवी के यूट्यूब चैनल पर सर्च किया तो 28 जनवरी 2022 को एनसीसी कार्यक्रम का प्रसारण दिखाती एक न्यूज़ रिपोर्ट मिली. वीडियो रिपोर्ट नीचे देखी जा सकती है.
इसके बाद हमने हेडलाइंस और टिकर को जांचा और पाया कि दोपहर 1.05 बजे के समय इंडिया टीवी चैनल ने प्रधानमंत्री मोदी के हवाले से ऐसा कोई बयान नहीं दिखाया जो वायरल ग्राफ़िक में दिखाया गया है.
हमने वायरल ग्राफ़िक और इंडिया टीवी प्रसारण के बीच तुलना की है. नीचे देखें.
हमने 28 जनवरी, 2022 को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन के दौरान पूरा भाषण भी सुना, जिसे उनके आधिकारिक फ़ेसबुक पेज से लाइव स्ट्रीम किया गया था. पूरे भाषण के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जाट, लस्सी, जाटलैंड से संबंधित कोई बयान नहीं दिया.
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