मोरल पुलिसिंग का पुराना वीडियो सांप्रदायिक दावे से वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है. ये घटना तब हुई थी जब दो मुस्लिम लड़कियां अपने इसाई दोस्त से अपना बुर्का वापस ले रही थीं.
सोशल मीडिया पर हिंदुत्व समूह द्वारा दो मुस्लिम लड़कियों के साथ मोरल पुलिसिंग का एक वीडियो वायरल है. वीडियो को सांप्रदायिक रंग देते हुए दावा किया जा रहा है कि मुस्लिम लड़की अपनी हिंदू दोस्त को बुर्का पहनने और मुस्लिम लड़के के साथ जाने के लिए प्रेरित कर रही है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है. ये घटना तब हुई थी जब दो मुस्लिम लड़कियां अपने इसाई दोस्त से अपना बुर्का लेने की कोशिश कर रही थीं. इससे हिंदूवादी समूह के कुछ लोगों ने समझा कि मुस्लिम लड़की हिंदू लड़की को बुर्का दे रही है, जिसके बाद उन्होंने हंगामा कर दिया.
2 मिनट 19 सेकेंड के इस वीडियो में कुछ लोग लड़कियों पर चिल्लाकर उनसे सवाल पूछते और उन्हें परेशान करते देखे जा सकते हैं. वीडियो में वे उनसे उनके ओरिजिन और बुर्का पहनने के कारण पूछ रहे हैं.
एक्स के एक वेरिफाइड यूजर ने वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, 'जागो हिंदुओं इस बुर्के वाली लड़की ने उस हिंदू लड़की का ब्रेन वॉश किया जो वीडियो फ्रेम में भी है. वह हिंदू लड़की को बुर्का पहनने और शांतिप्रिय लड़के (जो वीडियो में गलियारे में खड़ा दिखाई दे रहा है) के साथ जाने के लिए कहती हुई पकड़ी गई. लव जिहाद ये है.'
बूम ने पहले भी @ajaychauhan41 (हम लोग We The People) नाम के इस एक्स हैंडल द्वारा फैलाए गए कई गलत दावों का फैक्ट चेक किया है. रिपोर्ट यहां, यहां, और यहां पढ़ा जा सकता है.
एक्स पर एक और वेरिफाइड यूजर, भगवा क्रांति ने भी इसी दावे से वीडियो को शेयर किया है.
फैक्ट चेक
हमने सबसे पहले वीडियो को ध्यानपूर्वक देखा, वीडियो में कन्नड़ भाषा में बातचीत की जा रही थी. वायरल दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने कन्नड़ में 'बुर्का' से संबंधित कुछ कीवर्ड्स सर्च किए. इसके जरिए हमें एक्स पर 19 नवंबर, 2021 का पोस्ट किया गया यही वीडियो मिला.
वीडियो को कन्नड़ कैप्शन के साथ पोस्ट करते हुए लिखा गया था, 'सोमवारपेट (कोडगु) अब संघ परिवार के लिए आतंक का गढ़ बनता जा रहा है. यह आज हुई तीसरी घटना है, और सबसे भयावह यह है कि एक हिंदू दोस्त को बुर्का देने पर 2 मुस्लिम छात्रों का वीडियो बनाकर संघ परिवार के गुंडों ने उनके साथ मारपीट की. (कन्नड़ से हिंदी अनुवाद)
इसके अतिरिक्त हमें कर्नाटक के लोकल न्यूज आउटलेट कन्नड़ प्रभा में 19 नवंबर 2021 की एक रिपोर्ट मिली.
इस कन्नड़ रिपोर्ट में बताया गया कि 18 नवंबर 2021 को शाम 4 बजे के करीब 40 से अधिक लोगों की भीड़ ने सोमवारपेट के शनिवारसंथे के KRC सर्कल में सेक्रेड हार्ट स्कूल के छात्रों के पर हमला किया. रिपोर्ट में आगे कहा गया कि झगड़े के दौरान एक लड़की का बुर्का फट गया, छात्रों को चोटें भी आईं, जिसके बाद उन्हें कोडलिपेट के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया.
रिपोर्ट के मुताबिक, पीड़िता के पिता ने बताया कि 18 नवंबर 2021 को उनकी बेटी ने कॉलेज जाने से पहले अपना बुर्का उतार दिया और उसे साथ पढ़ने वाली अपनी एक ईसाई दोस्त को दे दिया, जो उस दिन जल्दी कॉलेज से निकल गई थी. उन्होंने आगे बताया कि यह हंगामा तब हुआ जब उनकी बेटी ने बाद में उस ईसाई दोस्त से अपना बुर्का वापस लेने की कोशिश की.
रिपोर्ट के अनुसार, पीड़िता के पिता ने कहा, 'शाम को मेरी बेटी की सहेली बुर्का लौटाने के लिए कॉलेज के पास इंतजार कर रही थी. बुर्का लौटाने के समय से 40 से ज्यादा गुंडों ने मेरी बेटी और उसकी दोस्त पर हमला कर दिया. लड़कियों को बंद कर दिया गया, उनके साथ मारपीट की गई और उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया.
इसके अलावा इस कन्नड़ प्रभा की रिपोर्ट में यह भी मेंशन किया गया है कि घटना के बाद शनिवारसंथे पुलिस ने POCSO एक्ट के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की थी. इस रिपोर्ट में शनिवरसंथे के SI परशिव मूर्ति का हवाला देते हुए बताया गया कि इस मामले में प्रज्वल और कौशिक नाम के दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया था.
द न्यूज मिनट की 23 नवंबर 2021 की रिपोर्ट में घटना से संबंधित एक तस्वीर के साथ कर्नाटक के कोडागु में उस दौरान दो सप्ताह के अंतराल पर हुए इस तरह के पांच अपराधों का उल्लेख किया था.
14 दिसंबर 2021 के द न्यूज मिनट की एक और रिपोर्ट में बताया गया कि 18 नवंबर को दो मुस्लिम लड़कियों पर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए प्रज्वल और कौशिक को 4 दिसंबर को मदिकेरी जिला जेल से रिहा कर दिया गया. रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि दोनों कैदियों को बाद में शनिवारसंथे ले जाया गया, जहां उन्हें भगवा शॉल से सम्मानित किया गया और बीजेपी नेता एसएन रघु ने उनके साथ तस्वीरें खिंचवाईं.