महाराष्ट्र में लंगूर को बेरहमी से पीटने का वीडियो झूठे सांप्रदायिक दावे से वायरल
लंगूर को पेड़ से उल्टा लटकाकर पीटने वाले वीडियो को गलत सांप्रदायिक दावे से वायरल किया जा रहा है. बूम ने अपनी जांच में पाया कि आरोपी का नाम पवन बांगड़ है.
सोशल मीडिया पर लंगूर को पेड़ से बांधकर बेरहमी से पीटने का वीडियो काफी वायरल हो रहा है. वीडियो को सोशल मीडिया पर सांप्रदायिक दावे से शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि लंगूर को पीटने वाला व्यक्ति मुसलमान है.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि लंगूर को पीटने वाले व्यक्ति के मुसलमान होने का दावा झूठा है. पीटने वाले आरोपी का नाम पवन बांगड़ है. वायरल वीडियो 2017 में महाराष्ट्र के वाशिम जिले में हुई घटना का है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर यूजर ने वीडियो शेयर करते हुए यह दावा किया.
आर्काइव पोस्ट यहां देखें.
फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भी यह वीडियो इसी दावे से वायरल है.
फैक्ट चेक
बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए वीडियो से संबंधित कीवर्ड्स को गूगल पर सर्च किया. इस दौरान 17 दिसंबर 2017 को टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित एक रिपोर्ट मिली. इसमें बताया गया कि घटना महाराष्ट्र के वाशिम जिले के रिसोड शहर से लगभग 25 किलोमीटर दूर कुरहा गांव की है. रिपोर्ट के अनुसार, बंदर को पीटते हुए एक शख्स का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो गया. इसके बाद वन विभाग के अधिकारियों ने स्थानीय पुलिस की मदद से मुख्य आरोपी सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया.
रिपोर्ट में आगे बताया गया कि घटना का मुख्य आरोपी पवन बांगड़ है. आरोपियों पर वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की विभिन्न धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है.
आगे सर्च करने पर हमें इंडिया टुडे पर इसी घटना की एक वीडियो रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट के विवरण में बताया गया कि महाराष्ट्र के वाशिम में एक लंगूर को बेरहमी से पीटने का वीडियो सामने आया है. वन अधिकारियों ने वीडियो में दिख रहे लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है.
न्यूज नेशन और एनडीटीवी पर भी इस घटना की वीडियो रिपोर्ट देखी और पढ़ी जा सकती है.
बूम ने अपनी पड़ताल में पाया कि वायरल वीडियो में लंगूर को पेड़ से उल्टा लटकाकर पीटने वाले व्यक्ति के मुसलमान होने का दावा झूठा है. आरोपी पवन बांगड़ है.