पुलिसकर्मी का महिला को पीटने का पुराना वीडियो संदेशखाली का बताकर वायरल
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो 2020 का है. तब उत्तर 24 परगना में लॉकडाउन के दौरान राशन वितरण में गड़बड़ी को लेकर पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प हुई थी.
सोशल मीडिया पर पुलिस का एक महिला को पीटने का वीडियो वायरल है. यूजर्स वीडियो को पश्चिम बंगाल के संदेशखाली का बताकर शेयर कर रहे हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि यह 2020 की पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना के बदुरिया की घटना है, जहां पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच राशन वितरण को लेकर झड़प हुई थी. वहां स्थानीय लोगों ने कोरोना महामारी के लॉकडाउन के दौरान राशन वितरण में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए सड़क जाम कर दी थी.
गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के स्थानीय नेता शेख शाहजहां, शिव प्रसाद हाजरा और उत्तम सरदार पर वहां की महिलाओं के साथ हिंसा और यौन उत्पीड़न के आरोप लगे हैं. शेख शाहजहां को पश्चिम बंगाल पुलिस ने 29 फरवरी को गिरफ्तार कर लिया. रिपोर्ट्स के अनुसार, इस गिरफ्तारी से संदेशखाली के लोग खुशियां मना रहे हैं और मिठाई बांट रहे हैं.
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने हालिया संबोधन में इस घटना को लेकर ममता सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि संदेशखाली की घटना से पूरा देश शर्मसार हुआ है. इसी घटना से जोड़ते हुए वीडियो को भ्रामक दावों के साथ शेयर किया जा रहा है.
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक वेरीफाइड यूजर ने वीडियो को पोस्ट करते हुए लिखा, 'देखो पश्चिम बंगाल के हैवानों को. बहन बेटियों को पुलिस और शेख के गुंडे कैसे पीट रहे हैं, ताकि वह डरकर आवाज ना उठाएं. शाहजहां जैसा रेपिस्ट पुलिस सुरक्षा में सीना तानकर चलता है, और पीड़ित महिलाओं पर लाठियां बरस रही हैं.'
एक्स पर एक और वेरीफाइड यूजर ने लगभग इसी मिलते-जुलते दावे के साथ वीडियो को शेयर किया है.
फेसबुक पर भी यह वीडियो संदेशखाली का बताकर वायरल है. यहां, यहां देखा जा सकता है.
फैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो की सच्चाई जानने के लिए गूगल पर वीडियो से जुड़ा कीवर्ड 'Clash Police West Bengal' सर्च किया. इसके जरिए हमें न्यूज एजेंसी एएनआई के आधिकारिक एक्स हैंडल पर 22 अप्रैल 2020 का शेयर किया वायरल वीडियो का फुल वर्जन मिला.
वीडियो को शेयर करते हुए एएनआई ने लिखा, 'उत्तर 24 परगना के बदुरिया में लॉकडाउन के दौरान राशन वितरण में गड़बड़ी को लेकर स्थानीय लोगों ने सड़क जाम कर दिया, जिसके बाद पुलिस और और पुलिस के बीच झड़प हो गई.' (अंग्रेजी से हिंदी अनुवाद)
इसके बाद हमने बंगाली में वीडियो से संबंधित कुछ कीवर्ड्स सर्च किए, इसके जरिए हमें बांग्ला में कई न्यूज रिपोर्ट्स मिलीं, जिनमें उस समय बदुरिया में हुए इस घटना के बारे में बताया गया था.
आनंदबाजार पत्रिका ऑनलाइन की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना 22 अप्रैल 2020 को बदुरिया नगर पालिका के वार्ड नंबर 9 के तारागुनिया इलाके में हुई थी. जहां स्थानीय लोगों ने उस सुबह खोलापोटा-बदुरिया सड़क को जाम कर दिया था. स्थानीय लोगों के मुताबिक, बदुरिया थाने की पुलिस नाकाबंदी हटाने के लिए पहुंची, जाम हटाने के लिए उसने प्रदर्शनकारियों पर कथित तौर पर हमला किया और पीटना शुरू कर दिया.
रिपोर्ट में यह भी बताया कि पुलिस कार्रवाई में ग्रामीणों के साथ झड़प हुई, उन्होंने पुलिस पर भी ईंट-पत्थर फेंके.
बंगाली न्यूज चैनल एबीपी आनंद पर भी 22 अप्रैल 2020 को इस घटना की कवरेज देखी जा सकती है.
इससे स्पष्ट है कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. वीडियो संदेशखाली का नहीं बल्कि उत्तर 24 परगना के बदुरिया का है, जहां अप्रैल 2020 में लॉकडाउन में अनुचित राशन वितरण को लेकर पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच झड़प हो गई थी.