मुलायम सिंह यादव की तस्वीर को केक खिलाने की फ़ोटो गलत दावे से वायरल
बूम ने पाया कि वायरल तस्वीर मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन की है और इसमें सपा कार्यकर्ता उनके तस्वीर को केक खिलाते नज़र आ रहे हैं.
सोशल मीडिया पर एक फ़ोटो काफ़ी वायरल हो रही है, जिसमें सफ़ेद कुर्ता पजामा और लाल टोपी पहना एक व्यक्ति मुलायम सिंह यादव की तस्वीर को मिठाई जैसे दिखने वाली चीज खिलाता नज़र आ रहा है. वायरल तस्वीर को अखिलेश यादव के साथ अप्रत्यक्ष रूप से जोड़कर शेयर किया जा रहा है और यह दावा किया जा रहा है उन्होंने अपने जीवित पिता के फ़ोटो को मिठाई खिलाई.
वायरल हो रही तस्वीर में समाचार एजेंसी एएनआई का लोगो भी मौजूद है. साथ ही फ़ोटो के ऊपर एक टेक्स्ट भी मौजूद है, जिसमें लिखा हुआ है "जिंदा बाप को फ़ोटो में मिठाई खिलाने का काम तो सिर्फ़ महापुरुष ही कर सकता है".
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सोशल मीडिया पर वायरल तस्वीर को एक ख़ास कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है. कैप्शन में लिखा हुआ है, "जीवित पिता का श्राद्ध करते हुए कलयुगी बेटे भैयाजी". बता दें कि मुलायम सिंह यादव के बेटे व उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को उनके समर्थक भैयाजी भी कहते हैं.
फ़ेसबुक पर मौजूद वायरल तस्वीर से जुड़े अन्य पोस्ट्स आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल हो रहे तस्वीर की पड़ताल के लिए गूगल लेंस की मदद से सर्च किया तो हमें समाचार एजेंसी एएनआई की तरफ़ से 22 नवंबर 2021 को ट्वीट किए कुछ फ़ोटोज मिले, इनमें वायरल तस्वीर भी शामिल थी.
ट्वीट में लिखे कैप्शन के अनुसार 2021 में समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह के जन्मदिन पर सपा कार्यकर्ताओं ने लखनऊ में पार्टी कार्यालय में हवन कार्यक्रम आयोजित किया था. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने केक भी काटा था.
जांच के दौरान ही हमें 22 नवंबर 2021 को ही एएनआई के यूट्यूब चैनल पर जारी किया गया एक वीडियो भी मिला, जो वायरल फ़ोटो से संबंधित था. इस रिपोर्ट में समाजवादी पार्टी की टोपी पहने सपा कार्यकर्ता मुलायम सिंह यादव की तस्वीर सामने रखकर पहले हवन करते नज़र आ रहे हैं. इसके बाद वे लोग गाजे बाजे की धुन पर केक काटते हुए और मुलायम सिंह यादव की तस्वीर को केक खिलाते भी नज़र आ रहे हैं.
इस दौरान हमने पाया कि जो व्यक्ति मुलायम सिंह की तस्वीर पर केक खिलाते नज़र आ रहे हैं, उन्होंने अखिलेश यादव की तरह की कपड़े पहन रखे हैं. लेकिन वे अखिलेश यादव नहीं है. आप नीचे मौजूद फ़ोटो से इस अंतर को साफ़ समझ सकते हैं.
वायरल तस्वीर से जुड़े दृश्य एनडीटीवी और नवभारत टाइम्स द्वारा ज़ारी किए गए वीडियो रिपोर्ट में मौजूद हैं.
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