जयंत चौधरी और मायावती की पुरानी तस्वीर फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल
बूम ने पाया कि तस्वीर लोकसभा चुनाव 2019 से पहले की हैं, जिसका हालिया विधानसभा चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है.
जैसे-जैसे उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव की सरगर्मी बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे सोशल मीडिया पर झूठे और भ्रामक दावे, सूचनाएं और तस्वीरें तेज़ी से वायरल हो रही हैं. इन दिनों सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें और वीडियो खूब वायरल हो रहा है, जिसमें आरएलडी प्रमुख जयंत चौधरी और बसपा सुप्रीमो मायावती मौजूद हैं.
तस्वीर और वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि आरएलडी और बसपा में गठबंधन में हो गया है, जिसके कारण उत्तर प्रदेश में अब बसपा की सरकार बनने जा रही है. वीडियो और तस्वीर के साथ लिखा है कि, 'चुनाव की स्थिति किलयर है, बसपा🐘 सुप्रीमों बहन कुमारी मायावती से उनके आवास पर मिलने पहुंचे आरएलडी नेता जयंत चौधरी_ सपा खत्म है, बसपा🐘 सरकार बनाने जा रही है_ #उत्तर_प्रदेश_मांगे_बसपा_सरकार'
बूम ने पाया कि तस्वीर और वीडियो 2019 की हैं जिनका हालिया उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है.
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फ़ेसबुक पर एक यूज़र Taneshwar Gautam ने तस्वीर के साथ कैप्शन लिखा है,'चुनाव की स्थिति किलयर है, बसपा🐘 सुप्रीमों बहन कुमारी मायावती से उनके आवास पर मिलने पहुंचे आरएलडी नेता जयंत चौधरी_ सपा खत्म है, बसपा🐘 सरकार बनाने जा रही है_ #उत्तर_प्रदेश_मांगे_बसपा_सरकार'
फ़ेसबुक पर एक अन्य यूज़र Arvind Ambedkar ने इसी जयंत चौधरी और मायावती की मुलाकात का समान कैप्शन के साथ वीडियो पोस्ट किया. वीडियो में 'समता आवाज' का लोगो लगा हुआ है.वीडियो में देखा जा सकता है कि जयंत चौधरी गाड़ी से निकलकर मायावती को एक किताब देते हैं और तस्वीर खिंचवाने के बाद सभी अंदर चले जाते हैं. वीडियो में दावा किया जा रहा है कि आरएलडी और बसपा का उत्तर प्रदेश विधानसभा 2022 के लिए गठबंधन होगया है, जिसकी वजह से विपक्षी दलों में हड़कंप मच गया है.
इसी दावे के साथ यही वीडियो Neeraj Kumar M ने भी फ़ेसबुक पर शेयर की है.
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इसी दावे के साथ और पोस्ट आप यहाँ और यहाँ देख सकते हैं.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने जब तस्वीर का reverse image search किया तो कई सारी तस्वीरें सामने आयीं. हमें जागरण का एक लिंक मिला जिस पर क्लिक करने पर इस तस्वीर के साथ एक आर्टिकल खुला. आर्टिकल का शीर्षक Loksabha Election 2019 : लखनऊ में मायावती से मिले रालोद उपाध्यक्ष जयंत चौधरी और उसके प्रकाशित होने की तिथि 16 मार्च 2019 है.
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आगे खोजने पर बूम को अमर उजाला के यूट्यूब वीडियो की लिंक मिली. वीडियो 16 मार्च 2019 को यूट्यूब पर अपलोड किया गया है. वीडियो में बताया गया है कि 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए सपा-बसपा के गठबंधन में आरएलडी भी शामिल है. और मायावती और जयंत चौधरी के बीच गठबंधन के बाद ये पहली मुलाकात है.
आपको बता दें 2019 के लोकसभा चुनाव के लिए सपा-बसपा और आरएलडी के बीच गठबंधन हुआ था, जिसे महागठबंधन के नाम से जाना गया. उपरोक्त खोज से स्पष्ट होता है कि जयंत और मायावती कि यह मुलाकात भी उसी समय की है, जिसका हालिया उत्तर प्रदेश चुनाव से कोई लेना देना नहीं है। अर्थात सोशल मीडिया पर तस्वीर और वीडियो के साथ किये जा रहे दावे भ्रामक हैं.