पिछले हफ़्ते फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल रहे वीडियोज़ का फ़ैक्ट चेक
बूम की साप्ताहिक स्पेशल सीरीज़ 'हफ़्ते की पांच फ़र्ज़ी ख़बरें' में पढ़िये बीते हफ़्ते फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल हुए वीडियोज़ का फ़ैक्ट चेक
सोशल मीडिया पर पिछला हफ़्ता फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल रहे असंबंधित वीडियोज़ के नाम रहा. कुछ वायरल पोस्ट्स में पुरानी वीडियोज़ को हालिया बताकर शेयर किया गया तो कुछ पोस्ट्स में असंबंधित वीडियोज़ को वर्तमान घटनाक्रम के संदर्भ में शेयर करके फ़र्ज़ी ख़बरें फैलाई गयीं. इनमें से अधिकतर वीडियोज़ राजस्थान के जालोर में दलित छात्र इंद्र कुमार मेघवाल से जोड़कर वायरल रहे.
बूम की जांच में ये तमाम वायरल दावे फ़र्ज़ी निकले.
बूम की साप्ताहिक स्पेशल सीरीज़ 'हफ़्ते की पांच फ़र्ज़ी ख़बरें' में इस हफ़्ते हमने जिन ख़बरों को शामिल किया है उनमें राजस्थान के जालोर के दलित छात्र से जोड़कर वायरल अंतिम यात्रा का वीडियो, डांस करने का वीडियो और शिक्षक की पिटाई करते दिखाने के दावे से वायरल वीडियो, और गाड़ी में झंडा लगाने से रोकते मुस्लिम युवक का वीडियो, 'भारत माता' का मुकुट हटाकर नमाज़ पढ़ाने के दावे से वायरल हुआ वीडियो.
1. राजस्थान के दलित छात्र इंद्र कुमार मेघवाल की अंतिम बताकर शेयर किया गया वीडियो
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो साल 2020 का है और उत्तर प्रदेश के जौनपुर में शहीद जवान की शवयात्रा को दर्शाता है.
नहीं, ये वीडियो दलित छात्र इंद्र कुमार मेघवाल की अंतिम यात्रा का नहीं है
2. दलित छात्र इंद्र कुमार मेघवाल को डांस करते दिखाता वीडियो
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वीडियो में डांस करते दिखता बच्चा जालोर का इंद्र कुमार मेघवाल नहीं है, बल्कि बाड़मेर के गोमरख धाम तारातरा स्कूल का कक्षा 2 का एक छात्र है. वीडियो में डांस करते छात्र का नाम हरीश है.
वीडियो में डांस करता दिख रहा बच्चा जालोर का इंद्र कुमार मेघवाल नहीं है
3. राजस्थान के दलित छात्र इंद्र कुमार मेघवाल की शिक्षक द्वारा पिटाई के दावे से वायरल वीडियो
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा फ़र्ज़ी है. यह वीडियो असल बिहार के पटना का है.
बच्चे की पिटाई करते शिक्षक का यह वीडियो राजस्थान के जालौर का नहीं है
4. गाड़ी में तिरंगा लगाने से रोकते मुस्लिम युवक का वायरल वीडियो
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो एक स्क्रिप्टेड ड्रामा है जिसे मनोरंजन और जागरूकता के उद्देश्य से बनाया गया था.
गाड़ी में झंडा लगाने से रोकते मुस्लिम युवक का स्क्रिप्टेड वीडियो वायरल
5. 'भारत माता' का मुकुट हटा हिजाब पहनाकर नमाज़ पढ़वाने के दावे से वायरल वीडियो
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो असल में एडिट किया गया है. मूल वीडियो लखनऊ के शिशु भारतीय विद्यालय का है जहां स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर चार अलग-अलग धर्मों – हिन्दू, मुस्लिम, सिख और ईसाई धर्म के छात्र सांप्रदायिक सद्भाव को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 'भारत माता' के साथ अपने-अपने धर्मों की प्रार्थना करते नज़र आते हैं.
'भारत माता' के सर से मुकुट हटाकर नमाज़ पढ़वाने का वायरल दावा भ्रामक है