India Pakistan: रावलपिंडी स्टेडियम के दावे से AI generated तस्वीर वायरल
बूम ने पाया कि बर्बाद हो चुके रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम के दावे से वायरल तस्वीर आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से बनाई गई है.



ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम को तबाह किए जाने के दावे से एक तस्वीर वायरल है. इस तस्वीर में हमले से क्षतिग्रस्त हुए स्टेडियम का ढांचा देखा जा सकता है.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा गलत है. वायरल तस्वीर वास्तविक नहीं बल्कि एआई जनरेटेड है.
पहलगाम हमले की जवाबी कार्रवाई के रूप में ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने 7 मई 2025 को पाकिस्तान स्थित 9 आतंकी ठिकानों पर हवाई हमले किए. इसके बाद से दोनों देशों के बीच सैन्य संघर्ष जारी था.
भारत-पाकिस्तान के बीच 10 मई 2025 को युद्ध विराम पर सहमती बनी. हालांकि सैन्य टकराव समाप्त होने के बाद भी सीमा पर सीजफायर के उल्लंघन की घटनाएं सामने आई हैं.
एक्स पर इस फोटो को शेयर करते हुए एक वेरिफाइड यूजर ने इसे ऑपरेशन सिंदूर से जोड़ा और इसे रावलपिंडी स्टेडियम बताया.
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक: वायरल तस्वीर एआई जनित है
हमने सबसे पहले रावलपिंडी स्टेडियम पर हुए हमले से संबंधित खबरों की तलाश की. हिंदुस्तान की 8 मई की रिपोर्ट में बताया गया कि भारत-पाकिस्तान संघर्ष के बीच पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) मैच से कुछ घंटे पहले रावलपिंडी स्टेडियम के पास कथित ड्रोन हमला हुआ था.
इसके चलते पीएसएल का कराची किंग्स बनाम पेशावर जाल्मी मैच रद्द कर दिया गया. हालांकि किसी भी रिपोर्ट में रावलपिंडी स्टेडियम के तहस-नहस हो जाने की बात नहीं की गई.
सीएनएन की रिपोर्ट में अटैक के बाद रावलपिंडी स्टेडियम में हुए नुकसान से जुड़े विजुअल देखे जा सकते हैं, इसमें भी ऐसा कोई विजुअल नहीं है जैसा कि वायरल तस्वीर में दिखाया गया है.
आगे हमने वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च किया पर यहां भी हमें वायरल दावे का समर्थन करने वाली कोई विश्वसनीय जानकारी नहीं मिली.
पुष्टि के लिए हमने वायरल तस्वीर की तुलना शटरस्टॉक, आईस्टॉक, Alamy जैसी फोटोस्टॉक वेबसाइट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध रावलपिंडी क्रिकेट स्टेडियम के विजुअल से की और पाया कि दोनों काफी अलग हैं.
साथ ही वायरल इमेज में क्रिकेट स्टेडियम का ग्राउंड बहुत छोटा नजर आ रहा है. इससे हमें तस्वीर के एआई जनित होने का संदेह हुआ. इसके लिए हमने इसे एआई डिटेक्टर टूल Hivemoderation और Was it AI पर चेक किया. इन दोनों टूल ने तस्वीर के एआई जनित होने की पुष्टि की. Hive के मुताबिक इसके एआई जनित होने की संभावना 97.4 प्रतिशत थी.