ISI के भारतीय सेना की मीटिंग लिंक को हैक करने के फर्जी दावे से तस्वीरें वायरल
भारतीय सेना प्रवक्ता ने बूम से बातचीत में दावे का खंडन हुए कहा कि ये तस्वीरें ADGPI के आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट की गई थीं.



सोशल मीडिया पर भारतीय सेना की मीटिंग से जुड़ी तस्वीरों के एक कोलाज को शेयर करते हुए गलत दावा जा रहा है कि पाकिस्तान ने मीटिंग के कॉन्फ्रेंसिंग लिंक को हैक कर लिया.
बूम से बातचीत में भारतीय सेना प्रवक्ता ने दावे का खंडन करते हुए कहा कि तस्वीरें सेना के सूचना निदेशालय के एडीजी (एडीजीपीआई) के एक्स हैंडल पर शेयर की गई थीं.
भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य टकराव समाप्त होने के बाद भी सीमा पर सीजफायर के उल्लंघन की घटनाएं सामने आ रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम संबोधन के दौरान कहा कि भारत किसी भी तरह की न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग को बर्दाश्त नहीं करेगा.
वायरल कोलाज में अलग-अलग कैमरों में भारतीय सेना के कुछ अधिकारी मीटिंग करते नजर आ रहे हैं.
एक्स पर एक यूजर एम मुनीब हामिद ने इस कोलाज को शेयर करते हुए इंग्लिश में लिखा, 'ये भारतीय सेना के युद्धकालीन नियंत्रण की तस्वीरें हैं - लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि पाकिस्तान के पास कैमरों तक पहुंच थी, वह देख रहा था और सुन रहा था...'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फेसबुक पर एक अन्य यूजर ने लिखा, 'ISI ने भारतीय सेना के वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग लिंक को पूरी तरह से हैक कर लिया. उन्होंने IP पर पॉलीकॉम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग यूनिट का इस्तेमाल किया. यह एक सुरक्षित सैन्य एन्क्रिप्टेड लिंक था. आप इसमें भारतीय सेना प्रमुख के साथ सभी कोर कमांडर, स्ट्राइक कोर को देख सकते थे.
यूजर ने आगे लिखा, 'इंटेल आमतौर पर ऐसी तस्वीरें साझा नहीं करता है, लेकिन हमने बाद में एक सुरक्षा खामी का पता चलने के बाद ऐसा किया और उन्होंने IP को ISDN कनेक्शन में बदल दिया..'
[Origional Text: ISI completely hacked the Indian Military video conferencing link. They used Polycom Video Conferencing Unit over IP. This was a secure military encrypted link. You could see Indian Army Chief with all Corps Commanders, Strike Corps in it. Intel normally don't share such pictures but we did after a vunerability was later detected and they changed IPs to ISDN connections. We knew]
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक: सेना ने खुद जारी किया था वायरल कोलाज
वायरल कोलाज को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें ऑल इंडिया रेडियो के फेसबुक अकाउंट पर 11 मई 2025 को शेयर की गई यही तस्वीरें मिलीं, जिसमें इन्हें थलसेना अध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी द्वारा पश्चिमी सीमाओं के सेना कमांडरों के साथ की गई समीक्षा बैठक का बताया गया.
हमें भारतीय सेना के जनसंपर्क विभाग के एडीजी के आधिकारिक एक्स हैंडल ADGPI पर भी ये तस्वीरें मिलीं. इसके अंग्रेजी कैप्शन में लिखा था, "ऑपरेशन सिंदूर, 10-11 मई 2025 की रात को संघर्ष विराम और हवाई क्षेत्र के उल्लंघन के बाद सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने पश्चिमी सीमाओं के सेना कमांडरों के साथ सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की. सेनाध्यक्ष ने सेना कमांडरों को 10 मई 2025 की डीजीएमओ वार्ता के तहत हुई सहमति के किसी भी उल्लंघन के लिए क्षेत्र में जवाबी कार्रवाई के लिए पूर्ण अधिकार प्रदान किए हैं."
इससे साफ था कि सेना द्वारा खुद जारी की गई तस्वीरों को पाकिस्तानी यूजर ने गलत तरीके से पेश किया. बूम से बातचीत में भारतीय सेना प्रवक्ता ने दावे का खंडन करते हुए कहा कि ये तस्वीरें सेना के सूचना निदेशालय के एडीजी (एडीजीपीआई) के आधिकारिक एक्स हैंडल से पोस्ट की गई थीं.