अपनी गुल्लक से पीएम केयर्स में 5,100 रु देने वाली लड़की की 'मौत' का सच क्या है?
सोशल मीडिया पर ये ख़बर काफ़ी वायरल है कि ऑक्सीजन की किल्लत के चलते उक्त लड़की ने दम तोड़ दिया है.
अपनी गुल्लक से पी.एम केयर्स फ़ंड (PM CARES Fund) में 5,100 रूपए डोनेट करने वाली लड़की को लेकर सोशल मीडिया पर एक फ़र्ज़ी ख़बर वायरल है. कई सोशल मीडिया यूज़र्स दावा कर रहें हैं कि ऑक्सीजन की किल्लत के चलते उसने दम तोड़ दिया है. आपको बता दें कि लड़की जीवित है और अब हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हो चुकी है.
बूम ने लड़की के पिता शैलेश उर्फ़ मिथलेश पांडेय से संपर्क किया. "मेरी बेटी ईश्वर की कृपा से स्वस्थ है...बेटी को आप सब दीर्घायू का आशीर्वाद दे. बस बहुत परेशान हु बार बार बेटी के बारे में नकारात्मक सुन सुन कर," (Sic) मिथलेश ने हमें बताया. उत्तर प्रदेश (UP Police) पुलिस ने भी ट्वीट करके इस बात की जानकारी साझा की. साथ ही इंदिरापुरम पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस अफसर संदीप शर्मा ने भी बूम को बताया है कि उक्त लड़की अब ठीक है.
दरअसल ग़ाज़ियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में एक लड़की कोविड-19 (COVID-19) संक्रमित हुई. लड़की के पिता के मुताबिक़ उसे 17 अप्रैल 2021 को अस्पताल में भर्ती किया गया था और वे लोग 28 अप्रैल को उसे डिस्चार्ज करा के घर लौट आये थे.
हालांकि सोशल मीडिया पर अब उक्त लड़की के मौत की फ़र्ज़ी खबर वायरल हो चुकी है. इस ख़बर को ख़ारिज करते हुए उत्तरप्रदेश पुलिस ने तीन ऐसे लोगों के ख़िलाफ एफ़.आई.आर (FIR) दर्ज की है जिन्होंने इस खबर की शुरुआत की थी. इस एफ़.आई.आर के मुताबिक़, उसे 17 अप्रैल 2021 को अवंतिका अस्पताल, ग़ाज़ियाबाद, में भर्ती करवाया गया.
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कई लोगो ने सोशल मीडिया पर एन.डी.टी.वी प्राइम टाइम का एक क्लिप शेयर करते हुए फ़र्ज़ी दावा किया है कि लड़की की मौत हो गयी है. कुछ यूज़र्स केवल दावा साझा कर रहे हैं जिसमें कोई क्लिप नहीं है.
ध्यान देने वाली बात यह है कि जबकि एन.डी.टी.वी की रिपोर्ट में मिथलेश कुमार - लड़की के पिता - ऑक्सीजन की किल्लत की शिकायत कर रहे हैं, वे कहीं भी अपनी बेटी की मृत्यु का ज़िक्र नहीं करते हैं.
नीचे कुछ पोस्ट्स देखें और इनके आर्काइव्ड वर्शन यहां और यहां देखें.
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने कई ट्वीट्स देखे जिसमें लड़की की मौत के वायरल दावों को फ़र्ज़ी बताया जा रहा था. हमनें एन.डी.टी.वी के आधिकारिक यूट्यूब चैनल को खंगाला और 22 अप्रैल 2021 को अपलोड किया गया यही वीडियो मिला जिसकी छोटी क्लिप वायरल है.
वास्तविक वीडियो में मिथलेश कुमार अपनी बेटी की स्थति का ज़िक्र करते हैं. वे ऑक्सीजन की गुहार लगाते हैं. मिथलेश कहते हैं कि, "हम तो सरकार से चाह रहे, मोदी जी से चाह रहे... हमारी बिटिया ने तो 5,100 रूपए भी दिए. पी.एम केयर फ़ंड में... अरे अब तो देदो पैसे... हम ऑक्सीजन के लिए परेशान हैं. हमारी बेटी ने अपना गुल्लक फ़ोड़ कर के जो है वो पी.एम केयर में दिया...हमें तो ऑक्सीजन दे दो साहब."
इस वीडियो में कहीं भी उन्होंने अपनी बेटी की मौत का ज़िक्र नहीं किया.
एन.डी.टी.वी के इस वीडियो से संकेत लेकर हमनें कीवर्ड सर्च किया तो हमें UP police का एक ट्वीट मिला जो इस मामले पर विस्तृत जानकारी देता है.
ट्वीट में शेयर किये गए वीडियो में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा रजिस्टर की गयी एफ़.आई.आर भी नज़र आती है.
इसके बाद बूम ने इंदिरानगर पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफ़िसर संदीप शर्मा से संपर्क किया. "लड़की ठीक है. वह वसुंधरा इलाके की निवासी है," उन्होंने बूम से कहा. हालांकि एस एच ओ ने हमें लड़की का नाम बताया पर हम उसे यहाँ नहीं लिख रहे हैं.
बूम ने फिर लड़की के पिता शैलेश उर्फ़ मिथलेश पांडेय से संपर्क किया. बूम को व्हाट्सप्प मेसैज पर उन्होंने बताया, "यह सारे दावे गलत हैं. मेरी बेटी ईश्वर की कृपा से स्वस्थ है. हम अस्पताल से डिस्चार्ज भी करा लिए हैं. जिस दिन डिस्चार्ज हुआ था उसी दिन इंदिरापुरम पुलिस स्टेशन में मैंने एक वीडियो रिकॉर्ड कर पुष्टि की थी कि मेरी बेटी स्वस्थ है. उसका कोविड-19 का इलाज़ ज़रूर चला था पर 28 अप्रैल को हमें डिस्चार्ज मिल गया था."
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अपनी बेटी से जोड़कर वायरल की जा रही इन फ़र्ज़ी खबरों से परेशां इस पिता ने हमसे कहा, "बेटी को आप सब दीर्घायू का आशीर्वाद दे। बस बहुत परेशान हु बार बार बेटी के बारे में नकारात्मक सुन सुन कर."