ज़ी न्यूज़ एक बार फिर से चर्चा में हैं | और एक बार फ़िर से गलत कारणों की वजह से | तीन (3) दिसंबर को अपने वेबसाइट पर प्रकाशित एक
रिपोर्ट में ज़ी न्यूज़ ने दावा किया है की पाकिस्तानी समर्थकों ने नवजोत सिंह सिद्धू के अलवर रैली में पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाएं | अपने दावे की पुष्टि करने के लिए इन्होने एक वीडियो क्लिपिंग भी शेयर की | इतना ही नहीं, ज़ी न्यूज़ ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से भी इस वीडियो को ट्वीट किया था | हालांकि बाद में ट्वीट हटा लिया गया, मगर तब तक इसे कई बार रीट्वीट किया जा चूका था | ज़ी द्वारा शेयर किये गए वीडियो के आर्काइव्ड संस्करण
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Full View वीडियो का सच असल वीडियो दरअसल सिद्धू द्वारा हाल ही में अलवर में सम्बोद्धित की गयी एक रैली से है | अपने भाषण के दौरान सिद्धू कई दफ़े प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण शैली की नक़ल करते हैं और पृष्ठभूमि में आप जनता के हंसने की आवाज़ सुन सकते हैं | बीच-बीच में आप 'जो बोले सो निहाल' और 'सिद्धू भाई ज़िंदाबाद' के नारे भी सुन सकते हैं | तभी अचानक भीड़ में से बहुत हल्की आवाज़ में 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' की आवाज़ आती है | हालांकि जो वीडियो ज़ी न्यूज़ ने शेयर और ट्वीट किया है, और जो सोशल मीडिया पर फ़िलहाल वायरल हो चूका है, उसमे ठीक इसी जगह पर आप 'पाकिस्तान ज़िंदाबाद' सुनते हैं | आपको बता दे की 'पाकिस्तान मुर्दाबाद' की आवाज़ इतने हलके स्वर में है की वो वीडियो में भी साफ़ सुनाई नहीं देती | ऐसे में भाषण देने वाले व्यक्ति को इसके लिए किसी भी तरह से ज़िम्मेदार ठहराना जायज़ नहीं है |
Full View ज्ञात रहे की इन दिनों सिद्धू अपनी पाकिस्तान यात्रा को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रोल हैंडल्स के निशाने पर हैं | ज़ी न्यूज़ द्वारा शेयर किये गए डॉक्टर्ड वीडियो को भी इन पेजों पर धड़ल्ले से शेयर किया जा रहा है |
Full View Full View जब बूम ने सिद्धू के अलवर रैली के असल वीडियो को पूरा सुना तो हमें कहीं भी पाकिस्तान ज़िंदाबाद के नारे सुनने को नहीं मिलें अलबत्ता भाषण के दौरान एक जगह भीड़ में से किसी ने पाकिस्तान मुर्दाबाद ज़रूर चिल्लाया था | असल वीडियो में आप इसे
6.18 पर सुन सकते हैं |
Full View कांग्रेस का जवाब ज़ी न्यूज़ के इस आरोप के जवाब में कांग्रेस पार्टी के कम्युनिकेशन्स इन-चार्ज रणदीप सिंह सुरजेवाला ने इसी भाषण का एक क्लिप किया हुआ हिस्सा अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया | हालांकि यहां गौर करने लायक बात ये है की जो क्लिप कांग्रेस पार्टी ने ट्वीटर पर शेयर किया है वो ठीक वहाँ से शुरू होता है जहां असल वीडियो में नारेबाज़ी थोड़ी देर के लिए बंद होती है | अगर पार्टी आश्वस्त थी की रैली में किसी प्रकार की पाकिस्तान-संबंद्धित नारेबाज़ी नहीं हुई थी तो वो हिस्सा क्यों उड़ाया गया, इस बात का जवाब तो सिर्फ कांग्रेस ही दे सकती है |
आपको बता दें की इस पूरे मसले पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए नवजोत सिंह सिद्धू ने मीडिया को सम्बोद्धित करते हुए कहा है वो ज़िम्मेदार लोगो पर मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे | पूरी ख़बर
यहां पढ़ें | ज़ी न्यूज़ के इस 'हरकत' की ट्विटर पर भी काफ़ी आलोचना हो रही है |
पुराने किस्से ज़ी न्यूज़ इससे पहले भी डॉक्टर्ड वीडियोस के विवाद में फंस चूका है | वर्ष 2016 में हुए जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में छात्रों द्वारा किये गए विरोध प्रदर्शन के दौरान भी
ज़ी और कुछ अन्य न्यूज़ चैनलों ने डॉक्टर्ड वीडियो चलाये थे और इसके लिए इनकी काफ़ी भर्त्सना भी हुई थी |