HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
HomeNo Image is Available
AuthorsNo Image is Available
CareersNo Image is Available
फैक्ट चेकNo Image is Available
एक्सप्लेनर्सNo Image is Available
फास्ट चेकNo Image is Available
अंतर्राष्ट्रीयNo Image is Available
वेब स्टोरीज़No Image is Available
राजनीतिNo Image is Available
वीडियोNo Image is Available
फैक्ट चेक

आरजी कर मेडिकल कॉलेज रेप केस का आरोपी बिहार से नहीं है, फर्जी दावा वायरल

बूम को कोलकाता पुलिस ने बताया कि आरोपी का जन्म और पालन-पोषण पश्चिम बंगाल में ही हुआ था.

By -  Anmol Alphonso |

18 Aug 2024 10:54 AM GMT

सोशल मीडिया पर एक पोस्ट वायरल हैं, जिसमें दावा किया जा रहा है कि कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के रेप और हत्या का आरोपी बिहार का है.

बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल दावा गलत है. कोलकाता पुलिस ने बूम को बताया कि आरोपी पश्चिम बंगाल में ही पैदा हुआ था और यहीं पला-बढ़ा है.

बता दें कि कोलकाता पुलिस ने संजय रॉय (33) को कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ रेप और हत्या के मुख्य संदिग्ध के रूप में गिरफ्तार किया था. संजय रॉय कोलकाता पुलिस में सिविक वालंटियर के रूप में काम करता था. अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट TimesofIndia की रिपोर्ट के मुताबिक, हॉस्पिटल के इमरजेंसी बिल्डिंग की तीसरी मंजिल पर एक टूटा हुआ ब्लूटूथ इयरफोन मिला था, जिससे उसकी पहचान हो पाई थी. जूनियर डॉक्टर का शव भी वहीं मिला था.

सीसीटीवी फुटेज में कथित तौर पर रॉय को सुबह 4 बजे गले में ब्लूटूथ इयरफोन पहनकर अंदर इमरजेंसी बिल्डिंग में घुसते हुए देखा गया था, लेकिन जब वह वापस लौटा था तो उसके गले में ब्लूटूथ इयरफोन नहीं था.

बूम के Decode ने इस मामले से जुड़ी गलत सूचनाओं पर पहले भी रिपोर्ट की है और साथ ही मृतक जूनियर डॉक्टर के परिजनों से मुलाकात की, ताकि सोशल मीडिया पर चल रही अफवाहों को स्पष्ट किया जा सके.

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक यूजर ने लिखा, 'यहीं है वो बलात्कारी संजय रॉय. बिहार का रहने वाला कोलकाता पुलिस का #CivicVolunteer. क्या सज़ा मिलनी चाहिए इसको? मेरे हिसाब से तालिबानी क़ानून का तरीका अपनाया जाये.' (पोस्ट का आर्काइव लिंक)




दावे की सत्यता की जांच के लिए बूम की टिपलाइन (+917700906588) पर भी हमें यह वीडियो प्राप्त हुआ.

फैक्ट चेक

बूम ने वायरल दावे की पड़ताल के लिए कोलकाता पुलिस से संपर्क किया. कोलकाता पुलिस ने पुष्टि की कि आरोपी संजय रॉय का जन्म और पालन-पोषण पश्चिम बंगाल में ही हुआ है.

हमने रॉय से जुड़े मीडिया रिपोर्ट की भी पड़ताल की, लेकिन हमें कहीं भी उसके बिहार से होने की कोई रिपोर्ट नहीं मिली.

अंग्रेजी न्यूज वेबसाइट TheTelegraph के मुताबिक, रॉय ने पश्चिम बंगाल के कोलकाता के भवानीपुर के एक स्कूल से 12वीं की पढ़ाई पूरी की थी और 2019 में वह सिविक वालंटियर के रूप में कोलकाता पुलिस में शामिल हुआ था. पुलिस वेलफेयर सेल में कुछ दिन काम करने के बाद उसका ट्रांसफर आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल के पुलिस चौकी में कर दिया गया था.

इसके अलावा हमें बांग्ला न्यूज वेबसाइट दैनिक EiSamay में भी इससे जुड़ी एक रिपोर्ट मिली,  जिसमें बताया गया था कि वह बिहार से है.

EiSamay की रिपोर्ट को ही कुछ पोस्ट के साथ शेयर कर दावा किया जा रहा है कि रॉय बिहार से हैं. हालांकि, इस रिपोर्ट में कहीं भी इस बात का जिक्र नहीं किया गया है कि उसका जन्म बिहार में कहां हुआ था और उसका पालन-पोषण कहां हुआ था.

इसके बाद हमने मामले की पुष्टि के लिए कोलकाता पुलिस से संपर्क किया, जिन्होंने ईमेल के जरिए हमें बताया कि रॉय का जन्म और पालन-पोषण पश्चिम बंगाल में ही हुआ है.

कोलकाता पुलिस के संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) ने बूम को ईमेल के माध्यम से कहा, "कोलकाता पुलिस के पास मौजूद जानकारी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए आरोपी का जन्म और पालन-पोषण पश्चिम बंगाल में ही हुआ है."

Related Stories