परेशान कर देने वाला एक वीडियो जिसमें एक मानसिक रोगी कराची, पाकिस्तान, की एक मस्जिद में घुस रहा है और 'नग्न' अवस्था में दौड़ रहा है, फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल है | इन दावों में कहा जा रहा है की वीडियो उत्तर प्रदेश के एक आइसोलेशन सेंटर में रह रहे तब्लीग़ी जमात के एक सदस्य का है |
करीब 30 सेकंड के इस वीडियो में दिखाया गया है की एक शख़्स खुद को चोट पंहुचा रहा है | वह कभी सर दीवार पर मारता है तो कभी शीशे के दरवाज़े तोड़ रहा है जबकि आस पास खड़े लोग चिल्ला रहे हैं|
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यह वीडियो इस भ्रामक कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है, "उत्तर प्रदेश में आइसोलेशन में जमाती."
नोट: वीडियो के परेशान कर देने वाले दृश्यों के कारण बूम इसे लेख में नहीं दिखा रहा है|
यही वीडियो फ़ेसबुक पर भी वायरल है | वहां इसके साथ कैप्शन में लिखा है: "तबलीगी जमात के लोगों ने अश्लीलता और आतंक मचा रखा है...... कोरोंनटाइन में जमकर किया हंगामा. सरम नाम की सारी हदें कर दी पार. खेला नंगा नाच. वीडियो हुवा वाइरल प्रशासन है इन लोगो से परेशान"
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फ़ैक्ट चेक
हमनें वीडियो को कीफ्रेम्स में तोड़कर रिवर्स इमेज सर्च किया | रशियन सर्च इंजन यांडेक्स की मदद से पता चला की वीडियो पिछले साल का है |
बूम ने पाया की मानसिक रूप से परेशान इस व्यक्ति का यह वीडियो कराची, पाकिस्तान, की एक मस्जिद में अगस्त 2019 में फ़िल्माया गया था | बूम ने पता लगाया की यही वीडियो 4 नवंबर 2019 को इस वेबसाइट पर अपलोड किया गया था जो दर्शाता है की वीडियो पुराना है |
वीडियो से संकेत लेते हुए हमनें देखा की हरी कालीन और टोपी के साथ लोग मस्जिद में हो सकते हैं | इसके बाद हमनें 'Naked man in mosque' कीवर्ड्स के साथ यूट्यूब पर खोज की और एक लम्बा वीडियो पाया जिसके कैप्शन में इसे कराची, पाकिस्तान का बताया गया है|
यह 2.48 मिनट का वीडियो 25 अगस्त 2019 को यूट्यूब पर टॉप ट्रेंड्स नामक चैनल पर अपलोड किया गया था जिसके साथ कैप्शन था, "Naked Man entered in mosque, Gulshan e Hadeed, Karachi".
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वीडियो के लम्बे वर्शन में एक शख़्स इस नग्न व्यक्ति के पीछे पड़ा है जिसके बाद वो मस्जिद में घुस जाता है | उर्दू में लिखा कैप्शन कहता है: "एक अज्ञात व्यक्ति खालिद बिन वालिद मस्जिद, जो अहल-ए-हदीथ स्कूल गुलशन-ए-हदीद फेज 2 डबल रोड पर है, में घुसा, इमाम के रहने की जगह पर तोड़फोड़ हुई"
हमें 23 अगस्त 2019 को फ़ेसबुक पर अपलोड वीडियो मिला जो पाकिस्तान टुडे वेबटीवी ने पोस्ट किया था | इस पेज ने इस व्यक्ति की पहचान शफ़ीक़ अबरो के रूप में की थी जिसे स्टील टाउन पुलिस कराची ने गिरफ़्तार किया था |
हमनें उर्दू कैप्शन से साथ खोज की (کراچی : گلشن حدید فیز ٹو کی مسجد میں ایک پاگل شخص کی توڑ پھوڑ) और पाया की कई पाकिस्तानी न्यूज़ पोर्टल्स ने वायरल वीडियो पोस्ट किया था |
हमें एक और वीडियो मिला जिसमें यही व्यक्ति खून और मक्खियों से लतपथ एक पिकउप वैन में देखा जा सकता है | यह शख़्स बेसुध अवस्था में हो ऐसा प्रतीत होता है | इससे पहले इन दावों को ऑल्ट न्यूज़ ने ख़ारिज किया था |
यह वीडियो मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाने वाले फ़र्ज़ी ख़बरों के सिलसिले में नई कड़ी है | यह तबसे फ़ैल रहा है जब दिल्ली के तब्लीग़ी-ए-जमात के मरकज़ में कई लोग कोरोनावायरस से संक्रमित हुए|
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यह कार्यक्रम मार्च के शुरूआती हफ़्तों में आयोजित किया गया था जो भारत लॉकडाउन के पहले ख़त्म हो गया था | इसमें कई विदेशी जमाती भी शामिल हुए थे | कई जगहों पर लगे भीड़ पर प्रतिबन्ध और लोगो के घूमने फ़िरने पर लगे रोक के बावजूद यह आयोजन चला| आयोजक अब भारतीय सरकार और मुख्य धारा की मीडिया के निशाने पर हैं |
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