इस हफ़्ते के अंत तक व्हाट्सएप्प यूज़र्स को अपडेट के साथ एक नया फ़ीचर मिलेगा | इस फ़ीचर के इस्तेमाल से वे ऐसे सन्देश भेज सकेंगे जो भेजने से एक हफ़्ते के बाद अपने आप डिलीट हो जाएंगे |
व्हाट्सएप्प दुनिया भर में बेहद पसंद की जाने वाली मेसेजिंग ऐप है | स्टैटिस्टा वेबसाइट के आंकड़े की माने तो अब तक एंड्रॉएड यूज़र्स ने करीब 500 करोड़ डाउनलोड किये हैं | व्हाट्सएप्प से पहले सिग्नल और टेलीग्राम जैसी एप्लीकेशन इस फ़ीचर का इस्तेमाल करती रही हैं | फ़ेसबुक की अन्य एप्लीकेशन 'फ़ेसबुक मैसेंजर' भी यूज़र्स को मेसेज का समय निर्धारित करने का विकल्प देती है |
खबरों के मुताबिक यह फ़ीचर इसलिए जोड़ा जा रहा है क्योंकि करीब 200 करोड़ यूज़र्स की शिकायत थी कि एप्लीकेशन में मेसेज रखने की पर्याप्त जगह नहीं है | फ़ेसबुक के चीफ़ एग्जीक्यूटिव ऑफ़िसर मार्क ज़ुकेरबर्ग के मुताबिक़, "इससे व्हाट्सएप्प पर भेजे जाने वाले मेसेजों की संख्या प्रतिदिन 10,000 करोड़ होगयी है |"
शुरुआत में मैसेज डिलीट होने की सीमा 7 दिन रहेगी | "हम यूज़र्स के फीडबैक पर ध्यान रखेंगे और देखेंगे कि क्या वे इसे पसंद कर रहे हैं और क्या इससे भविष्य में सुधार की जरूरत होगी | फ़िलहाल हम 7 दिन से शुरू कर रहे हैं क्योंकि यह आपकी वैश्विक चर्चाओं और किसी बात पर अटके न रहने की फीलिंग के बीच अच्छा संतुलन लगता है," व्हाट्सएप्प के एक प्रवक्ता ने टेकक्रंच वेबसाइट को बताया |
द हिन्दू की एक रिपोर्ट के मुताबिक़ कंपनी ने यह साफ़ किया है कि फ़ीचर को शुरू करने से पहले भेजे या रिसीव किये गए संदेशों पर इसका कोई असर नहीं होगा | इसी रिपोर्ट के मुताबिक़, "व्यक्तिगत चैट में यूज़र खुद इस फ़ीचर को चालू या बंद कर सकता है पर ग्रुप में यह केवल एडमिन कर सकेगा |"
इस फ़ीचर को कैसे चालु और बंद करें?
इस फ़ीचर को शुरू करने से पहले एप्लीकेशन को अपडेट करना होगा | दोनों यूज़र (भेजने या रिसीव करने वाला) इस फ़ीचर को अपनी तरफ़ से शुरू कर सकता है | इसके बाद यूज़र को व्हाट्सएप्प चैट खोलना होगा और कॉन्टैक्ट के नाम पर क्लिक करना होगा फिर 'डिसअप्पियरिंग मेसेज' यानी 'गायब मेसेज' पर क्लिक कर जारी रखना होगा | इसके बाद दिख रहे विकल्पों में 'ऑन' करना होगा |
इसी प्रक्रिया को दोहराने से 'ऑन' किये गए फ़ीचर को बंद भी कर सकते हैं |
'प्राइवेसी' की चिंता
इस फ़ीचर में कुछ महत्वपूर्ण बातें हैं | यह फ़ीचर रिसीवर को कोई भी सन्देश या फ़ोटो, वीडियो कॉपी, फॉरवर्ड या सेव करने से नहीं रोकता है |
इसके अलावा यदि व्हाट्सएप्प बैकअप शुरू है तो सारा कंटेंट बैकअप में जाने से भी यह फ़ीचर नहीं रोकता है |
बैकअप
यह दरअसल एक विकल्प है ताकि फ़ोन खो जाने के केस में महत्वपूर्ण बातें फिर से पाई जा सकें | इस फ़ीचर को ऑन करने पर प्रतिदिन, साप्ताहिक या मासिक रूप से आप बैकअप स्टोर कर सकते हैं | यह आपके मोबाइल स्टोरेज में स्टोर होता है या क्लाउड स्टोरेज पर भी किया जा सकता है | यदि रिसीवर को भेजा गया कोई भी सन्देश, फ़ोटो, वीडियो या अन्य फ़ाइल बैकअप में चली गयी है तो यह फ़ीचर उससे डिलीट नहीं करता है |