प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने 15,000 करोड़ रूपए कोरोना वायरस से लड़ने के लिए आवंटित करते हुए देश को इक्कीस दिनों तक सम्पूर्ण बंद करने की घोषणा की है| इससे पहले इसी हफ़्ते उन्होंने 'जनता कर्फ्यू' की घोषणा की थी|
इस भाषण से पांच बातें जो आपको जानना जरूरी:
देश का सम्पूर्ण बंद में प्रवेश
नरेंद्र मोदी ने कहा की 25 मार्च अर्धरात 12 बजे से अगले इक्कीस दिनों तक देश पूरे लॉकडाउन यानी बंद में प्रवेश करेगा| इस लॉकडाउन यानी बंद में कोई भी घर से नहीं निकल सकेगा| उन्होंने कहा इसका वित्तीय घाटा तो होगा पर भारत के हर एक व्यक्ति के स्वास्थ को देखते हुए यह एक महत्वपूर्ण निर्णय है| जबकि नरेंद्र मोदी ने जरूरी सामानों की आपूर्ति की बात की पर यह नहीं बताया की कैसे यह आपूर्ति पूरी की जाएगी|
कोरोनावायरस के लिए 15,000 करोड़ रूपए
केंद्र सरकार ने कोरोनावायरस के ख़िलाफ तैयारी जिसमें वेंटिलेटर्स, आइसोलेशन वार्ड, बेड्स, मेडिकल और गैर मेडिकल जन शक्ति शामिल हैं, के लिए 15,000 करोड़ रूपए आवंटित किये हैं| उन्होंने कहा की राज्य सरकारें इन तैयारियों में और स्वास्थ के लिए काम करेंगी| इसके अलावा उन्होंने कहा की कोई भी दवाई बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं लें और गरीबों का स्वास्थ सरकार मॉनिटर करेगी|
सामाजिक दूरी बना कर रखें, यही कोरोनावायरस से लड़ने में मददगार है
विशेषज्ञों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा की विदेशों में इस वायरस से लड़ने के तरीकों से यह पता चलता है की 'सोशल डिस्टन्सिंग' कोरोनावायरस से लड़ने में मददगार है| उन्होंने कहा, वायरस ने ज़्यादा क्षति कुछ लोगों की ढील के चलते की है जो अनुमानित भी नहीं है और यदि ऐसे कदम नहीं उठाए गए तो परिणाम विनाशकारी हो सकते हैं|
सबूतों का हवाला
विश्व स्वास्थ संगठन का मानना है की एक शख़्स वायरस को कइयों में फैला सकता है| विशेषज्ञों का मानना है की 21 दिनों में इसका फैलाव रोका जा सकता है| आगे डब्लू.एच.ओ का हवाला देते हुए कहा की पहले 1 लाख मामले 67 दिनों में आए पर अगले 1 लाख केवल 11 दिनों में और उसके बाद 1 लाख केवल 4 दिनों में| मोदी ने आगे कहा की इस वायरस की कड़ी को तोड़ने के लिए इक्कीस दिन लगेंगे| ईरान, यु.एस.ए, इटली, फ्रांस और चीन का उदाहरण देते हुए यह बातें कहीं| यह एक व्यापक महामारी है जो संयुक्त राष्ट्र अमेरिका और इटली जैसे देशों में तेजी से फैला है जबकि वहां उन्नत हेल्थ केयर सिस्टम है, मोदी ने कहा|
'जनता कर्फ्यू' एक सफलता
प्रधान मंत्री ने कहा की इस पहल में हर उम्र के लोगों ने भाग लेकर इसे सफल बनाया| हर भारतीय ने जनता कर्फ्यू में भाग लेकर एकजुटता का प्रमाण दिया है जो मानवता के ख़िलाफ आयी संकट में लड़ने में जरुरी है|
अब तक कोरोना वायरस ने भारत में करीब 500 लोगों को संक्रमित किया एवं इससे 9 मौतें हुई हैं|