उत्तर प्रदेश के हापुड़ में दिल्ली-लखनऊ हाइवे एनएच 9 पर टोल बूथ पर तोड़फोड़ करने का वीडियो इस दावे के साथ शेयर किया जा रहा है कि जेसीबी ड्राइवर का नाम साजिद अली है. बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा सांप्रदायिक दावा गलत है.
बूम से बातचीत में हापुड़ जिले के एसपी अभिषेक वर्मा ने बताया कि आरोपी का नाम साजिद नहीं बल्कि धीरज है, जो यूपी के बदायूं का रहने वाला है.
दरअसल 11 जून 2024 को नशे में धुत एक जेसीबी चालक ने पिलखुवा इलाके स्थित छिजारसी टोल प्लाजा में उत्पात मचाया. बूथ पर तैनात टोलकर्मी के शुल्क मांगने पर जेसीबी चालक आपा खो बैठा और उसने जेसीबी से बैरियर और बूथ तोड़ दिए. इसके बाद उसने कार में टक्कर मार दी और पीछा करने पर दो बाइकों को रौंदा. पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके खिलाफ केस दर्ज किया. फिलहाल उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.
हालांकि अब घटना को सोशल मीडिया यूजर्स यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के बुलडोजर न्याय से जोड़ते हुए गलत दावे से शेयर कर रहे हैं. गौरतलब है कि योगी सरकार अपराधियों की अवैध संपत्तियों पर बुलडोजर से कार्रवाई के चलते अक्सर चर्चा में रहती है.
घटना का वायरल वीडियो और गिरफ्तार किए गए आरोपी की तस्वीर टाइम्स नाउ के एंकर प्राणेश कुमार रॉय ने पोस्ट करते हुए लिखा, "बुलडोजर चालक मोहम्मद साजिद अली से टोल टैक्स मांगा गया. उसने टोल प्लाजा पर ही बुलडोजर चला दिया. @Uppolice ने बिना बुलडोजर के उसे जेल में डाल दिया."
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हालांकि बाद में कई सोशल मीडिया यूजर्स द्वारा आरोपी का नाम धीरज बताने पर प्राणेश ने पोस्ट डिलीट कर दी और माफी मांगते हुए दोबारा पोस्ट लिखा.
घटना की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर गलत सांप्रदायिक दावे से शेयर की जा रही है. एक्स पर एक वेरिफाइड यूजर @TheAbhishek_IND ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'महाराज की यूपी पुलिस हैं सारी गर्मी निकाल देगी 💪 मोहम्मद साजिद अली ने हापुड़ में बुलडोजर से टोल प्लाजा के दो बूथ तोड़े थे. हापुड़ पुलिस ने दिमागी गर्मी का उपचार करके बाकायदा साजिद को चलवा कर चाल-ढाल चेक करके जेल भेज दिया.'
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फैक्ट चेक
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि आरोपी का नाम धीरज है जिसे पुलिस ने अरेस्ट कर लिया है.
संबंधित कीवर्ड की मदद से गूगल पर सर्च करने पर कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं. एबीपी न्यूज की रिपोर्ट में बताया गया कि घटना दिल्ली-लखनऊ हाइवे एनएच-9 के छिजारसी टोल प्लाजा की है. यहां टोल देने से इनकार करने पर टोलकर्मियों और आरोपी के बीच विवाद हुआ. रिपोर्ट में हापुड़ एसपी के हवाले से लिखा गया कि टोल प्लाजा पर तोड़फोड़ करने वाले आरोपी ड्राइवर धीरज को अरेस्ट कर लिया गया.
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इसके बाद बूम ने हापुड़ एसपी अभिषेक वर्मा से बात की जिन्होंने बताया, "फैक्ट्री मालिक का नाम साजिद है जहां जेसीबी से काम होता था, हालांकि आरोपी ड्राइवर का नाम धीरज है जो बिना लाइसेंस के जेसीबी चला रहा था. हमें उसे गिरफ्तार कर लिया है." एसपी ने आगे बताया कि पुलिस फैक्ट्री मालिक के खिलाफ भी संबंधित धाराओं में केस दर्ज करने पर विचार कर सकती है.
इसके अलावा हमें एएनआई यूपी/उत्तराखंड के एक्स हैंडल पर एसपी अभिषेक वर्मा के बयान का वीडियो भी मिला. इसमें उन्होंने बताया, "जेसीबी चालक का नाम धीरज पुत्र विद्याराम है, यह जनपद बदायूं का रहने वाला है. इसकी उम्र 23-24 साल है. ये जेसीबी का ड्राइवर नहीं था बल्कि ईट के भट्टे में काम करने वाला मजदूर था. यह भी पाया गया कि आरोपी नशे में धुत था."