Video: रोजा तोड़ने को लेकर माफी मांगते मोहम्मद शमी का यह वीडियो एडिटेड है
बूम ने पाया कि मोहम्मद शमी के इस वीडियो को संभवतः एआई जनरेटेड आवाज के इस्तेमाल से एडिट किया गया है.
दावा: क्रिकेटर मोहम्मद शमी ने रोजा विवाद पर एक वीडियो जारी कर कहा कि उन्होंने जानबूझ कर रोजा नहीं तोड़ा बल्कि इसके लिए उन्हें मजबूर किया गया था.
सच: बूम ने पाया कि मोहम्मद शमी का यह वीडियो एडिटेड है. मूल वीडियो साल 2024 का है, जिसमें वह ईद की मुबारकबाद दे रहे थे. वीडियो में एआई जनरेटेड आवाज के इस्तेमाल किए जाने की संभावना है.
कैसे पता की सच्चाई: सबसे पहले हमने रोजा विवाद पर मोहम्मद शमी के आधिकारिक बयानों की तलाश की पर हमें इस तरह का कोई बयान नहीं मिला. हमें मोहम्मद शमी के इंस्टाग्राम हैंडल को खंगाला तो पाया कि उन्होंने इस मूल वीडियो को 11 अप्रैल 2024 को ईद के मौके पर पोस्ट किया था यानी रोजा विवाद से पहले.
मूल वीडियो में शमी स्पष्ट तौर लोगों को ईद की बधाई देते सुने जा सकते हैं. इससे साफ था कि वीडियो को एडिट कर माफी वाली नकली आवाज अलग से जोड़ी गई है. हमने वीडियो की आवाज की पड़ताल के लिए इसे एआई डिटेक्टर टूल Hiya.ai पर चेक किया. इस टूल ने इसके एआई जनरेटेड होने की संभावना 96 फीसदी बताई. पूरी रिपोर्ट यहां पढ़ें.