रोजा विवाद के बीच मोहम्मद शमी का एडिटेड वीडियो हो रहा वायरल
बूम ने पाया कि वीडियो में एआई जनरेटेड आवाज के इस्तेमाल किए जाने की संभावना है. मूल वीडियो में शमी ईद की मुबारकबाद दे रहे हैं.



भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी का एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसमें वह लोगों से माफी मांगते हुए कह रहे हैं कि उन्हें रोजा तोड़ने के लिए मजबूर किया गया था.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि मोहम्मद शमी के इस वीडियो की आवाज एआई जनरेटेड है. मोहम्मद शमी ने मूल वीडियो 11 अप्रैल को 2024 को शेयर किया था, जिसमें वह लोगों ईद की शुभकानाएं दे रहे थे. वायरल वीडियो की आवाज को एआई वॉइस क्लोनिंग की मदद से तैयार किए जाने की आशंका है.
चैंपियंस ट्रॉफी के तहत 4 मार्च को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सेमीफाइनल मैच में मोहम्मद शमी रमजान के दौरान ग्राउंड पर एनर्जी ड्रिंक पीते नजर आए थे. इसके चलते विवाद खड़ा हो गया था.
शमी को रमजान के दौरान रोजा न रखने के लिए ट्रोल किया गया. वहीं ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने इसे इस्लामी कानून के तहत गुनाह करार दे दिया. इसी क्रम में अब यह वीडियो वायरल हो रहा है.
वीडियो में मोहम्मद शमी कह रहे हैं, "हां, मैंने उस दिन रोजा तोड़ा था. मुसलमान भाइयों और बहनों, प्लीज मुझे गलत मत समझना. मैंने जानबूझकर ऐसा नहीं किया मुझे. मुझे फोर्स किया गया था रोजा तोड़ने के लिए वरना वे लोग मेरा करियर बर्बाद कर देते. मैं फिर से अपने मुसलमान भाइयों और बहनों से फिर से माफी मांगता हूं."
भारत ने 9 मार्च को न्यूजीलैंड को चार विकेट से हरकार चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया है.
एक्स पर मोहम्मद शमी के इस एडिटेड वीडियो को शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'मोहम्मद शमी ने अपना रोज़ा तोड़ने की वजह बताई.' इस वीडियो में ग्राउंड पर ड्रिंक पीते शमी की वायरल तस्वीर भी मौजूद है.
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक: वायरल वीडियो एडिटेड है
बूम को गूगल पर संबंधित खबरों की तलाश करने पर इस मसले पर मोहम्मद शमी की तरफ से किया गया कोई आधिकारिक बयान नहीं मिला.
हालांकि शमी के परिवार ने उनका बचाव करते हुए इस तरह के आरोप लगाने वाले लोगों को शर्मनाक बताया है और कहा कि वह देश के लिए खेल रहे हैं.
आगे की पड़ताल के लिए हम वीडियो में मेंशन Prodhani Creations के इंस्टाग्राम अकाउंट पर पहुंचे. हालांकि वहां भी वीडियो को इसी दावे से शेयर किया गया था.
मूल वीडियो की तलाश के लिए हम मोहम्मद शमी के आधिकारिक इंस्टाग्राम हैंडल पर गए. वहां हमें 11 अप्रैल 2024 का पोस्ट किया गया ओरिजनल वीडियो मिला जिसमें वह ईद की मुबारक देते नजर आ रहे हैं. इससे स्पष्ट था कि वायरल वीडियो में मूल आवाज को हटाकर नकली आवाज अलग से जोड़ी गई है.
वीडियो की आवाज एआई जनित है
हमने वीडियो की आवाज की पड़ताल के लिए इसे एआई डिटेक्टर टूल पर चेक किया. Hiya.ai ने इसके एआई जनरेटेड होने की संभावना 96 फीसदी बताई. वहीं resemble.ai ने भी इसे फर्जी बताया.
इसके अलावा हमने University at Buffalo के मीडिया फरेंसिक लैब के डीपफेक डिटेक्शन टूल Deepfake O Meter के माध्यम से भी ऑडियो की जांच की. इसके अधिकतर डिटेक्शन मॉडल ने मोहम्मद शमी की वायरल आवाज को एआई जनित ही बताया.
इंस्टाग्राम अकाउंट पर मौजूद हैं दूसरे क्रिकेटरों के फर्जी वीडियो
हमने Prodhani Creations नाम के इस इंस्टाग्राम हैंडल को स्कैन किया तो पाया कि यहां मोहम्मद शमी के अलावा दूसरे क्रिकेटरों के भी ऐसे एडिटेड वीडियो मौजूद हैं, जिनमें वह इसी मामले को लेकर मोहम्मद शमी की आलोचना करते नजर आ रहे हैं.
इनमें सरफराज खान, युसूफ पठान, राशिद खान, शोएब अख्तर और मोहम्मद सिराज जैसे क्रिकेटर शामिल हैं. हमने इनके भी वीडियो की जांच की तो पाया कि इन सभी में फर्जी आवाजें अलग से जोड़ी गई हैं.
उदाहरण के लिए सरफराज खान का वायरल वीडियो और मूल वीडियो, युसूफ पठान का वायरल वीडियो व मूल वीडियो, राशिद खान का वायरल वीडियो और मूल वीडियो देखें.
हमने युसूफ पठान के वीडियो की आवाज को भी एआई डिटेक्टर टूल hiya.ai पर चेक किया, जहां आवाज के एआई जनित होने की आशंका जताई गई.