वायरल कोलाज में राष्ट्रपति मुर्मू, पीएम मोदी और महाराष्ट्र के सीएम शिंदे की तस्वीर नहीं है
बूम ने जांच में पाया कि वायरल कोलाज में पीएम मोदी, राष्ट्रपति मुर्मू और महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के युवावस्था को दिखाने के दावे से शामिल की गई तीनों तस्वीरें फ़र्ज़ी हैं.
Claim
#चार_फोटो को देखकर आश्चर्य होता है कि भाग्य का खेल भी गजब होता है... 1. प्रधानमंत्री 2. राष्ट्रपति 3. मुख्यमंत्री, यूपी 4. मुख्यमंत्री, महाराष्ट्र #सत्कर्म ही भाग्य विधाता है। गीता में कहा है कि कर्म करो, फल की चिन्ता ईश्वर पर छोड़ दो। देश को टुकड़े टुकड़े करने वाली यात्रा कभी अपने गंतव्य तक नहीं पहुंचती।
FactCheck
बूम पहले भी वायरल कोलाज की पड़ताल कर चुका है, तब हमने अपनी जांच में पाया था कि कोलाज में शामिल चार तस्वीरों में सिर्फ़ योगी आदित्यनाथ की ही तस्वीर सही है. बाकी राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, पीएम मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के युवावस्था के दावे से कोलाज में शामिल की गई तीनों तस्वीरें फ़र्ज़ी थी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू की पुरानी तस्वीर होने के दावे से वायरल हुई तस्वीर उड़ीसा के उपरबेड़ा के एक अस्पताल में काम करने वाली एक सफ़ाई कर्मचारी की है. वहीं पीएम मोदी द्वारा फ़र्श पर झाड़ू लगाने के दावे से शेयर हुई तस्वीर पुलित्जर पुरस्कार विजेता फोटोग्राफर मैक्स डेसफोर द्वारा 1946 में क्लिक की गई एक तस्वीर का एडिटेड वर्जन है . डेसफोर की असल तस्वीर में मौजूद व्यक्ति की शक्ल पीएम मोदी से मेल नहीं खाती है. इसके अलावा ऑटोरिक्शा के साथ खड़े व्यक्ति को महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे के युवावस्था की तस्वीर बताए जाने के दावे से कोलाज में शामिल की गई तस्वीर वास्तव में महाराष्ट्र रिक्शा पंचायत के संस्थापक बाबा कांबले की है.