इंडिया गेट पर नहीं लिखे स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों के नाम, फर्जी दावा फिर वायरल
इंडिया गेट का निर्माण सन 1931 में उन भारतीय सैनिकों की याद में किया गया था, जो ब्रिटिश आर्मी की सेवा करते हुए शहीद हुए थे.
Claim
सोशल मीडिया पर दिल्ली स्थित इंडिया गेट पर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों का नाम लिखे होने का दावा एकबार फिर से वायरल है. इस दावे (आर्काइव लिंक) में कहा गया कि इंडिया गेट पर कुल 95300 स्वतंत्रता सेनानियों के नाम अंकित हैं. इनमें 61395 मुसलमान, 8050 सिख,14480 पिछड़े, 10777 दलित और 598 सवर्ण हैं.
FactCheck
बूम ने पाया कि इंडिया गेट भारत के स्वतंत्रता संग्राम के शहीदों की याद में नहीं बल्कि प्रथम विश्व युद्ध के दौरान ब्रिटिश आर्मी की सेवा में मारे गए भारतीय सैनिकों की याद में बनवाया गया था. बूम इससे पहले साल 2019 और साल 2021 में भी इस दावे का फैक्ट का चुका है. तब भी दावे में यही समान आंकड़े मौजूद थे.
मूल रूप से इंडिया गेट एक युद्ध स्मारक है. इसे ब्रिटिश शासकों द्वारा उन 82,000 भारतीय सैनिकों की याद में बनाया गया था, जो ब्रिटिश सेना में भर्ती होकर प्रथम विश्व युद्ध और अफगान युद्ध में शहीद हुए थे.
इंडिया गेट पर प्रथम विश्व युद्ध के दौरान शहीद हुए यूनाइटेड किंगडम के कुछ सैनिकों और अधिकारियों सहित 13300 भारतीय सैनिकों के नाम अंकित हैं. यह धरोहर इम्पीरियल वॉर ग्रेव कमीशन (IWGC) का एक पार्ट है, जिसकी स्थापना प्रथम विश्व युद्ध में मारे गए सैनिकों के लिए की गई थी. IWGC की वेबसाइट पर सभी 13300 शहीद सैनिकों की जानकारी मौजूद है.
इंडिया गेट के ऊपरी हिस्से पर रोमन में दो तारीखों का भी जिक्र है- MCMXIV यानी 1914 और बाईं तरफ MCMXIX- यानी 1919. ये वही साल हैं जिनमें प्रथम विश्व युद्ध लड़ा गया था. पूरी रिपोर्ट नीचे पढ़े-