श्रीलंका के बौद्ध भिक्षु का वीडियो हिन्दू संत का बताकर ग़लत दावे से वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो जुलाई 2023 में श्रीलंका के कोलंबो शहर के एक प्रान्त में बौद्ध भिक्षु के साथ हुई घटना का है. इसका किसी भारतीय हिन्दू संत से कोई सम्बन्ध नहीं है.
Claim
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमे एक अर्धनग्न व्यक्ति को कुछ लोग पीट रहे हैं. वीडियो में महिला भी नज़र आ रही है. वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि एक हिन्दू संत, महिला के साथ आपत्तिजनक अवस्था में पकड़ा गया जिसके बाद लोगों ने उसे पीट दिया. एक यूजर ने लिखा, 'सोशल मीडिया पर हमेशा विवादित बयान देने वाला, रंगरेलियां मनाते हुए पकड़ा गया , यह मनुवादी ब्राह्मण भारत देश में हमेशा विवादित बयान देता रहा है और स्त्रियों के साथ रंगरेलियां बना रहा है। इस व्यक्ति को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।'
FactCheck
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा ग़लत है. यह घटना जुलाई 2023 में श्रीलंका के कोलंबो प्रान्त में एक बौद्ध भिक्षु के साथ घटित हुई थी. किसी भारतीय हिन्दू संत का इससे कोई सम्बन्ध नहीं है. बूम इससे पहले जुलाई 2023 में इस वीडियो को फ़ैक्ट चेक कर चुका है. उस वक्त भी यह वीडियो हिन्दू संत की पिटाई के दावे से वायरल था. तत्कालीन मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक़, नवागामुवा में हुई एक चौंकाने वाली घटना में एक घर में बौद्ध भिक्षु पल्लेगामा सुमना थेरो और दो महिलाओं पर हमले के बाद नवगामुवा पुलिस ने चार युवकों को पकड़ा था. हालाँकि, बाद में चारों को जमानत पर रिहा कर दिया गया था. पुलिस ने ये कार्यवाही पल्लेगामा सुमना थेरो की शिकायत पर की थी. नवागामुवा, श्रीलंका का सबसे बड़ा शहर कोलम्बो का पश्चिमी प्रान्त है. एक अन्य वेबसाइट के अनुसार, नवागामुवा पुलिस ने आज उन आठ लोगों को गिरफ्तार किया जिन्होंने कथित तौर पर नवागामुवा के बोमिरिया रस्सापाना इलाके में एक घर में बौद्ध भिक्षु और दो महिलाओं को नग्न किया और उनके साथ मारपीट की. वहीं वीडियो के बाद वाले हिस्से में हिन्दू राष्ट्र के बारे में बोलता नज़र आ रहा शख्स बूम की पड़ताल में स्वामी आनंद स्वरुप नाम का संत निकला. हमारी जांच से स्पष्ट होता है कि वीडियो के शुरुवाती हिस्से में अर्धनग्न अवस्था में नज़र आ रहे शख्स वह नहीं हैं. पूरी स्टोरी नीचे पढ़ें