पश्चिम बंगाल में बीजेपी नेता पर हमले का पुराना वीडियो फ़र्ज़ी सांप्रदायिक दावे से वायरल
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो अक्टूबर 2017 का है और इसके साथ किया जा रहा सांप्रदायिक दावा ग़लत है.
Claim
सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसके साथ दावा किया जा रहा है कि पश्चिम बंगाल में हिन्दुओं के हालात इतने ख़राब हैं कि रोहिंग्या के क्षेत्रों नहीं जा सकते, जाने पर वह हमला कर देते हैं.
FactCheck
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा दावा ग़लत है. रोहिंग्या शरणार्थियों का इससे कोई सम्बन्ध नहीं हैं. बूम इससे पहले दिसम्बर 2020 में भी इस वीडियो को फ़ैक्ट चेक कर चुका है. उस वक्त भी यह रोहिंग्या शरणार्थियों से जोड़कर वायरल था. बूम ने अपनी जांच में पाया था कि यह वीडियो 2017 में पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में बीजेपी नेता के साथ हुई घटना का है. तत्कालीन मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़, अक्टूबर 2017 में उस वक्त के भाजपा के पश्चिम बंगाल प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष और उनके समर्थकों पर लोगों ने तब हमला बोल दिया था जब वो वहाँ एक रैली संबोधित करने गए थे. एक अन्य मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, दिलीप घोष तथा अन्य पार्टी समर्थकों पर दार्जीलिंग में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा से निकाले गए विनय तमांग के समर्थकों ने हमला किया था. इन रिपोर्ट्स में रोहिंग्या शरणार्थियों का कोई जिक्र नहीं था. पूरी स्टोरी नीचे पढ़ें