नहीं, तस्वीर में दिख रहे शख़्स भुपलपल्ली के ज़िला न्यायाधीश नहीं हैं
बूम ने पाया कि यह भुपलपल्ली ज़िले के कलेक्टर हैं ना कि जज
फ़ेसबुक पर तेलंगाना के जयशंकर भुपलपल्ली ज़िले के कलेक्टर मुहम्मद अब्दुल अज़ीम की एक वृद्ध महिला के साथ बैठे हुए तस्वीर फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल है | इस फ़ोटो के साथ दावा यह है की वह ज़िले के जज हैं और एक याचिकाकर्ता के पास बैठकर उन्होंने दो साल पुराने एक मामले को सुलझाया है |
दावा यहाँ तक कहता है कि यह डिस्ट्रिक्ट कोर्ट का वाक्या है जहाँ जब कोर्ट क्लर्क ने उन्हें बताया कि एक महिला सीढ़ी नहीं चढ़ पा रही है तब अब्दुल अज़ीम खुद फ़ाइल लेकर महिला के पास गए |
बूम ने पाया कि अब्दुल अज़ीम तेलंगाना के जयशंकर भुपलपल्ली ज़िले के कलेक्टर हैं न कि भुवनपल्ली तेलंगाना के जज | इसके अलावा उनका नाम अब्दुल हसीम नहीं है जैसा की दावा है | हालांकि यह सच है कि कलेक्टर एक वृद्ध महिला के करीब बैठे थे और उनके लम्बे समय से अटके मामले को सुलझाया भी था | इस पर कई न्यूज़ रिपोर्ट्स भी मौजूद हैं |
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इस तस्वीर में आप सीढ़ी पर मुहम्मद अब्दुल अज़ीम को देख सकते हैं जिनके हाथ में एक फ़ाइल है | वृद्ध महिला, यूँ मालुम होता है, कि अज़ीम से कुछ बात कर रही हैं | इस तस्वीर के साथ अंग्रेजी में कैप्शन लिखा है 'एक रेहम दिल जज | यह घटना भुवनपल्ली तेलंगाना के जिला न्यायालय में हुई | माननीय जज श्री अब्दुल हसीम अपनी सीट से उठाकर पहले माले से नीचे गए और इस महिला याचिकाकर्ता के करीब बैठ गए जब उन्हें कोर्ट क्लर्क ने बताया की महिला वृद्ध है और कोर्ट के प्रवेश द्वार पर बैठी है | वह सीढ़ियां नहीं छड़ पा रही है और अपने वेलफेयर पेंशन से सम्बंधित मामले में शामिल नहीं हो पाएगी | साथ ही वह सम्बंधित फाइल भी लेकर आये | जज सीढ़ियों पर शिकायतकर्ता के समीप बैठे और उसकी विनीत सुनी | मामला सुनने के बाद उन्होंने इस दो साल पुराने मामले को सुलझाया | हमें गर्व है की यह घटना सम्बंधित लोगों के लिए एक अच्छा उदाहरण होगी |"
आर्काइव यहां देखें |
यही दावा ट्विटर पर भी ज़ोरों से वायरल हो रहा है | यहाँ देखें |
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने रिवर्स इमेज सर्च किया और इ.टीवी तेलंगाना और तेलंगाना के एक स्थानीय अख़बार द हंस इंडिया में प्रकाशित दो न्यूज़ रिपोर्ट्स पायी |
जबकि द हंस इंडिया में प्रकाशित न्यूज़ रिपोर्ट इस तस्वीर के ऊपर ही थी, इ.टीवी पर प्रकाशित वीडियो रिपोर्ट अब्दुल अज़ीम का एक इंटरव्यू था | इस इंटरव्यू में मुहम्मद अब्दुल अज़ीम कुछ महीनों पहले हुए 'टिड्डी दल' के खेतों पर हमले के बारे में बता रहें थे |
द हंस की रिपोर्ट के मुताबिक़ वृद्धा का नाम अजमीरा मंगम्मा है जो भुपलपल्ली मंडल के गुर्रमपेट गांव की निवासी हैं | इसी रिपोर्ट के मुताबिक़ घटना 26 फ़रवरी 2020 की है जब महिला के पास कलेक्टर मुहम्मद अब्दुल अज़ीम आकर बैठ गए थे | और यहाँ पढ़ें |
इसके बाद हमनें भुपलपल्ली ज़िले की आधिकारिक वेबसाइट पर मुहम्मद अब्दुल अज़ीम की तस्वीर पायी जिसे वायरल हो रही तस्वीर से तुलना कर देखा और हमें 84 प्रतिशत से अधिक समानता मिली |
बूम ने भुपलपल्ली ज़िले के कलेक्टर मुहम्मद अब्दुल अज़ीम और जॉइंट कलेक्टर से संपर्क किया है एवं जवाब मिलने पर लेख अपडेट किया जाएगा |