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फैक्ट चेक

एक दिन के लिए DSP बनी मुस्लिम बच्ची की तस्वीर फ़र्जी दावे के साथ वायरल

बूम को बुलढाणा पुलिस ने बताया कि वायरल तस्वीर महिला दिवस के अवसर पर एक दिन के लिए डीएसपी बनाई गयी स्कूल छात्रा की है

By - Anmol Alphonso |
Published -  4 Sept 2020 7:56 PM IST
  • एक दिन के लिए DSP बनी मुस्लिम बच्ची की तस्वीर फ़र्जी दावे के साथ वायरल

    महाराष्ट्र के बुलढाणा में महिला दिवस समारोह के अवसर पर एक दिन के लिए पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) बनायी गयी 14 वर्षीय मुस्लिम बच्ची की तस्वीर झूठे और साम्प्रदायिक दावों के साथ वायरल हो रही है। वायरल पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि लड़की, जो की एक एक पुलिस अधिकारी है, अपने धार्मिक विश्वास के चलते पुलिस की वर्दी नहीं पहन रही है।

    फ़ोटो में देखा जा सकता है कि हिजाब पहने एक लड़की कुर्सी पर बैठी है और उसके पीछे पुलिस अधिकारी खड़े हैं।

    सोशल मीडिया में तस्वीर को शेयर करते हुए कहा जा रहा है कि "उर्दू माध्यम से पहली IPS बनी महाराष्ट्र मे मुस्लिम SP ! जिसने पहले ही दिन अपना पुलिस ड्रेसकोड छोडकर इस्लामिक ड्रेसकोड अपनाया !! शिव सेना सरकार को खुब खुब अभिनंदन !! गझवा ए हिंद मे शिव सेना का योगदान भी सराहनीय रहेगा।"

    सोशल मीडिया में यह तस्वीर हाल ही में सुदर्शन न्यूज़ चैनल प्रकरण के बाद से तेज़ी से फ़ैल रही है। गौरतलब है कि पिछले दिनों सुदर्शन न्यूज़ ने एक साम्प्रदायिक प्रोग्राम प्रसारित किया था, जिसमें दावा किया गया था कि सिविल सेवा परीक्षा में मुस्लिमों की बढती संख्या के पीछे एक 'साज़िश' है।

    सुदर्शन न्यूज़ के इस शो की चौतरफ़ा आलोचना हुई थी। यहां तक कि इंडियन पुलिस सर्विस एसोसिएशन ने एक बयान जारी करते हुए इसकी निंदा की थी। आईपीएस एसोसिएशन ने इस शो को 'साम्प्रदायिक और गैरज़िम्मेदाराना पत्रकारिता' करार दिया था।

    पोस्ट्स नीचे देखें |


    देखने के लिए यहां क्लिक करें, आर्काइव के लिए यहां क्लिक करें

    वायरल पोस्ट के पीछे छिपी सच्चाई जांचने के लिए बूम को अपने व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर (7700906588) पर यही पोस्ट मिली |

    जली हुई काली की मूर्ति मामले में साम्प्रदायिक कोण नहीं है: मुर्शिदाबाद पुलिस


    फ़ेसबुक पर भी वायरल

    इसी कैप्शन के साथ फ़ेसबुक पर सर्च करने पर हमने पाया कि तस्वीर को झूठे दावे के साथ शेयर किया जा रहा है


    फ़ैक्ट चेक

    रिवर्स सर्च इमेज करने पर हमें इसी तस्वीर के साथ एक आर्टिकल मिला जिसमें कहा गया है कि महाराष्ट्र के बुलढाणा में महिला दिवस के अवसर पर एक 14 वर्षीय लड़की को एक दिन के लिए कार्यचालक डीएसपी बनाया गया था। हर साल 8 मार्च के दिन दुनियाभर में महिला दिवस मनाया जाता है।

    टाइम्स ऑफ़ इंडिया की 5 मार्च 2020 की रिपोर्ट के मुताबिक मलकापुर तहसील के ज़िला परिषद उर्दू हाई स्कूल की सहरिश कंवल ने एक दिन के लिए डीएसपी के रूप में पदभार संभाला। रिपोर्ट में कहा गया है कि बुलढाणा कलेक्टर सुमन चंद्रा की एक हफ़्ते की पहल है जिसमें लड़कियों को प्रशासन के कामकाज और अन्य मुद्दों का समाधान करने का अनुभव करने का मौका दिया जाता है।


    नीचे वीडियो में 2.32 सेकंड पर वायरल तस्वीर की उसी लड़की और पीछे खड़े पुलिस अधिकारियों को देखा जा सकता है।

    बूम ने पुलिस अधीक्षक बुलढाणा कार्यालय से संपर्क किया। उन्होंने इस बात की पुष्टि की और बताया कि वायरल तस्वीर में दिखने वाली लड़की को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में एक दिन के लिए डीएसपी बनाया गया था। इस मौके को यादगार बनाने के लिए पूरे ज़िले में कलेक्टर से लेकर एसपी तक पूरे प्रशासनिक पदों पर लड़कियों को एक दिन का पदभार सौंपा गया था।

    एसपी ऑफिस के अधिकारी ने हमें बताया कि "इस साल महिला दिवस के अवसर पर पूरे ज़िले में विभिन्न स्कूल की लड़कियों को एसपी, डीएसपी, कलेक्टर बनाया गया था, अन्य प्रशासनिक पद सौंपे गए थे। वायरल तस्वीर में जो लड़की है वो वीं कक्षा में थी, एसपी नहीं है। इसमें किसी प्रकार का धार्मिक कोण नहीं है, बाकी स्कूलों की छात्राओं को भी चुना गया था।"

    बुलढाणा पुलिस ने 4 मार्च को इस बारे में ट्वीट किया था, जिसमें यही वायरल तस्वीर है। ट्वीट के कैप्शन में लिखा है कि "मैं भी एक पुलिस अधीक्षक बनना चाहती हूं, आज का दिन मेरे लिए बहुत बड़ा है! – एक दिन की पुलिस अधीक्षक सहरिश कंवल का सपना- अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बुलढाणा पुलिस अधीक्षक डॉ. दिलीप पाटिल-भुजबल की नई पहल।"


    आर्काइव के लिए यहां क्लिक करें

    अमित शाह की फ़ोटोशॉप की हुई तस्वीर क्यों हो रही है वायरल?

    Tags

    Buldhana PoliceMaharashtra NewsShiv SenaUPSC JihadHindu MuslimFactCheckBuldhana SPMahila DiwasInternational Womens day 2020
    Read Full Article
    Claim :   उर्दू माध्यम से पहली IPS बनी महाराष्ट्र मे मुस्लिम SP! जिसने पहले ही दिन अपना पुलिस ड्रेसकोड छोड़कर इस्लामिक ड्रेसकोड अपनाया
    Claimed By :  Facebook
    Fact Check :  False
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