विश्व कप मैच में खालिस्तान समर्थक नारे का वीडियो किसान आंदोलन का बताकर वायरल
बूम ने पाया कि वीडियो 2019 आईसीसी क्रिकेट विश्व कप के मैचों में से एक का है, जहां कुछ दर्शकों ने खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाए थे।
2019 आईसीसी क्रिकेट विश्व कप मैच के दौरान खालिस्तान समर्थक नारे (pro-Khalistan slogans) लगाए जाने का एक वीडियो इस दावे के साथ वायरल है कि दिल्ली (Delhi) में चल रहे किसानों के विरोध प्रदर्शन (farmers protest) में भारत विरोधी नारे लगाए गए हैं।
वीडियो में पाकिस्तान और खालिस्तान ज़िंदाबाद के नारे लगाते हुए दर्शकों के समूह को दिखाया गया है। उन्होंने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार के ख़िलाफ़ नारे भी लगाए।
कई किसान यूनियनों ने केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ एक विरोध प्रदर्शन शुरू किया है, जो उन्हें लगता है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रणाली (MSP) पर अंकुश लगाएगा। विवादास्पद कानूनों के खिलाफ केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए 'दिल्ली चलो' अभियान के तहत पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश से हजारों लोग मार्च कर रहे हैं। किसानों ने विरोध प्रदर्शन के तहत दिल्ली और उसके आसपास डेरा डाल रखा है, जिसका आज पांचवां दिन है।
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ट्विटर और फ़ेसबुक पर यूज़र्स वीडियो शेयर करते हुए दावा कर रहे हैं कि भारत विरोधी तत्व किसानों के विरोध को हवा दे रहे हैं।
एक यूज़र ने वीडियो शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा कि "पीठ में पाकिस्तान का झंडा, मुंह में पाकिस्तान का जिंदाबाद ऐलान..ये हैं किसान"
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें
बीजेपी दिल्ली के आईटी और सोशल मीडिया प्रमुख पुनीत अग्रवाल ने वीडियो को अंग्रेजी में कैप्शन के साथ ट्वीट किया, जिसमें लिखा था, "क्या यह किसान विरोध है? कांग्रेस और आप का राष्ट्रविरोधी एजेंडा फिर से खुलकर सामने आया है। दोनों पार्टियां हमारे देश के लिए पाकिस्तान के बराबर या उससे ज्यादा ख़तरा हैं। अपनी सस्ती राजनीति के लिए वे इस देश को तोड़ने से पहले एक सेकंड के लिए भी नहीं सोचेंगे।" हालांकि पुनीत ने वीडियो डिलीट कर दिया है।
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें
बीजेपी महिला मोर्चा की सोशल मीडिया इंचार्ज प्रीति गांधी ने भी वीडियो को ऐसे ही दावे के साथ ट्वीट किया, लेकिन बाद में डिलीट कर दिया।
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें
नहीं, यह वीडियो कांग्रेस नेता अहमद पटेल की अंतिम यात्रा नहीं दिखाता है
फ़ैक्ट चेक
बूम ने एक प्रासंगिक कीवर्ड के साथ सर्च किया तो वही वीडियो मिला जो 2019 में यूट्यूब पर अपलोड किया गया था।
आगे खोजने पर हमें समाचार एजेंसी एएनआई न्यूज़ के यूट्यूब चैनल पर 7 जुलाई, 2019 को अपलोडेड एक वीडियो न्यूज़ रिपोर्ट मिली, जिसमें विश्व कप मैचों के दौरान उठाए गए खालिस्तान समर्थक नारे वाले ब्रिटेन के सिखों के बारे में बताया गया था। समाचार रिपोर्ट का शीर्षक था, "ब्रिटेन में सिखों ने विश्व कप मैचों के दौरान खालिस्तान समर्थक नारे लगाए"
वायरल फुटेज 22 सेकंड के टाइमस्टैम्प पर देखें।
नीचे वायरल वीडियो में दिखाए गए फुटेज और एएनआई की न्यूज़ रिपोर्ट के बीच तुलना है।
एएनआई न्यूज़ की रिपोर्ट के एक अंश में लिखा है, "यूनाइटेड किंगडम में रहने वाले सिखों ने यूनाइटेड किंगडम में आईसीसी विश्व कप 2019 के मैचों के दौरान खालिस्तान समर्थक नारे लगाए। कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं जहां कुछ सिख पाकिस्तानी प्रशंसकों के साथ हैं। पाकिस्तानी और खालिस्तान के झंडे उठाते हुए और खालिस्तान जिंदाबाद और पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगाते हुए देखा गया। यह स्पष्ट रूप से पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) द्वारा भारत की छवि को ख़राब करने और अपने राजनीतिक लाभ के लिए खेल मंच का उपयोग करने के प्रयास का संकेत देता है। क्रिकेट प्रेमियों का कहना है कि राजनीतिक उपक्रमों के साथ किसी भी संदेश को स्टेडियम में प्रवेश नहीं दिया जाना चाहिए क्योंकि यह केवल माहौल को ख़राब करता है।"
7 जुलाई 2019 को बिजनेस स्टैंडर्ड ने भी इस मामले पर रिपोर्ट प्रकाशित की थी।
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