नावेल कोरोनावायरस वैक्सीन: रवीश कुमार के नाम से फ़र्ज़ी बयान वायरल
बूम ने जब रवीश कुमार से बात की तो उन्होंने इस वायरल बयान को सिरे से ख़ारिज किया
कोरोना वायरस देश भर में लगातार फ़ैल रहा है और इस महामारी से जुड़ी फ़र्ज़ी खबरे भी काफ़ी ज़ोर शोर से वायरल हो रही हैं | इसी फ़ेहरिस्त में अब पत्रकार रवीश कुमार को लेकर वायरल हो रही ये फ़र्ज़ी खबर भी जुड़ गयी है |
ट्विटर पर पत्रकार सबा नक़वी के हैंडल से शेयर किये गए एक पोस्ट में रवीश कुमार के तस्वीर के साथ ये मेसैज है 'और लो...अमेरिका में कोरोना की वैक्सीन बना रही टीम का लीडर भारतीय मुस्लिम है, डॉक्टर फ़राज़ ज़ैदी. अब सवाल है की क्या अंधभक्त दवा लेंगे' |
नक़वी ने अपने ट्वीट में लिखा है "कुछ नैरेटिव्ज़ (कथानक) होती हैं और कुछ होती हैं टॉक्सिक (विषैली) नैरेटिव्ज़ | ट्वीट का आर्काइव्ड वर्शन यहां देखें |
There are narratives and there are toxic narratives. pic.twitter.com/CSySV7otQF
— Saba Naqvi (@_sabanaqvi) April 20, 2020
हालांकि ये खबर की डॉक्टर फ़राज़ ज़ैदी नावेल कोरोना वायरस के वैक्सीन की खोज से जुड़े हुए हैं पूरी तरह से सच है, मगर रवीश ने ऐसा कोई भी दावा नहीं किया जैसा की इस पोस्ट में दिखाया गया है | डॉक्टर ज़ैदी उस अमेरिकी टीम का हिस्सा हैं जो कोविड-19 की वैक्सीन बनाने में जुटी है |
बूम ने रवीश कुमार से बात की जिन्होंने इस बयान को ख़ारिज करते हुए कहा की उन्होंने इस वैक्सीन को बनाने में जुटे कई और डॉक्टरों के इंटरव्यू भी लिए हैं | इसके अलावा अपने प्राइम टाइम शो में डॉक्टर ज़ैदी से बातचीत के दौरान भी रवीश ने इस तरह की किसी बात का ज़िक्र नहीं किया है |
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ऐसे ही पोस्ट्स फ़ेसबुक पर भी वायरल हैं | पोस्ट्स नीचे देखें और इनके आर्काइव्ड वर्शन यहाँ और यहाँ देखें|
फ़ैक्टचेक
बूम ने कीवर्ड्स सर्च के सहारे इंटरनेट पर ऐसे किसी भी स्टेटमेंट को ढूंढने की कोशिश की जिसे दावे में रवीश कुमार के साथ जोड़ा गया है | हमें इसमें कोई सफ़लता नहीं मिली |
बूम ने इस बाबत ज़्यादा जानकारी पाने के लिए रवीश कुमार से संपर्क किया | उन्होंने बूम से कहा, "[यह] मैंने नहीं कहा है। मैंने तो डॉ वीणा झा, डॉ वत्सल, डॉ राम चरित्र शर्मा, डॉ सुनील जान, का भी इंटरव्यू किया है जो अलग अलग देशों में फ़्रंटलाइन डॉक्टर्स हैं |"
इसके बाद हमने रवीश कुमार के प्राइम टाइम का वो एपिसोड भी देखा जहाँ वो डॉक्टर फ़राज़ ज़ैदी से इस महामारी और उसके लिए बनाई जा रही वैक्सीन के बारे में बात कर रहें हैं | यहां भी हमें ऐसी कोई टिप्पणी सुनने कोई नहीं मिली |
लगभग तैंतीस मिनट लम्बे इस शो में रवीश और ज़ैदी वैक्सीन या टीके के बारे में चर्चा कर रहे हैं और डॉक्टर कई तरह के सवालों के जवाब देते नज़र आते हैं | वीडियो नीचे देखें |
हालांकि वीडियो इंटरव्यू में रवीश कुमार फ़राज़ ज़ैदी के अलाहबाद (अब प्रयागराज) से होने का ज़िक्र करते हैं परन्तु इसके अलावा किसी भी तरह से धर्म या सम्प्रदाय से जोड़ते नज़र नहीं आते| प्रयागराज का ज़िक्र भी तब आता है जब रवीश कुमार फ़राज़ के बारे में बताते हैं: "...प्रयागराज के लोग इस बात से ख़ुशी मना सकते हैं की फ़राज़ उनके शहर से हैं, हालांकि रहते मुंबई में थे अब फ़िलेडैल्फ़िया में हैं|..."
दुनिया भर में वैज्ञानिक फ़िलहाल इस वायरस का वैक्सीन बनाने में जुटे हुए हैं | डॉक्टर ज़ैदी भी ऐसी ही एक टीम का हिस्सा है | उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से नाता रखने वाले ज़ैदी मुंबई में पले बढ़े और पुणे और फ़िलेडेल्फ़िया से अपने पढ़ाई पूरी की है | ज़ैदी फ़िलहाल फ़िलेडेल्फ़िया स्थित विस्टार इंस्टिट्यूट में कार्यरत हैं |
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अन्य इंटरव्यू
रवीश कुमार द्वारा बताए गए डॉक्टरों के नाम पर कीवर्ड्स सर्च करने पर हमें कुछ और इंटरव्यूज़ मिले जो नोवेल कोरोनावायरस महामारी से जुड़े हुए हैं |
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बूम वायरल हो रहे फ़र्ज़ी ख़बरों और अफ़वाहों को लगातार ख़ारिज कर रहा है | कोरोना वायरस पर हमारा लाइव ब्लॉग यहाँ देखें |