पूर्व चीफ़ जस्टिस रंजन गोगोई ने कोविड-19 पॉज़िटिव होने की ख़बर को ख़ारिज किया
पत्रिका, टीवी9 भारतवर्ष और वन इंडिया ने ग़लत तरह से रिपोर्ट किया कि गोगोई कोविड-19 पॉज़िटिव हैं ।
भारत के पूर्व चीफ़ जस्टिस और तात्कालीन राज्यसभा सदस्य रंजन गोगोई ने बूम से बुधवार को बात करते हुए उनके कोरोनावायरस संक्रमित होने की ख़बर को ख़ारिज किया है ।
जब उनसे पूछा गया कि क्या मंगलवार शाम प्रकशित हुई न्यूज़ कि वह कोरोनावायरस पॉजिटिव हैं, सच हैं तो गोगोई ने कहा, "नहीं, यह सच नहीं है, झूठ है ।"
लीगल यानी कानून और कानूनी गतिविधियों पर काम करने वाली वेबसाइट बार एंड बेंच ने भी इस इनकार की पुष्टि की है ।
After reports surfaced that former Chief Justice of India and Rajya Sabha MP, Ranjan Gogoi tested positive for #COVID19, Justice Gogoi confirms to @barandbench that the "news is incorrect." pic.twitter.com/5GDzGyKSaP
— Bar & Bench (@barandbench) August 4, 2020
हिंदी अख़बार पत्रिका, टीवी9 भारतवर्ष और वन इंडिया ने गलत रिपोर्टिंग करते हुए रंजन गोगोई को कोविड-19 पॉज़िटिव बताया ।
यह गलत ख़बर तब प्रकाशित हुई जब गृहमंत्री अमित शाह, केंद्रिय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और कर्नाटका के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा कोविड-19 पॉज़िटिव पाए गए हैं ।
नीचे पत्रिका के लेख का स्क्रीनशॉट देखें ।
ऐसी ही ख़बर टीवी9 भारतवर्ष ने प्रकाशित की थी जिसकी हैडिंग थी: "देश के पूर्व CJI रंजन गोगोई हुए Corona पॉजिटिव, 2019 में सुनाया था राम मंदिर पर फैसला"
इस रिपोर्ट का पहला पेराग्राफ कुछ यूँ है: "देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. इसी कड़ी में भारत के पूर्व चीफ जस्टिस रंजन गोगोई (Ranjan Gogoi) भी कोरोना संक्रमित हो गए हैं. बता दें कि नंवबर 2019 में रंजन गोगोई की अध्यक्षता वाली बेंच ने ही राम मंदिर (Ram Mandir) केस का फैसला सुनाया था." इस रिपोर्ट में दी जा रही सूचना का कोई सोर्स उल्लेखित नहीं है ।
वन इंडिया हिंदी ने भी गलत खबर प्रकाशित की जिसमें रंजन गोगोई के कोरोनावायरस संक्रमित होने की बात लिखी ।
यही खबरें फ़ेसबुक पर भी काफ़ी वायरल हो रही है | वायरल पोस्ट्स नीचे देखें और उसके आर्काइव्स यहां और यहां |
वायरल पोस्ट के साथ हिंदी कैप्शन कहता है 'देश के पूर्व CJI रंजन गोगोई हुए Corona पॉजिटिव, 2019 में सुनाया था राम मंदिर पर फैसला' ।
रंजन गोगोई अक्टूबर 2018 से नवंबर 2019 के बीच भारत के चीफ़ जस्टिस रह चुके हैं । उन्होंने ही ऐतिहासिक राम मंदिर-बाबरी मस्जिद मसले पर अंतिम फ़ैसला सुनाया था । इस फ़ैसले से विवादित जमीन हिंदुओं को दे दी गयी थी जिसपर राम मंदिर का भूमि पूजा आज यानी 5 अगस्त को हो चुका है । यहाँ पढ़ें ।
बूम राम मंदिर के भूमि पूजन और इसके आसपास फ़ैल रही फ़र्ज़ी ख़बरों को ख़ारिज किया है ।
टाइम्स स्क्वायर पर भगवान राम की तस्वीरें दिखाती यह वायरल फ़ोटो फ़र्ज़ी है
6 साल पुराना 3D एनीमेशन राम मंदिर के ब्लू प्रिंट के रूप में वायरल