6 साल पुराना 3D एनीमेशन राम मंदिर के ब्लू प्रिंट के रूप में वायरल
बूम ने इस एनीमेशन को बनाने वाली कंपनी के मालिक से बात की, उन्होंने बताया की वीडियो आंध्रप्रदेश के एक जैन मंदिर का मॉडल है
एक जैन मंदिर का 6 साल पुराना 3D एनीमेशन मॉडल फ़ेसबुक पर फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल हो रहा है की यह अयोध्या में बनने जा रहे राममंदिर का डिज़ाइन है |
बूम ने इस वायरल क्लिप के लम्बे वीडियो का पता लगाया और पाया की वीडियो केम्स स्टूडियो द्वारा उनके यूट्यूब चैनल पर 30 जून 2014 को अपलोड किया गया था | यह सुप्रीम कोर्ट के बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि मसले में अपने फ़ैसले के करीब पांच साल पहले की बात है |
इसके अलावा वायरल क्लिप तिरुपति, आंध्र प्रदेश, में कथित जैन मंदिर का है जिसका नाम श्री पार्श्वनाथ |नवग्रह 72 जिनालय तीर्थ है | करीब 30 सेकंड की यह क्लिप फ़ेसबुक और ट्विटर पर जोरों से शेयर हो रही है | इसमें एनिमेटेड तरीके से एक मंदिर को अलग अलग कोण से दिखाया गया है | साथ ही "राम राज्य का सारा सुख..." गाना जोड़ा गया है |
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इसके साथ हिंदी में कैप्शन दिया गया है: "ऐसा होगा हमारे प्रभू #श्रीराम का भव्य मंदिर मेरे प्रभु की जन्म भूमि से तिरपाल हट रहा है, #आयोध्या करती है आह्वान ,,ठाठ से कर मंदिर निर्माण"
नीचे कुछ ऐसी ही पोस्ट्स देखें और इनका आर्काइव्ड वर्शन यहाँ और यहाँ देखें |
एनीमेशन ट्विटर पर भी इन्ही फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल हो रहे हैं |
ऐसा होगा हमारे प्रभू #श्रीराम का भव्य मंदिर
— शिवम् दुबे 🇮🇳 (@shivam30895) July 24, 2020
मेरे प्रभु की जन्म भूमि से तिरपाल हट रहा है,,भारत नई दिशा मैं आगे बढ रहा है।#आयोध्या करती है आह्वान ,,ठाठ से कर मंदिर निर्माण pic.twitter.com/fRaQPTM58X
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल क्लिप को करीब से देखा और पाया की यह वास्तविक राम मंदिर के ब्लू प्रिंट से साफ़ तौर के अलग हैं |
हमें कुछ न्यूज़ रिपोर्ट्स मिली जिसमें अयोध्या में बनने जा रहे राम मंदिर की प्रस्तावित तसवीरें हैं | यह आधिकारिक हैं |
राम मंदिर का वास्तविक ढांचा 30 साल पुराने एक मॉडल पर आधारित है जिसे हाल में 20 फ़ीट और ऊँचा बना दिया है |
एनीमेशन कहाँ से आया?
बूम ने 'टेम्पल 3D एनीमेशन' कीवर्ड्स के साथ सर्च की और एक लम्बा वीडियो पाया जो 6 साल पहले केम्स स्टूडियो मुंबई द्वारा उनके यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया था | इस लम्बे वीडियो में कई जैन मूर्तियां देखि जा सकती हैं |
बूम ने केम्स स्टूडियो के मालिक से संपर्क किया | "यह जैन मंदिर का मॉडल था न की राम मंदिर का | वायरल हो रहे सारे दावे फ़र्ज़ी हैं | एनीमेशन में भी महावीर महाराज की मूर्ति दिख रही है | यह कई सालों पहले अपलोड किया गया था जब हमनें जैन मंदिर का 3D मॉडल बनाया था | चैनल पर हमनें इसे केवल अपने काम के नमूने के तौर पर अपलोड किया था," कमलेश पांचाल, केम्स स्टूडियो के मालिक, ने बूम से कहा |
यह पूछने पर की कभी राम मंदिर से सम्बंधित कोई मॉडल उन्होंने या उनकी कंपनी ने बनाया है, उन्होंने कहा, "राम मंदिर से हम दूर दूर से जुड़े नहीं हैं |"
"मैं इस वीडियो को फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल होते हुए देख रहा हूँ," उन्होंने कहा | उन्होंने यह भी बताया की इस एनीमेशन पर वास्तव में कोई मंदिर बना भी है या नहीं उन्हें नहीं पता क्योंकि उनकी कंपनी का काम एनीमेशन बनाते ही ख़त्म हो गया था |
वीडियो नीचे देखें |
पिछले साल 9 नवंबर 2019 को भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने 70 साल पुराने बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि मामले में अंतिम फ़ैसला सुनाया जहाँ विवादित जमीन उन्होंने हिन्दुओं को दे दी | इस जमीन पर 5 अगस्त को राम मंदिर का भूमि पूजन होने जा रहा है |