भारत बंद को लेकर रवीश कुमार के नाम से 'अपील' वायरल
बूम ने रवीश से बात करके पता लगाया कि उन्होंने ऐसी कोई अपील नहीं की है
किसानों के प्रदर्शन (kisan andolan) से जोड़कर कई फ़र्ज़ी खबरें सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही हैं | इसी कड़ी में एक सन्देश पत्रकार रवीश कुमार (Ravish Kumar) के नाम से भी वायरल है | वायरल पोस्ट में रवीश कुमार की तस्वीर के साथ एक सन्देश है जिसमें लोगो को 'घरों मकानों' से निकलने की अपील करते हुए कहा गया है कि वो किसानों के लिए भारत बंद (Bharat Bandh) का समर्थन करते हैं |
बूम ने रवीश कुमार से बात करके पता लगाया कि उन्होंने वायरल पोस्ट में किये गए दावे जैसा कोई आह्वाहन नहीं किया है |
पुराने वीडियो को 'फ़ेसबुक लाइव' बताकर हालिया किसान प्रदर्शन से जोड़ा गया
वायरल पोस्ट में रवीश की तस्वीर के साथ हिंदी में एक अपील है जिसमे कहा गया है 'अरे निकलो घरों मकानों से जंग लड़ो बेईमानों से कल लड़े थे गोरों से आज लड़ेंगे चोरों से! मैं किसानों के लिए भारत बंद का समर्थन करता हूँ' |
पंजाब और हरियाणा के किसानों ने हाल ही में पारित तीन कृषि कानूनों के विरुद्ध दिल्ली चलो मार्च निकाला है और पिछले कई दिनों से हरियाणा और उत्तर प्रदेश राज्यों के दिल्ली से लगे बॉर्डर पर डटें हुए हैं | किसानों ने इस सिलसिले में दिसंबर 8 को भारत बंद का आह्वाहन किया है |
पोस्ट नीचे देखें और आर्काइव्ड वर्शन यहां |
ख़ालिस्तान समर्थकों का दो साल पुराना वीडियो किसान आंदोलन से जोड़ा गया
फ़ैक्ट चेक
बूम ने रवीश के सोशल मीडिया एकाउंट्स खंगाले | जबकि उनका आखिरी ट्वीट अगस्त 22, 2015 का है, उन्होंने इसी साल जून 9 को शिवराज सिंह चौहान के एक ट्वीट को रीट्वीट किया था |
इसके उलट रवीश फ़ेसबुक पर काफ़ी एक्टिव दिखे | दिसंबर 5 को रवीश ने अपने फ़ेसबुक प्रोफ़ाइल पर 'प्राइम टाइम विथ रविश कुमार' का एक एपिसोड शेयर किया है जिसमें आठ दिसंबर को किसानों द्वारा भारत बंद के एलान के बारे में बताया गया है | हालांकि लगभग चौंतीस मिनट लम्बे इस प्रोग्राम में कहीं भी ऐसी कोई अपील नहीं की गयी है जैसा वायरल पोस्ट में दावा है |
यु.के से 7 साल पुरानी तस्वीर वर्तमान किसान आंदोलन से जोड़कर की गयी शेयर
बूम ने रवीश के ब्लॉग नयी सड़क का ट्विटर हैंडल भी देखा पर वहाँ भी ऐसी कोई अपील नहीं की गयी है |
हमने फिर रवीश कुमार से संपर्क करके इस वायरल पोस्ट की हक़ीक़त जानने की कोशिश की | रवीश ने हमें मैसेज पर बताया कि उन्होंने ऐसी कोई अपील नहीं की है |
"अरे नहीं। मैंंने ऐसा आह्वान नहीं किया। इसी से पता चलता है कि आई टी सेल के पास कुछ नहीं है मुझे बदनाम करने के अलावा," रवीश ने मैसेज में लिखा |
सोनिया मान और महताब विर्क की तस्वीर फ़र्ज़ी दावों के साथ वायरल
बूम ने पाया की वायरल पोस्ट में दिख रहे अपील को और कई तस्वीरों के साथ भी कई दफ़ा शेयर किया गया है |