व्यंगकार कुणाल कामरा के हवाले से पुलवामा संबंधित नकली बयान वायरल
बूम ने पाया कि बयान को पहले भी कई नेटिज़न्स द्वारा शेयर किया गया है।
व्यंगकार कुणाल कामरा के नाम से सोशल मीडिया पर नकली बयान वायरल हो रहा है। बयान में पुलवामा हमलों में इस्तेमाल किए गए विस्फोटकों से लदी कार पर हुई जांच की कमी की तुलना नागरिकों के लिए प्रस्तावित राष्ट्रीय रजिस्टर (एनआरसी) के लिए दस्तावेज दिखाने के साथ की गई है।
कोट में क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय (आरटीओ) की तरफ इशारा किया गया है और कहा गया है कि कैसे यह 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा में सीआरपीएफ के काफ़िले पर हुए हमले में इस्तेमाल किए गए कार के दस्तावेज दिखाने में सक्षम नहीं रही है। कार में भारी मात्रा में विस्फोटक थे और इस हमले में 40 केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवानों की जान चली गई थी।
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नकली बयान में आगे नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और प्रस्तावित नागरिकों के लिए राष्ट्रीय रजिस्टर (एनआरसी) के संबंध में नागरिकता के प्रमाण मांगने के लिए सरकार से सवाल किया गया है।
बयान में कुणाल कामरा की तस्वीर के साथ लिखा है, "पुलवामा RDX से भरी जिस कार ने बस पर धमाका किया था RTO आज तक उसके कागज नहीं ढूंढ पाया कार किसके नाम पर थी सरकार को NRC में 70 साल पहले के कागज चाहिए।"
कामरा ने एक ट्वीट के जरिए इस कोट से ख़ुद को अलग कर लिया है, जिसके साथ उन्हें ग़लत तरीके से जोड़ा गया था। उन्होंने ट्वीट में कहा : "मैंने यह नहीं कहा है, इसे कई स्रोतों के माध्यम से प्राप्त किया है ..."
बूम ने कामरा से बात की, जिन्होंने हमें पुष्टि की कि उन्होंने हमलों पर कभी कोई टिप्पणी नहीं की है। कामरा ने हमें बताया कि व्हाट्सएप्प पर ऐसे ही टेक्स्ट के साथ उन्हें ये इमेज मिला है। उन्होंने सार्वजनिक रूप से या अपने किसी स्टैंड-अप कॉमेडी शो में पुलवामा हमले पर किसी भी तरह की टिप्पणी करने से भी इनकार किया है।
I haven't said this, have received it via multiple sources...
— Kunal Kamra (@kunalkamra88) February 21, 2020
CC @AltNews @boomlive_in pic.twitter.com/um81rzFmdt
फेसबुक पर पहले भी कोट हुआ था वायरल
हमले के बाद प्रकाशित हुए न्यूज़ रिपोर्ट्स में कहा गया था कि काफ़िले पर हमला करने वाली कार में 60 किलोग्राम आरडीएक्स था, जिस कारण विनाशकारी विस्फोट हुआ था। हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकवादी समूह जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी। विस्फोट के तुरंत बाद, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने हमले के सिलसिले में पुलवामा से 7 युवाओं को हिरासत में लिया था। हालांकि, एक साल से अधिक समय के बाद, इस मामले की आधिकारिक जांच अभी तक यह पता नहीं कर पाई है कि कश्मीर के सैन्य क्षेत्र में आरडीएक्स कैसे पहुंचा।
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बूम ने फेसबुक और ट्विटर पर प्रासंगिक कैप्शन के साथ खोज की और पाया कि इसे 19 फरवरी, 2020 के बाद से कई नेटिज़न्स द्वारा शेयर किया गया है। हालांकि, तब इन पोस्ट का श्रेय किसी को नहीं दिया गया था।
पुलवामा हमले में RDX से भरी जिस
— The Folks™ 📰 (@thefolksteam) February 21, 2020
कार ने बस पर धमाका किया था
RTO ने आज तक उसके कागज नही
ढूंड पायी कि कार किसके नाम पे थी
और सरकार को NRC में 70 साल पुराने
कागज चाहिए हद्द है ।
पुलवामा #RDX से भरी जिस कार ने बस पर धमाका किया था, #RTO आज तक उसके कागज नहीं ढूंढ पाया! कार किसके नाम पर थी,
— ₳₴₳Đ₳₭ɄⱤ Ɽ₳Ⱨ₥₳₦ (@asadakur) February 19, 2020
सरकार को #NRC में 70 साल पहले के कागज चाहिए!#pulwama_ke_doshi_kahan_hai#NRC_CAA_Protest
💯👇@asadakur@Ak8055Good@drx_hamid_malik@DaudKhan3283@Sahibakhan05
पुलवामा हमले पर कामरा द्वारा पिछले बयान को खोजने के लिए बूम ने प्रासंगिक कीवर्ड के साथ खोज किए। हमें कामरा के किसी भी स्टैंड अप कॉमेडी शो में उनके द्वारा हमले पर की गई कोई टिप्पणी नहीं मिली है।