क्या भाजपा सांसद रमेश बिधूड़ी ने किसानों को अपशब्द कहे?
आम आदमी पार्टी ने बिधूड़ी का एक वीडियो क्लिप शेयर किया है, जाने इसकी वास्तविकता इस लेख में |
आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) यानी आप द्वारा सोशल मीडिया हैंडल्स पर भाजपा (BJP) सांसद रमेश बिधूड़ी (Ramesh Bidhuri) का एक वीडियो फ़र्ज़ी दावों के साथ साझा किया गया है | दावा है कि बिधूड़ी ने प्रदर्शन कर रहे किसानों के लिए अपमानजनक शब्द का इस्तेमाल किया था |
मंगलवार को आम आदमी पार्टी के सोशल मीडिया एकाउंट्स पर बिधूड़ी का एक वीडियो पोस्ट कर दावा किया गया कि उन्होंने कृषि कानून (Farm laws) के ख़िलाफ़ प्रदर्शन कर रहे किसानों को 'भ*वा' कहा | पार्टी ने भाजपा से मांग की है कि बिधूड़ी को पार्टी से निष्काषित किया जाए |
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हालांकि, बूम ने वीडियो को ध्यान से सुना और पाया कि उन्होंने 'ठलुवा' यानी आलसी कहा है जो सुनने में 'भ*वा' जैसा लगता जरूर है परन्तु है नहीं |
यह वीडियो किसानों द्वारा कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ किये जा रहे प्रदर्शन के दौरान वायरल है | इस 45 सेकंड लम्बी क्लिप को भाजपा सांसद द्वारा कालका जी में दी गयी एक लम्बे भाषण से लिया गया है |
वीडियो क्लिप के साथ एक दावा है: "जो किसान हमें भोजन देता है, उसी अन्नदाता को सरेआम गाली दे रहे हैं भाजपा के सांसद। इससे शर्मनाक क्या होगा?"
आर्काइव यहां देखें |
यह वीडियो AAP के इंस्टाग्राम, ट्विटर और फ़ेसबुक पर पोस्ट किया गया है | यह वीडियो फ़ेसबुक पर अन्य पेजों द्वारा भी शेयर किया जा रहा है |
यही वीडियो समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव राय ने भी ट्वीट किया और लिखा: "आंदोलन कर रहे किसान भड़वे हैं: भाजपा सांसद तुम्हारी भाषा ने साबित कर दिया की तुम क्या हो और तुम्हारे नेता क्या है #FarmersProtests"
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने वीडियो को ध्यान से सुना और पाया कि बिधूड़ी के भाषण में उन्होंने 'ठलुवा' कहा है जिसे 'भ*वा' रिपोर्ट किया गया है |
इस 45 सेकंड लम्बी वीडियो क्लिप में बिधूड़ी कहते हैं, "कितने किसान हैं ? और बॉर्डरों पर बैठें कितने हैं...कहीं पांच सौ, कहीं ढाई सौ, कहीं डेढ़ हज़ार ...तो वो सब के सब कनाडा से आये हुए पैसों को लेकर, पाकिस्तान से आये पैसे को लेकर ...जो, जो, जो ठलुवे होतें हैं हर गाँव में पांच, सात, दस, पांच सात..वो ठलुवे बैठे हुए हैं कि खाने को फ़ोकट का मिल रहा है, गरम पानी मिल रहा है, गरम रजाई मिल रही है...और मोदी को हटाना है | इसीलिए वो बैठे हैं भाइयों, बहनों..आपलोग यहाँ पर आपलोगो ने स्वागत मेरा किया, आपलोगों ने आभार व्यक्क्त किया ...इसके लिए मैं आपका सबका धन्यवाद कहते हुए अपनी वाणी को विराम दूंगा..आप सबका बहुत बहुत धन्यवाद |")
बूम ने इसके बाद वास्तविक वीडियो की खोज की जहाँ से वायरल भाग निकाला गया है | हमनें वास्तविक वीडियो क्लिप रमेश बिधूड़ी के आधिकारिक फ़ेसबुक पेज पर पाई | यह 21 दिसंबर 2020 को अपलोड की गयी थी | इस 17 मिनट लम्बे वीडियो के कैप्शन में लिखा है: "जो विपक्षी दल आज बिल का विरोध कर रहे हैं उनके अगर पिछले चुनाव के घोषणा पत्र उठा लिए जाएं तो उनमें इन्हीं सुधार कानूनों का जिक्र मिलेगा, वो केवल घोषणा करते थे मोदी सरकार ने यह कर दिखाया | कालकाजी विधानसभा में यात्रा समाप्ति के दौरान सम्बोधन करते हुए।#ModiWithFarmers"
यहां आर्काइव देखें |
वायरल भाग सांसद द्वारा अपलोड किये गए वीडियो में 16.22 मिनट पर शुरू होता है | इस वीडियो में आवाज़ साफ़ है एवं सुना जा सकता है कि बिधूड़ी 'ठलुवा' या 'ठलुवे' कह रहे हैं |
बूम ने रमेश बिधूड़ी से संपर्क करने की कोशिश की | बिधुरी के पर्सनल असिस्टेंट अनुज बिधूड़ी ने वायरल दावों को ख़ारिज़ किया | "जिस शब्द को वो लोग [आप पार्टी] भ*वा बता रहे हैं वह दरअसल 'ठलुवा' है | हम लोग देहाती लोग हैं और ऐसी भाषा का इस्तेमाल करते हैं | सांसद खुद एक किसान हैं | गांव में आलसी व्यक्ति को 'ठलुवा' या 'ठाली' कहा जाता है," अनुज बिधूड़ी ने बूम से कहा |