नहीं, यह वीडियो यूएस इलेक्शन में 'बैलट स्टफ़िंग' नहीं दिखाता है
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो 2018 में रूस के ल्यूबेरत्सी शहर में हुए चुनाव का है
रूस से दो साल पुरानी सीसीटीवी फ़ुटेज यूएस चुनाव में हुई धांधली के रूप में शेयर की जा रही है |
बूम ने पाया कि वायरल फुटेज 2018 में रूस में हुए प्रेसिडेंसियल चुनाव के आस पास फ़िल्माया गया था |
यूएस इलेक्शन के दौरान कई फ़र्ज़ी खबरें फ़ैली हैं | इन ख़बरों ने सोशल मीडिया पर बहुत शोर मचाया है | अब इस चुनाव के परिणाम आ चुके हैं जो बताते हैं कि जो बाइडेन संयुक्त राष्ट्र अमेरिका के 46 वें राष्ट्रपति चुने गए हैं |
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वायरल सीसीटीवी फ़ुटेज कुछ लोगों को एक पोलिंग बूथ पर बैलट बॉक्स में एक से ज़्यादा बैलट पेपर डालते दिखाती है | कैप्शन में लिखा है: "अमेरिका में चुनाव कराने वाले खुद जब फ़र्ज़ी वोट डालेंगे तो Donald J. Trump SC तो जायेंगे ना!)
इस पोस्ट को नीचे और इसके आर्काइव्ड वर्शन को यहां और यहां देखें |
ये वीडियो इन्हीं फ़र्ज़ी दावों के साथ ट्विटर पर भी वायरल है |
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने सीसीटीवी की फ़ुटेज के एक फ़्रेम के साथ रिवर्स इमेज किया और यूट्यूब पर यही दृश्यों वाला मार्च 2018 का एक वीडियो मिला |
यह वीडियो 18 मार्च, 2018 में न्यू न्यूज़पेपर नामक यूट्यूब चैनल पर "हुबर्टी में मतपत्रों की स्टफिंग" टाइटल के साथ अपलोड किया गया था | (गूगल द्वारा रुसी भाषा से अनुवाद)
इस वीडियो के डिस्क्रिप्शन में लिखा है: "कोंग्रेस के एक मतदान केंद्र पर मतपत्र भरवाए गए, चुनाव आयोग के अध्यक्ष और आयोग के एक मतदान सदस्य को कार्य से निलंबित कर दिया गया।" (रुसी भाषा से गूगल द्वारा अनुवाद)
हमनें इसके बाद 'बैलट पेपर स्टफ़िंग इन ल्यूबेरत्सी' कीवर्ड्स के साथ खोज की और पाया की कई न्यूज़ रिपोर्ट्स में इस वीडियो के स्क्रीनशॉट का इस्तेमाल हुआ था | यही फुटेज हमें ए.ऍफ़.पी के यूट्यूब चैनल पर भी मिली |
इस वीडियो का टाइटल है, "CCTV shows apparent ballot stuffing in Russian vote" |
ए.ऍफ़.पी की रिपोर्ट के अनुसार यह सीसीटीवी फुटेज इलेक्शन ओब्ज़र्वरों ने रुसी चुनाव समिति को मास्को के बाहरी इलाके ल्यूबेरत्सी के एक पोलिंग बूथ पर हुए भ्रस्टाचार को दिखाने के लिए दी थी |
एसोसिएटेड प्रेस द्वारा 19 मार्च 2018 को प्रकाशित एक रिपोर्ट में भी रुसी प्रेसिडेंसियल चुनाव में वोटिंग वाइलेसन के बारे में बताया गया था | इसी सीसीटीवी फुटेज को 19 मार्च 2018 को वाशिंगटन पोस्ट ने भी प्रकाशित किया था | एक और रिपोर्ट यहां देखें |