मुंबई में किसानों के धरने की दो साल पुरानी तस्वीर फ़र्ज़ी दावे के साथ वायरल
सोशल मीडिया पर दावा किया गया है कि तस्वीर में दिख रहें किसान दिल्ली के बाहर डेरा डाले हुए हैं
दो साल पहले मुंबई में अपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठे किसानों (farmers) की पुरानी तस्वीर हालिया बताकर वायरल हो रही है। तस्वीर शेयर करते दावा किया जा रहा है कि किसान बड़ी तादाद में दिल्ली (Delhi) पहुंच चुके हैं और उनकी संख्या लगातार बढ़ रही है। तस्वीर में सड़क पर हजारों की संख्या में लोगों को बैठे हुए देखा जा सकता है।
बूम ने पाया कि वायरल तस्वीर का दावा फ़र्ज़ी है और असल तस्वीर 10 मार्च 2018 को मुंबई में हुए राज्य सरकार की किसान नीतियों के ख़िलाफ़ धरना प्रदर्शन (protest) की है।
गौरतलब है कि बीते दिनों से पंजाब (Punjab), हरियाणा (Haryana) सहित उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के किसान केंद्र सरकार के नए कृषि क़ानून (farm laws) के ख़िलाफ़ आन्दोलनरत हैं। कई किसान यूनियनों ने केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के ख़िलाफ़ एक विरोध प्रदर्शन शुरू किया है। किसानों ने विरोध प्रदर्शन के तहत दिल्ली और उसके आसपास डेरा डाल रखा है। इसी पृष्ठभूमि में तस्वीर वायरल हो रही है।
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एक यूज़र ने तस्वीर शेयर करते हुए लिखा कि "जाग ऐ दिल्ली तेरे भाग बड़े है...तेरे दर पर असली पहरेदार खड़े है...जय जवान जय किसान"
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें
फ़ेसबुक और ट्विटर पर बड़े पैमाने पर तस्वीर वायरल है। ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें।
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने तस्वीर को गूगल रिवर्स इमेज पर सर्च किया तो मुंबई लाइव नाम के एक ट्विटर हैंडल पर यही तस्वीर मिली, जिसे 10 मार्च 2018 को पोस्ट किया गया था। ट्वीट के कैप्शन में लिखा गया था, "किसान विरोधी नीतियों के विरोध में लगभग 25,000 किसान # मुंबई की ओर मार्च कर रहे हैं। वे पूर्वी एक्सप्रेसवे हाईवे पर इकट्ठा हुए, थाणे में विवियाना मॉल के सामने।"
इसके अलावा हमें बॉलीवुड अभिनेता प्रकाश राज का 13 मार्च 2018 एक ट्वीट मिला, जिसमें चार तस्वीरों के सेट में वायरल तस्वीर भी शामिल है। ट्वीट में कहा गया है कि किसानों ने अपना प्रदर्शन समाप्त कर दिया है, उम्मीद है सरकार किसानों से किया वादा निभाएगी।
बीबीसी ने 12 मार्च 2018 को मुंबई में किसानों के प्रदर्शन से संबंधित एक विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की है, जिसमें कहा गया है कि महाराष्ट्र में हज़ारों किसान और आदिवासी नासिक से 180 किलोमीटर का पैदल मार्च करते हुए मुंबई के आज़ाद मैदान में पहुंच चुके हैं।
रिपोर्ट के अनुसार किसान क़र्ज़ माफ़ी, वन अधिकार क़ानून, न्यूनतम समर्थन मूल्य और स्वामीनाथन आयोग की सिफ़ारिशों को लागू करने की मांग को लेकर मुंबई पहुंचे थे। सरकार से मिले वादे के बाद किसानों ने 7 मार्च को शुरू किया अपना आंदोलन वापस ले लिया है।
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