फ़ैक्ट चेक : कोका-कोला कंपनी ने किसान आंदोलन का समर्थन किया है?
बूम ने कोका-कोला इंडिया से संपर्क किया, कंपनी ने किसानों के समर्थन में इस तरह के किसी भी अभियान को शुरू करने से इंकार कर दिया.
सोशल मीडिया पर दो कोका-कोला (Coca-Cola) की बोतलों को किसान समर्थित टैगलाइन के साथ दिखाती एक तस्वीर खूब वायरल है. तस्वीर के साथ दावा किया जा रहा है कि वैश्विक पेय कंपनी किसानों के मौजूदा विरोध प्रदर्शन (Farmers Protest) के समर्थन में खुल कर सामने आ गई है.
बूम ने कोका-कोला इंडिया से संपर्क किया, जिसमें कंपनी ने किसानों के समर्थन में इस तरह के किसी भी अभियान को शुरू करने से इंकार कर दिया.
वायरल तस्वीर में लेबल के साथ दो कोका-कोला की बोतलें हैं - 'किसान समर्थन के साथ एक कोक शेयर करें' और 'किसान एकता के साथ एक कोक शेयर करें'.
गौरतलब है कि 26 नवंबर, 2020 से पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के किसान राजधानी दिल्ली की बाहरी सीमा पर तीन नये कृषि बिलों के ख़िलाफ़ धरना दे रहे हैं. किसान केंद्र सरकार द्वारा पारित तीन कृषि बिलों को निरस्त करने की मांग कर रहे हैं. इसी पृष्ठभूमि में तस्वीर वायरल हो रही है.
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फ़ेसबुक पर तस्वीर शेयर करते हुए एक यूज़र ने कैप्शन में लिखा कि "मोदी, गोदी मीडिया और अन्धभतो को छोड़कर, सभी जानते थे कि किसान अपनी आजीविका के लिए विरोध कर रहे हैं। विश्व स्तरीय कंपनी कोका कोला ने भी अपने उत्पादों पर किसान एकता को छापकर किसानों का समर्थन किया।"
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
वायरल तस्वीर पंजाबी भाषा में भी कैप्शन के साथ शेयर किया जा रहा है, "कोका कोला कंपनी भी किसानों के पक्ष में सामने आई."
पोस्ट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
(पंजाबी भाषा में मूल कैप्शन : (ਲਉ ਵੀ ਭਗਤੋ ਵਰਲਡ ਲੈਬਲ ਕੰਪਨੀ ਕੋਕਾ ਕੋਲਾ ਵੀ ਆਈ ਕਿਸਾਨਾਂ ਦੇ ਹੱਕ ਵਿੱਚ)
फ़ेसबुक पर वायरल
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फ़ैक्ट चेक
ईमेल के माध्यम से एक बयान में कंपनी ने बूम को बताया, "कोका-कोला इंडिया पुष्टि करता है कि यह एक फ़र्ज़ी तस्वीर है और तस्वीर में संकेतित मुद्दों पर कंपनी के किसी तरह के भी ब्रांड के अभियान के शुभारंभ से इनकार करता है."
इसके अलावा हमें ऐसी कोई मीडिया रिपोर्ट नहीं मिली, जिसमें कहा गया हो कि कंपनी ने किसानों के विरोध प्रदर्शनों के समर्थन में ऐसा कोई उत्पाद लॉन्च किया है. हमें उस पर 'किसान के साथ एक कोक शेयर करें' लेबल के साथ कोक की बोतलों की कोई अन्य तस्वीरें भी नहीं मिलीं.
कोका-कोला द्वारा भारत में साल 2018 में 'शेयर ए कोक' पैकिंग अभियान शुरू किया गया था, जिसमें इसकी बोतलों पर डिस्क्रिप्शन लिखा होता था, जैसे "ग्रैंडड (ओल्ड स्कूल. फिर भी कूल), दादी (मुझे डांटती है. मुझे परेशान करती है), डैडी (मेरे शिक्षक). मेरा दोस्त)". इस अभियान में पारंपरिक कोक लोगो को हटा दिया, बोतल की एक तरफ "कोका-कोला" की जगह इन वाक्यांशों के बाद "शेयर अ कोक विद" वाक्यांश रखा गया.
वायरल तस्वीर में फ़र्ज़ी दावे में विश्वसनीयता जोड़ने के लिए 'शेयर ए कोक' टैगलाइन भी है.
बूम ने पहले भी किसान आंदोलन के बारे में फ़र्ज़ी ख़बरों का खंडन कर चुका है, जिसमें प्रदर्शनकारी किसानों से जोड़कर फ़र्ज़ी जानकारियां, पुरानी और असंबंधित तस्वीरों और वीडियो शेयर करके उन्हें निशाना बनाया गया था.
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