सीरिया की लड़की की पिटाई का वीडियो गलत सांप्रदायिक दावे से वायरल
बूम ने पाया कि वीडियो सीरिया के रक्का शहर का है, जहां एक लड़की के परिवार वालों ने गर्भवती होने के शक में उसके साथ मारपीट की थी.
सोशल मीडिया पर एक महिला को बेरहमी से पीटते लोगों का एक वीडियो वायरल है. वीडियो के साथ सांप्रदायिक दावा किया जा रहा है कि ये लड़की केरल से है. इसने भाग कर एक मुस्लिम लड़के से शादी कर ली. लड़के ने उसकी सारी प्रॉपर्टी हड़प ली और उसे अफगानिस्तान भेज दिया, जहां रोज लड़की का शारीरिक शोषण होता है और मना करने पर उसके साथ बेरहमी से मारपीट की जाती है.
बूम ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल दावा निराधार है. असल में यह वीडियो सीरियाई शहर रक्का का है, जहां महिला के परिवार वालों ने गर्भवती होने के शक में उसके साथ मारपीट की थी.
लगभग 44 सेकंड के इस वायरल वीडियो में एक शख्स लड़की का बाल पकड़कर घसीटते और उसे डंडे से मारते देखा जा सकता है. इसके बाद वहां कुछ और लोग आते हैं और वह भी इस मारपीट में शामिल हो जाते हैं. वीडियो में यह भी देखा जा सकता है कि महिला दर्द से चीख रही है और वहां आसपास मौजूद लोग चुपचाप इस भयावह मंजर को देख रहे हैं.
एक्स पर इस वीडियो को शेयर करते हुए एक दक्षिणपंथी यूजर ने लिखा, 'ये मोहतरमा केरल की थी. माता-पिता की अकेली औलाद थी. इनका अब्दुल बहुत प्यारा था उसके साथ भाग कर शादी कर ली.'
कैप्शन में आगे लिखा है, 'अब्दुल ने इनके मां-बाप को रोड एक्सीडेंट में मार दिया और सारी प्रॉपर्टी ले ली. अब्दुल ने खूब मजे किए 6 महीने. फिर इनको अफगानिस्तान भेज दिया. **** की तरह रोज 5-6 लोग नोचते हैं और मना करने पर इस तरह से कूटा जाता है. अपने सभी अब्दुल लवर को वीडियो भेजें.'
वीडियो की प्रकृति के कारण हम स्टोरी में इसका इस्तेमाल नहीं कर रहे हैं.
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
यह वीडियो इसी समान दावे से फेसबुक पर भी वायरल है.
फैक्ट चेक
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना सीरिया के रक्का में इसी साल फरवरी में हुई थी. लड़की के घरवालों ने उसके गर्भवती होने के शक में मारपीट की थी.
वीडियो के कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें अरबी भाषा की कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं, जिनमें वायरल वीडियो के विजुअल्स मौजूद थे.
Slaati नाम की एक न्यूज वेबसाइट की रिपोर्ट में महिला का नाम लीना ओक्ला बताया गया था. लीना के परिवार ने 'ऑनर' के नाम पर उसको बर्बर तरीके से मारा. हालांकि घटना के तुरंत बाद उनमें से तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था.
असल में लीना के पेट में ट्यूमर था, डॉक्टर ने इलाज के दौरान गलत जांचकर उसके परिवार को सूचना दे दी कि वह गर्भवती है. इसी आधार पर लीना के रिश्तेदारों ने उसकी सरेआम पिटाई कर दी.
रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि क्षेत्र में काम कर रहे मानव अधिकार संगठनों ने भी इसपर बयान जारी कर घटना की निंदा की.
Vetogate की 29 फरवरी की रिपोर्ट के अनुसार, उत्तरी सीरिया के रक्का स्थित तल अल-समन में सात लोगों ने 20 वर्षीय लीना के साथ 'ऑनर' के नाम पर मारपीट की. इन सात लोगों में से तीन को हिरासत में ले लिया गया.
स्थानीय लोगों के मुताबिक इससे पहले उसकी बहन आयशा के साथ भी ऐसे ही मारपीट की गई थी. घटना का वीडियो वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर सीरियाई यूजर्स ने मारपीट करने वालों के खिलाफ कड़ी सजा की अपील की थी.
Damapost की 27 फरवरी 2024 की रिपोर्ट में बताया गया कि मारने वालों में तीन उसके भाई थे. इस मारपीट के कारण लीना के शरीर में कई जगह फ्रैक्चर और सिर पर गहरी चोट आ गई. उसे रक्का के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया.
घटना के वीडियो वायरल होने बाद 18 अप्रैल 2024 को फ्री प्रेस जर्नल ने भी इसपर रिपोर्ट की थी. इस रिपोर्ट में भी स्थानीय सामाचार के हवाले से इसे सीरिया के रक्का प्रांत में 'ऑनर' के नाम पर किए गए हमले के रूप में बताया गया है. इसके अलावा, न्यूज 24 की रिपोर्ट में भी संबंधित खबर देखी जा सकती है.