जयपुर में एक परिवार पर हुए पथराव का वीडियो मुर्शिदाबाद हिंसा से जोड़कर वायरल
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो साल 2024 में जयपुर के मालपुरा गेट इलाके में जमीन विवाद के मामले से जुड़ा है. इसका मुर्शिदाबाद की हालिया हिंसा से कोई संबंध नहीं है.



पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में वक्फ संशोधन कानून के खिलाफ हुए विरोध से उपजी हिंसा के बाद स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. वहां हिंदू परिवारों के पलायन के मामले भी सामने आ रहे हैं
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक परिवार पर हो रही पत्थरबाजी का वीडियो वायरल हो रहा है. इसके साथ दावा किया जा रहा है कि मुर्शिदाबाद में समुदाय विशेष के लोग एक हिंदू परिवार पर पथराव कर रहे हैं और उन्हें खदेड़ रहे हैं.
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि यह वीडियो मुर्शिदाबाद का नहीं है. पत्थरबाजी की यह घटना 2024 की है, तब राजस्थान के जयपुर स्थित मालपुरा गेट इलाके में बदमाशों ने जमीन पर कब्जे के लिए एक परिवार पर हमला किया था. हमले में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था.
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ लोग दो महिलाओं समेत पूरे परिवार पर पत्थर फेंकते नजर आ रहे हैं. पत्थर फेंक रहे लोगों के हाथ में लाठी-डंडे भी देखे जा सकते हैं.
इंस्टाग्राम पर इसे शेयर करते हुए एक यूजर ने लिखा, 'पाकिस्तान बनता हुआ भारत का पश्चिम बंगाल #मुर्शिदाबाद जिला, दया, अहिंसा, प्रेम, करुणा के लिए करुणामई किताबें पढ़नी पड़ती हैं. यह भारत का सेकुलरिज्म है....सावधान भारत.....'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
इंस्टाग्राम पर एक अन्य यूजर ने इसके साथ सांप्रदायिक दावा करते हुए लिखा, 'मुर्शिदाबाद_जिहादी_हमला. जिस घर में... बैठ कर IPL देख रहें हों परिवार समेत उससे ऐसे ही खदेड़ कर भगाएं जाओगे..!! जागो हिंदुओं जागो.'
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक: वीडियो जयपुर का है
संबंधित कीवर्ड के साथ वीडियो के एक कीफ्रेम को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें अप्रैल 2024 की कई न्यूज रिपोर्ट मिलीं, जिनके मुताबिक यह घटना राजस्थान के जयपुर की है. लगभग सभी रिपोर्ट में वायरल वीडियो के विजुअल मौजूद हैं.
आज तक की 8 अप्रैल 2024 की रिपोर्ट के अनुसार, यह घटना जयपुर के मालपुरा थाना इलाके के दादाबाड़ी जैन मंदिर के पास की है. रिपोर्ट में पुलिस के हवाले से बताया गया कि मामला जमीन विवाद से संबंधित था जहां एक पक्ष की तरफ से आए बदमाशों ने पीड़ित शंकरलाल सुईवाल समेत उनके परिवार पर जमकर पथराव कर दिया.
अमर उजाला की रिपोर्ट में पीड़ित शंकरलाल सुईवाल के हवाले से बताया गया कि उनका परिवार भवन दादाबाड़ी जैन मंदिर स्टेशन रोड, सांगानेर में पीढ़ियों से रह रहा है. आठ अप्रैल 2024 को दोपहर 12 बजे के करीब दर्जनों की संख्यां में लोग ट्रैक्टर में आए और उनके परिवार पर हमला कर दिया. उन्होंने मकान की दीवार और घर में खड़ी कार के शीशे तोड़ दिए. इसके अलावा बीच बचाव करने आई विमलेश और नीलम के साथ मारपीट और छेड़छाड़ की. पुलिस की पीसीआर करीब आधे घंटे बाद मौके पर पहुंची.
घटना में कोई सांप्रदायिक एंगल नहीं था
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस घटना में 2 महिलाएं और दो पुरुष बुरी तरह घायल हो गए थे. यह विवाद 16 बीघा जमीन को लेकर था जिस पर भरतपुर के बयाना निवासी सुभाष चंद और नंदकिशोर कब्जा करना चाहते थे. सुभाष चंद ने भी इस जमीन की रजिस्ट्री कराई थी, लेकिन सुईवाल और उनका परिवार इसका विरोध कर रहा था. इस जमीन को लेकर दोनों के बीच इससे पहले भी विवाद हो चुका था.
इस घटना के बाद सुईलाल ने 50-60 अज्ञात लोगों के खिलाफ मालपुरा गेट थाने में केस दर्ज कराई थी. रिपोर्ट में एसपी विनोद शर्मा के हवाले से बताया गया कि आरोपी भी इस जमीन पर दावा कर रहे थे.
ईटीवी भारत की एक रिपोर्ट में मालपुरा गेट थाना अधिकारी हिम्मत सिंह के हवाले से कहा गया कि यह घटना एक प्लॉट पर कब्जे को लेकर से हुई थी. इस संबंध में सुभाष चंद और नंदकिशोर नाम के दो लोगों को गिरफ्तार किया गया था.
असल में यह इलाका जयपुर के सांगानेर में आता है, जो कि राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा का निर्वाचन क्षेत्र है. 11 अप्रैल 2024 की आजतक की रिपोर्ट में बताया गया कि पुलिस ने पथराव के इस मामले में 10 आरोपियों को गिरफ्तार कर उन्हें भरे बाजार नंगे पांव पैदल घुमाया था. गिरफ्तार आरोपी सुभाष और नंदकिशोर के अलावा इस रिपोर्ट में 8 अन्य आरोपियों के नाम भी मेंशन हैं.