वाराणसी में दलित युवती द्वारा मुस्लिम युवकों की हत्या करने का दावा फ़र्ज़ी है
बूम ने जांच में पाया कि वाराणसी पुलिस ने इन दावों का खंडन करते हुए कहा है कि ऐसी कोई घटना वाराणसी के बाबतपुर में नहीं हुई है.
सोशल मीडिया पर न्यूज़ वेबसाइट यूपी तक के हवाले से एक कथित ख़बर शेयर की जा रही है. ख़बर में यह दावा किया जा रहा है कि वाराणसी में बलात्कार और धर्मांतरण की धमकी देने पर एक दलित हिंदू युवती 6 मुस्लिम युवकों का गला काट कर फ़रार हो गई और वहां के एक मंदिर से 6 कटे सिर बरामद किए गए हैं.
हालांकि बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल हो रहा यह दावा पूरी तरह से फ़र्ज़ी है. वाराणसी पुलिस ने इन दावों का खंडन करते हुए कहा है कि ऐसी कोई घटना वाराणसी के बाबतपुर में नहीं हुई है. वहीं यूपी तक ने भी इस पोस्ट का खंडन करते हुए कहा है कि उनका इस ख़बर से कोई लेना देना नहीं है.
वायरल पोस्ट एक न्यूज पेपर की शक्ल में है, जिसमें सबसे ऊपर यूपी तक का लोगो मौजूद है. वहीं हेडिंग में लिखा हुआ है, “बलात्कार और धर्मांतरण की धमकी देने पर 6 मुस्लिम युवको का गला काट दलित हिंदू युवती फरार ; बाबतपुर स्थित काली मंदिर से 6 कटे सिर बरामद.
हेडिंग के नीचे बतौर ख़बर लिखा हुआ है, “बाबतपुर थाना, वाराणसी : कार्यालय रोड कचहरी के हेमंतपुर गांव में आधी रात को दिल देहला देने वाली हत्या सामने आई है। बलात्कार की धमकी से परेशान एक दलित हिंदू लड़की ने आधी रात को सोते समय 6 मुस्लिम युवकों के सिर काटे और उनको प्राचीन काली मंदिर को अर्पित कर लापता हो गई।
आगे लिखा हुआ है, “परीजनो का कहना है कि उनके पहले कई बार बाबतपुर थाने में शिकायत की थी लेकिन पुलिस की तरफ से दलित लड़की को कोई सुरक्षा नहीं दीया गया और ना ही मुस्लिमो पर कार्रवाई की गई।आखिरकार प्रशासन से कोई मदद ना मिलने पर खुद के आत्मसम्मान और धर्म की रक्षा के लिए बेटी ने ऐसा किया" । हालांकि पुलिस आरोपी युवती की तलाश कर रही है”.
इस कथित ख़बर को फ़ेसबुक पर काफ़ी शेयर किया गया है.
फ़ेसबुक पर इससे जुड़े अन्य पोस्ट्स आप यहां, यहां और यहां देख सकते हैं.
बूम को यह वीडियो व्हाट्सएप टिपलाइन 7700906588 पर भी प्राप्त हुई है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल पोस्ट की पड़ताल के दौरान जब उस कथित ख़बर को ध्यान से पढ़ा तो हमें व्याकरण से जुड़ी कई विसंगतियां देखने को मिली, जो इसके फ़र्ज़ी होने की तस्दीक कर रही थी. जैसे इसमें ‘युवकों’ की जगह ‘युवको’, ‘परिजनों’ के बजाय ‘परीजनो’, दिया की जगह ‘दीया’ लिखा हुआ था.
इसके बाद हमने संबंधित कीवर्ड की मदद से न्यूज़ रिपोर्ट भी खंगाली, लेकिन ऐसी कोई रिपोर्ट नहीं मिली जिसमें वायरल दावे का जिक्र हो.
जांच के दौरान हमने वाराणसी पुलिस प्रमंडल के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट को भी खंगाला तो हमें 19 जून 2023 को किया गया एक ट्वीट मिला. ट्वीट में उन्होंने वायरल पोस्ट और उसमें किए जा रहे दावे का खंडन किया था.
वाराणसी पुलिस प्रमंडल ने वायरल दावे का खंडन करते हुए लिखा था, “कतिपय ट्वीटर हैण्डलों द्वारा एक फेक न्यूज को पोस्ट कर वायरल किया जा रहा है जिसमें "बलात्कार व धर्मान्तरण की धमकी देने पर 06 मुस्लिम युवकों का गला काट दलित हिंदू युवती फरार, बाबतपुर स्थित काली मंदिर से 06 सिर बरामद" होना बताया जा रहा है, जो पूर्णतया असत्य है.
आगे उन्होंने लिखा था कि “कमिश्नरेट वाराणसी के थाना फूलपुर अंतर्गत चौकी बाबतपुर में ऐसी कोई भी घटना घटित नहीं हुई हैं. कमिश्नरेट वाराणसी पुलिस इस असत्य भ्रामक खबर का खण्डन करती है. कृपया इस प्रकार के असत्य व भ्रामक पोस्ट को साझा न करें. इस असत्य एवं भ्रामक पोस्ट को ट्वीट करने वालों पर वैधानिक कार्यवाही की जा रही है”.
इस दौरान हमने यूपी तक के ट्विटर हैंडल को भी खंगाला तो हमें 19 जून को उनके अकाउंट से किया गया एक ट्वीट मिला. ट्वीट में उन्होंने वायरल पोस्ट का खंडन करते हुए बताया था कि उन्होंने ऐसी कोई ख़बर प्रकाशित नहीं की है.
यूपी तक ने वायरल पोस्ट का खंडन करते हुए लिखा है कि, “सोशल मीडिया पर यूपी Tak के नाम (Logo) के साथ फैलाई जा रही ये काल्पनिक ख़बर पूर्णतया असत्य एवं भ्रामक है. कृपया ऐसी भ्रामक ख़बरों पर ध्यान न दें. वारणसी कमिश्नरेट ने भी इस ख़बर का खंडन किया है. पुलिस ऐसे पोस्ट को शेयर करने वालों पर वैधानिक कार्यवाही करेगी”.
इस दौरान हमने यह भी पता लगाने की कोशिश की कि क्या यूपी तक इस तरह के न्यूज पेपर भी जारी करती है. हमने इसके लिए यूपी तक से जुड़े नीरज गुप्ता से संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि “यह पोस्ट पूरी तरह से फ़र्ज़ी है और यूपी तक कोई न्यूज़ पेपर नहीं जारी करता है”.
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