क्या योगी आदित्यनाथ ने लोगों से शाहरुख़ खान की 'पठान' नहीं देखने की अपील की?
बूम ने पाया की वायरल वीडियो पुराना है और इसका शाहरुख़ खान की आगामी फ़िल्म ‘पठान’ से कोई संबंध नहीं है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) का अभिनेता शाहरुख खान के बारे में बात करते हुए एक पुराना वीडियो सोशल मीडिया पर ग़लत दावे से वायरल है. इस वीडियो को शेयर करते हुए दावा किया गया है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लोगों को शाहरुख़ खान (Shahrukh Khan) की आगामी फ़िल्म 'पठान' (Pathan) नहीं देखने की सलाह दी है. सोशल मीडिया यूज़र्स वीडियो को हालिया बताकर बड़े पैमाने पर शेयर कर रहे हैं.
बूम ने पाया की वायरल वीडियो पुराना है और इसका शाहरुख़ खान की आगामी फ़िल्म 'पठान' से कोई संबंध नहीं है.
दिल्ली के नारायणा में हुई हत्या को साम्प्रदायिक रंग देकर शेयर किया गया
यह वीडियो फ़ेसबुक और ट्विटर सहित सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ट्रेंड हो रहे 'पठान' फ़िल्म के बहिष्कार की पृष्ठभूमि में वायरल है.
वायरल वीडियो में योगी आदित्यनाथ को कहते हुए सुना जा सकता है कि "इस देश के अंदर वामपंथी विचारधारा के कुछ कथित लेखकों और कलाकारों ने जिस प्रकार से अब भारत विरोधी स्वर - यानी कि अब भाजपा का नहीं बल्कि भारत विरोधी स्वर ही उठाना शुरू किया है दुर्भाग्य से उस स्वर के साथ शाहरुख़ खान जैसे लोगों के स्वर मिलें हैं और ये पहली बार नहीं हो रहा है इससे पहले भी इस प्रकार की हरकतें उनके द्वारा हुई हैं. शाहरुख़ खान को इस बात को याद रखना चाहिए कि अगर इस देश का बहुसंख्यिक समाज उनकी फ़िल्मों का बहिष्कार कर देगा तो एक आम मुसलमान की तरह उनको भी सड़कों पर भटकना पड़ेगा." वीडियो के आख़िर में योगी आदित्यनाथ को शाहरुख़ खान की भाषा और हाफ़िज़ सईद की भाषा से तुलना करते हुए सुना जा सकता है.
दक्षिणपंथी फ़ेसबुक ग्रुप द्वारा शेयर किये गए वीडियो के साथ कैप्शन दिया गया है, "शाहरुख खान की पठान मूवी ना देखने के लिए बाबा जी का संदेश."
पोस्ट यहां देखें.
फ़ेसबुक यूज़र गिरीश डंगवाल ने वीडियो पोस्ट करते हुए कैप्शन लिखा, "शाहरुख खान की पठान मूवी ना देखने के लिए बाबा जी का संदेश जन जन तक पहुंचाने का हमारा और आपका कर्तव्य है."
पोस्ट यहां देखें.
इसी दावे के साथ वायरल अन्य पोस्ट यहां, यहां और यहां देखें.
यूपी में योगी सरकार बनने पर 3 महीने फ़्री रिचार्ज मिलने का दावा फ़र्जी है
फ़ैक्ट चेक
बूम ने यूट्यूब पर संबंधित कीवर्ड्स के साथ सर्च किया तो पाया कि 2015 की कई वीडियो रिपोर्ट्स में यही फ़ुटेज है.
वायर एजेंसी एएनआई के यूट्यूब चैनल पर 4 नवंबर, 2015 को 'आदित्यनाथ ने शाहरुख की तुलना हाफिज सईद से की' शीर्षक के साथ अपलोड की गई एक रिपोर्ट में वायरल वीडियो के समान दृश्य हैं.
वीडियो यहां देखें.
इस रिपोर्ट से स्पष्ट हो जाता है कि वीडियो 2015 का है और तब योगी आदित्यनाथ यूपी के मुख्यमंत्री नहीं थे. रिपोर्ट में लिखा है कि बॉलीवुड अभिनेता पर देश में बढ़ते असहिष्णुता के ख़िलाफ़ उनकी टिप्पणियों के लिए दक्षिणपंथी समूहों की आलोचना का सामना करना पड़ा था.
इस संबंध में हमने मीडिया रिपोर्ट्स खंगाली तो 4 नवंबर 2015 को प्रकाशित लाइव हिंदुस्तान की रिपोर्ट मिली.
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि बीजेपी सांसद योगी आदित्यनाथ ने असहिष्णुता पर शाहरुख खान के दिए बयान और हाफ़िज़ सईद द्वारा उन्हें पाकिस्तान में रहने का न्यौता देने पर कड़ी प्रतिकिया देते हुए कहा कि शाहरुख़ खान और हाफ़िज़ की भाषा एक जैसी है.
रिपोर्ट के अनुसार, शाहरुख़ खान ने देश में बढ़ती असहिष्णुता और फ़िल्मकारों, वैज्ञानिकों एवं लेखकों द्वारा पुरस्कार लौटाया जाना यह दिखाता है कि देश में 'घोर असहिष्णुता' है. उन्होंने कहा था कि अगर वह चाहें तो वह भी अपने पुरस्कार लौटा सकते हैं, लेकिन उन्हें ऐसा करने की ज़रूरत नहीं है.
Pathan को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल शाहरुख़ खान के नाम से फ़र्जी अपील