कमला हैरिस के माता-पिता के गलत दावे के साथ पुरानी तस्वीर फिर से वायरल
बूम ने पाया कि हैरिस के साथ तस्वीर में दिख रहे लोग एनजीओ 'प्रथम यूएसए' के चैरिटी इवेंट में शामिल सुनील पारुलेकर और रोहिणी पारुलेकर हैं.
संयुक्त राज्य अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के माता-पिता के दावे के साथ एक पुरुष और महिला की तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की जा रही है.
यूजर्स एक एनजीओ द्वारा 2016 में फंड रेजिंग के लिए आयोजित समारोह की इस तस्वीर के साथ कह रहे हैं कि हैरिस के माता-पिता भारतीय मूल के हैं और वह खुद को अश्वेत बताकर अपनी पहचान के बारे में लोगों को गुमराह कर रही हैं.
गौरतलब है कि अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने 21 जुलाई 2024 को घोषणा की कि वह डेमोक्रेटिक पार्टी के अंदर उठती आवाजों के बीच अपनी उम्मीदवारी वापस ले रहे हैं. बाइडेन ने डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से राष्ट्रपति पद के लिए कमला हैरिस का समर्थन किया.
हैरिस ने डेमोक्रेटिक प्रतिनिधियों का बहुमत समर्थन भी हासिल कर लिया है, जिसकी वजह से उनके राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनने का रास्ता साफ हो गया है. इस घोषणा के बाद से कई रिपब्लिकन नेताओं ने हैरिस पर खुले आम नस्लवादी और लैंगिक टिप्पणियां कीं. इसे लेकर सोशल मीडिया पर भी इस तरह की गलत सूचनाएं शेयर की जा रही हैं.
वायरल तस्वीर के ऊपर एक टेक्स्ट भी लिखा देखा जा सकता है- "आपके माता-पिता अश्वेत नहीं हैं तो आप अश्वेत नहीं है."
[मूल टेक्स्ट: You ain’t black if your parents ain’t black]
एक्स पर इसे शेयर करते हुए एक यूजर ने कैप्शन दिया, 'कमला हैरिस! तथ्य तो तथ्य है! यदि आपके माता-पिता अश्वेत नहीं हैं तो आप अश्वेत नहीं हैं.'
[मूल टेक्स्ट: Kamala Harris! Facts are facts! You ain't black if your parents ain't black]
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
फैक्ट चेक
बूम ने अपने फैक्ट चेक में पाया कि कमला हैरिस के साथ वायरल तस्वीर में दिख रहे लोग उनके माता-पिता नहीं बल्कि एनजीओ- 'Pratham USA' द्वारा फंड रेजिंग के लिए आयोजित चैरिटी इवेंट में शामिल भारतीय मूल के सुनील पारुलेकर और रोहिणी पारुलेकर हैं. 'प्रथम' शिक्षा के क्षेत्र में काम करने वाला एक गैर-सरकारी संगठन है.
22 जुलाई 2024 की CNN की एक रिपोर्ट के अनुसार, कमला हैरिस का जन्म 20 अक्टूबर 1964 को कैलिफोर्निया के ओकलैंड में हुआ था. हैरिस के पिता, डोनाल्ड, बर्कले में कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी में अर्थशास्त्र का अध्ययन करने के लिए जमैका से अमेरिका आए थे. वे स्टैनफोर्ड में अर्थशास्त्र के प्रोफेसर थे. उनकी मां, श्यामला गोपालन हैरिस 1950 के दशक के अंत में दक्षिण भारत से अमेरिका आई थीं.
हैरिस, 2019 के संस्मरण "The Truths We Hold (द ट्रुथ्स वी होल्ड)" में लिखती हैं कि उनके माता-पिता सिविल राइट्स मूवमेंट के दौरान बर्कले में मिले और प्यार हो गया. लेकिन बाद में दोनों का तलाक हो गया, तब वह और उनकी बहन माया काफी छोटी थीं.
हमें कमला हैरिस के इंस्टाग्राम हैंडल पर 9 जुलाई 2019 की शेयर की गई एक तस्वीर मिली, जिसमें उनकी मां (बीच में) और उनकी छोटी बहन माया (दाएं) को देखा जा सकता है.
हमें स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की वेबसाइट पर हैरिस के पिता की भी तस्वीर मिली, वे वहां अर्थशास्त्र के एमेरिटस प्रोफेसर रह चुके हैं.
कमला हैरिस के माता-पिता की उपलब्ध तस्वीरों की तुलना करने पर साफ देखा जा सकता है कि वायरल तस्वीर में दिख रहे दोनों लोग उनसे मेल नहीं खाते हैं.
वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च करने पर हमें अगस्त 2016 की मूल तस्वीर भी मिली. इसे कैलिफोर्निया के पालो ऑल्टो में भारतीय-अमेरिकी चैरिटी समूह 'प्रथम' द्वारा भारत में बच्चों की शिक्षा के समर्थन में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान लिया गया था. हालांकि 2016 में 'प्रथम यूएसए' ने फेसबुक पर पोस्ट की गई इस तस्वीर को बाद में हटा लिया था.
पोस्ट का आर्काइव लिंक.
हमने पाया कि वायरल तस्वीर में दिख रही महिला का नाम रोहिणी पारुलेकर है. हमें 'प्रथम यूएसए' के एक अन्य कार्यक्रम में रोहिणी की एक और तस्वीर मिली, जिससे हम उनकी पहचान कर पाए.
इसके अलावा, तस्वीर में दिख रहे दूसरे शख्स सुनील पारुलेकर है, जो रोहिणी पारुलेकर के पति हैं. हमें 'प्रथम यूएसए' की व्यक्तिगत डोनर की सूची में रोहिणी और सुनील दोनों के नाम भी मिले. नीचे हम देख सकते हैं कि सुनील की प्रोफाइल पर लगी तस्वीर वायरल फोटो में दिख रहे व्यक्ति से मेल खाती है.
कमला हैरिस ने 2021 के अपने एक फेसबुक पोस्ट में बताया था कि उनकी मां का निधन 2009 में हो गया था. पारुलेकर के साथ हैरिस की वायरल तस्वीर उनकी मां के निधन के सात साल बाद ली गई थी.
एएफपी ने इससे पहले अगस्त 2020 में भी इस तस्वीर का फैक्ट चेक किया था. इस दौरान एएफपी ने 'प्रथम यूएसए' के प्रवक्ता से संपर्क किया था. उन्होंने बताया था कि हैरिस के साथ तस्वीर में दिख रहे पुरुष और महिला 'प्रथम' के दो समर्थक हैं.
प्रवक्ता ने एएफपी को यह भी बताया कि तस्वीर कैलिफोर्निया में संगठन के फंड रेजिंग के लिए आयोजित एक समारोह में ली गई थी. हैरिस उस समय राज्य की अटॉर्नी जनरल थीं. उन्होंने इस कार्यक्रम में बात भी रखी थी.
बूम ने 'प्रथम यूएसए' से इसपर प्रतिक्रिया मांगी है, जवाब मिलने पर लेख को अपडेट कर दिया जाएगा.