Fact Check : मनसुख मांडविया पर जूता फेंके जाने का पुराना वीडियो वायरल
बूम ने अपनी जांंच में पाया कि वायरल वीडियो 2017 का है, तब मांडविया केंद्र सरकार में परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री थे.
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी नेता मनसुख मांडविया पर जूता फेंके जाने का एक पुराना वीडियो वायरल है. सोशल मीडिया पर वीडियो को हाल का बताते हुए शेयर किया जा रहा है. बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो 2017 का है, तब वह केंद्र सरकार में परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री थे.
गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव 2024 के लिए 19 अप्रैल से एक जून के बीच सात चरणों में मतदान होना है.
एक्स पर समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता आई पी सिंह ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया पर चप्पल जूते चल रहे हैं. सनद रहे ये गुजरात में पशु प्रजनन केंद्र पर पशु चिकित्सक के सहयोगी रहे हैं मोदी ने इन्हें देश का स्वास्थ्य मंत्री बना दिया.'
आर्काइव पोस्ट यहां देखें.
फेसबुक पर भी इसी दावे के साथ यह वीडियो शेयर किया गया है.
आर्काइव पोस्ट यहां देखें.
फैक्ट चेक
बूम ने वीडियो की पड़ताल के लिए दावे से संबंधित एक विशेष कीवर्ड 'Shoe Being Hurled Mansukh Mandaviya' से गूगल पर सर्च किया. हमें मई 2017 की कई मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं.
इंडिया टुडे की रिपोर्ट में बताया गया कि गुजरात के भावनगर जिले में केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया पर जूता फेंकने पर एक छात्र को पुलिस ने हिरासत में ले लिया. रिपोर्ट में वीडियो को भी शामिल किया गया है.
टाइम्स ऑफ इंडिया और एबीपी न्यूज में 29 मई 2017 को पब्लिश रिपोर्ट में बताया गया कि भावनगर जिले के वल्लभीपुर नगर में एक कार्यक्रम हो रहा था, जिसमें तत्कालीन सड़क परिवहन और राजमार्ग राज्य मंत्री मनसुख मांडविया लोगों को संबोधित कर रहे थे. इसी दौरान हार्दिक पटेल के नेतृत्व वाली पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के एक सदस्य ने उनकी ओर जूता फेंक दिया. हालांकि जूता मंत्री को नहीं लगा.
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में वल्लभीपुर के सब-इंस्पेक्टर पीएस रिजवी के हवाले से लिखा गया, 'हमने मंत्री पर जूता फेंकने के आरोप में भावेश सोनानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है. उस पर आईपीसी की धारा 353 (लोक सेवक पर हमला) और 186 (लोक सेवक के काम में बाधा डालना) के तहत मामला दर्ज किया गया है.'