यूक्रेन में फंसी सपा नेता के बेटी के वायरल वीडियो का सच क्या है?
रूस और यूक्रेन का युद्ध जब से शुरू हुआ है सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरों, वीडियो और तस्वीरों की बाढ़ आ गई है. इन दिनों सोशल मीडिया पर एक वीडियो जिसमें एक लड़की खुद को यूक्रेन (Ukraine) में फंसी हुई मेडिकल की भारतीय छात्रा बता रही है और सरकार से उसे निकालने की गुहार लगाती दिख रही है, बहुत वायरल हो रही है.
वीडियो के साथ दावा किया जा रहा है कि ये लड़की हरदोई (उत्तर प्रदेश) से समाजवादी पार्टी के नेता महेंद्र यादव की बेटी वैशाली यादव हैं और मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए उसने खुद का यूक्रेन में फंसे होने का झूठा वीडियो बनाया है जिसके कारण पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया है.
बूम को हरदोई पुलिस ने बताया कि कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई है और लड़की ने वीडियो यूक्रेन से ही बनाया था. हमने वैशाली यादव के पिता महेंद्र यादव से भी बात की. उन्होंने वायरल दावों को फ़र्ज़ी बताया और ये भी कहा कि वैशाली आज सुबह सकुशल घर पहुँच गयी हैं.
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ट्विटर पर यह वीडियो बीजेपी नेता Naveen Kumar Jindal ने ट्वीट करते हुए लिखा 'सपाई नेता महेंद्र यादव की पुत्री वैशाली यादव ने अपने पिता के कहने पर मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए अपने घर से ही वीडियो बना दिया। लाल टोपी मतलब रेड अलर्ट'.
वीडियो ट्विटर पर फ़र्ज़ी दावे के साथ बहुत वायरल है.
इस पोस्ट को अन्य बीजेपी नेताओं ने भी शेयर किया जिसमें neetusingh, sunilyadav, anilkumar आदि शामिल थे. इन्होंने बाद में ट्वीट डिलीट कर दिए.
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इसके अलावा फ़ेसबुक पर भी इस वीडियो को इसी दावे के साथ कई यूज़र्स ने पोस्ट किया है.
फ़ैक्ट चेक
इंटरनेट पर वैशाली यादव के बारे में सर्च करने पर नवभारत टाइम्स का एक आर्टिकल मिला जिसके अनुसार वह समाजवादी पार्टी के नेता और पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष महेंद्र सिंह यादव की बेटी हैं. वर्तमान में वैशाली ग्राम तेरापुरसौली की प्रधान हैं और यूक्रेन में पिछले 3 साल से मेडिकल की पढ़ाई कर रही हैं.
जैसा कि हम जान चुके हैं कि वैशाली यादव हरदोई (उत्तर प्रदेश) की रहने वाली हैं. बूम ने जब वैशाली यादव की गिरफ़्तारी के संबंध में हरदोई पुलिस अधीक्षक से संपर्क किया, तो एसपी ऑफिस पीआरओ ने बताया, "लड़की की गिरफ़्तारी की न्यूज़ फ़ेक है और आखिरी बार जब लड़की से संपर्क हुआ था तब वह यूक्रेन में थी, आज की कोई स्पष्ट जानकारी नहीं है."
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आगे और सर्च करने पर बूम को हरदोई के एसपी राजेश द्विवेदी का इस संबंध में स्पष्टीकरण का वीडियो मिला.
एसपी ने कहा,'जिस लड़की की बात हो रही है वह इस समय रोमानिया में है और उसके द्वारा हेल्प के लिए वीडियो जारी किया था. पुलिस द्वारा जनपद में इस संबंध में कोई एक्शन लेने वाली बातें सही नहीं है.'
अंग्रेज़ी अखबार हिंदुस्तान टाइम्स के अनुसार लड़की के पिता महेंद्र यादव ने बताया, "वह यूक्रेन में MBBS की पढ़ाई के लिए गई है और हाल में वह रोमानिया में है. वैशाली पिछले साल यहां आई थीं, जिस दौरान उसने ग्राम प्रधान का चुनाव लड़ा और जीता. वैशाली ने ग्राम सभा की बैठक में भी हिस्सा लिया था." आगे पिता ने कहा, "ग्राम प्रधान को साल में कम से कम दो बैठकों में हिस्सा लेना होता है और वैशाली लौटने के बाद ग्राम सभा की दूसरी बैठक में हिस्सा लेगी।"
इसके बाद बूम ने वैशाली यादव के पिता महेंद्र यादव से भी बात की जिन्होंने हमें बताया कि वायरल दावें फ़र्ज़ी हैं और पुलिस ने कोई गिरफ़्तारी नहीं की है. "वो वापस आ गयी है मगर पुलिस का कोई मतलब नहीं है इस सिलसिले में," महेंद्र यादव ने बूम को बताया.
उन्होंने हमें आगे बताया कि वैशाली आज सुबह ही भारत लौटी हैं. यादव ने हमें ये भी बताया कि वैशाली मौजूदा ग्राम प्रधान भी हैं.
वैशाली यादव का यूक्रेन में रिकार्ड किया हुआ वीडियो यहाँ है.