दिल्ली में मस्जिद छोड़कर सिर्फ़ मंदिर तोड़ने का सुदर्शन न्यूज़ का दावा ग़लत है
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया जा रहा सांप्रदायिक दावा फ़र्ज़ी है. मंदिर के पास मौजूद मज़ार के अवैध निर्माण को भी प्रशासन ने हटाया है.
दक्षिणपंथी न्यूज़ चैनल 'Sudarshan News' ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट करते हुए दावा किया कि दिल्ली के झंडेवालान मंदिर के पास मौजूद हनुमान मंदिर को प्रशासन ने रात को तोड़ दिया जबकि बगल में स्थित मस्जिद-मज़ार को प्रशासन ने हाथ तक नहीं लगाया. वीडियो में आगे रिपोर्टर दावा करता है कि जहांगीरपुरी, सीमापुरी, मंगोलपुरी आदि इलाकों में वहां के लोगों ने सड़कों और पार्कों पर कब्ज़ा कर 'मिनी पाकिस्तान' बना लिया है लेकिन उस अतिक्रमण को हटाने की किसी अधिकारी में ताकत नहीं है सिर्फ़ हिन्दुओं के मंदिर हटाये जाते हैं.
बूम ने अपनी जांच में पाया कि वायरल वीडियो में किया जा सांप्रदायिक दावा ग़लत है. प्रशासन ने मंदिर से थोड़ी दूर मौजूद मामा-भांजा मज़ार के हिस्से को भी अतिक्रमण बताते हुए तोड़ा है.
'सुदर्शन न्यूज़ दिल्ली' के ट्वीट को रिपोस्ट करते हुए सुदर्शन न्यूज़ चैनल के मालिक ने लिखा, "मस्जिद छोड़ मंदिर पर बुल्डोजर."
आर्काइव वर्जन यहां देखें.
उपरोक्त वीडियो में सुदर्शन न्यूज़ का रिपोर्टर प्रशासन द्वारा तोड़े गए मंदिर के अवैध हिस्से को दिखाते हुए कहता है कि यह हनुमान का मंदिर 60 साल से अधिक पुराना है. रिपोर्टर आगे कहता है कि अगर अतिक्रमण की ही बात है तो पास में ही बना पुलिस रूम क्यों नहीं तोड़ा गया. वीडियो के अंत में रिपोर्टर प्रशासन को पक्षपाती बताते हुए मुस्लिमों द्वारा किये गए अतिक्रमण को हटाने का चैलेंज देता हुआ नज़र आता है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सम्बंधित कीवर्ड्स से वायरल दावे के सम्बन्ध में सर्च किया तो आजतक का 20 अगस्त 2023 का एक ट्वीट मिला. ट्वीट में बताया गया कि दिल्ली के झंडेवालान इलाके में मामा-भांजे मज़ार और पीपलेश्वर मंदिर के पास हुए अतिक्रमण को पीडब्ल्यूडी ने हटाया है. ट्वीट में संलग्न वीडियो में आज तक का रिपोर्टर बताता कि दो दिन पहले नोटिस देने के बाद सुबह पांच बजे के आसपास पीडब्लूडी विभाग ने बुलडोज़र से कार्यवाही करते हुए मामा-भांजा मज़ार और पिपलेश्वर मंदिर दोनों के अवैध हिस्सों को तोड़ दिया. मज़ार से मात्र 100 मीटर दूर मंदिर मौजूद है.इसी मुद्दे पर आज तक की 20 अगस्त 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक़, दिल्ली सरकार के पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से रविवार की सुबह करीब पांच बजे झंडेवालान इलाके में एक मज़ार और एक मंदिर पर हुए अतिक्रमण को हटाया गया है. रिपोर्ट में पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से बताया गया है कि झंडेवालान इलाके में मामा-भांजे मजार और पीपलेश्वर मंदिर पर हुए अतिक्रमण पर बुलडोजर की कार्रवाई की गई है.
आगे और सर्च करने पर इंडिया टीवी की इसी मुद्दे पर 20 अगस्त 2023 की वीडियो रिपोर्ट मिली. रिपोर्ट मुख्यता मज़ार पर हुई कार्रवाई पर केंद्रित है. वीडियो के डिस्क्रिप्शन में दी गयी जानकारी के अनुसार, दिल्ली के झंडेवालान माता मंदिर के पास स्थित मामू भांजे की मजार के पास पीडब्ल्यूडी ने एंटी एंक्रोचमेंट ड्राइव चलाते हुए मजार के अवैध निर्माण को ढहा दिया.
वीडियो में मामा-भांजा मज़ार के प्रबंधक वाजिद खान ने बताया कि शुक्रवार को पीडब्लूडी वाले नोटिस चिपका कर गए और रविवार अलसुबह उन्होंने तोड़ दी. हमें कागजी कार्यवाही का समय ही नहीं मिला. अतिक्रमण के सवाल पर वह जवाब देते हुए कहते हैं कि 'ये मज़ार 250 साल पुरानी है. अगर अभी के समय में बनी होती तो अतिक्रमण कहा भी जा सकता था'.
वीडियो के अंत में रिपोर्टर बताता है कि झंडेवालान मंदिर के पास मौजूद एक मंदिर पर भी पीडब्लूडी विभाग ने कर्यवाही की है.
उपरोक्त रिपोर्ट्स से स्पष्ट होता है कि प्राशसन द्वारा सिर्फ़ मंदिर तोड़ने का दावा ग़लत है. पीडब्लूडी विभाग द्वारा चलाये गए अतिक्रमण हटाओ अभियान के दौरान झंडेवालान के पास मौजूद हनुमान मंदिर के अलावा वहां मौजूद मज़ार के अवैध हिस्से को भी तोड़ा गया है.
बूम ने दिल्ली सरकार के पीडब्लूडी विभाग से भी संपर्क किया है, उनका जवाब आते ही स्टोरी अपडेट कर दी जाएगी.
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