UP के श्रावस्ती में नाबालिग बच्ची के साथ रेप और हत्या की घटना सांप्रदायिक रंग देकर वायरल
बूम को श्रावस्ती पुलिस ने बताया कि आरोपी रोहिंग्या मुस्लिम नहीं बल्कि हिन्दू है और उसका नाम शील कुमार पाठक है.
सोशल मीडिया में एक बच्ची की तस्वीर इस दावे के साथ शेयर की जा रही है कि उत्तर प्रदेश के श्रावस्ती में एक रोहिंग्या ने एक ब्राह्मण लड़की का रेप कर उसकी हत्या कर दी. वायरल दावे में आरोपी का नाम मुज़फ्फर अली बताया गया है, और कहा जा रहा है कि वह गांव में हिन्दू बनकर शील कुमार के नाम से रहता था.
हालांकि, बूम की जांच में सामने आया कि इस घटना में कोई सांप्रदायिक कोण नहीं है. आरोपी रोहिंग्या मुस्लिम नहीं बल्कि हिन्दू है.
ट्विटर पर खुद को पत्रकार बताने वाला शुभम शर्मा नाम के एक यूज़र ने बच्ची की धुंधली तस्वीर शेयर कर अंग्रेजी में लिखा, जिसका हिंदी अनुवाद है, 'गांव में एक हिंदू नाम से रह रहे एक रोहिंग्या ने एक ब्राह्मण नाबालिग लड़की का अपहरण किया और फिर बलात्कार कर उसकी हत्या कर दी थी. यूपी के श्रावस्ती जिले के गांव का रहने वाला मुजफ्फर अली कथित तौर पर रोहिंग्या है. मुजफ्फर अली उर्फ शील कुमार ने बच्ची की बेरहमी से हत्या कर दुष्कर्म किया था. किसी भी मीडिया ने इस जघन्य अपराध की सूचना नहीं दी.'
( आर्काइव लिंक )
शुभम शर्मा नामक इस पत्रकार ने यह खबर स्वयं की वेबसाइट neopolitico पर प्रकाशित करते हुए आरोपी को रोहिंग्या मुस्लिम बताया और दावा किया कि वह गाँव में हिन्दू नाम रखकर रह रहा था.
फ़ेसबुक पर एक यूज़र ने इसी तरह के सांप्रदायिक दावे से तस्वीर को शेयर किया.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने सबसे पहले वायरल दावे से सम्बंधित कीवर्ड्स के साथ खोज शुरू की तो उत्तरप्रदेश के श्रावस्ती में हुई इस घटना से जुड़ी कई मीडिया रिपोर्ट्स मिली. 5 जून 2023 की एबीपी न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी के श्रावस्ती के थाना गिलौला के रामपुर पैडा गांव का रहने वाला आरोपी शील कुमार, दस साल की बच्ची को टॉफी दिलाने के बहाने घर से बहला-फुसलाकर अपने घर ले गया और फिर बच्ची से रेप किया. इसके बाद आरोपी ने रस्सी से मासूम की गला घोंटकर हत्या कर दी.
रिपोर्ट में आगे लिखा है कि पुलिस ने आरोपी को गिरफ़्तार कर पोक्सो एक्ट के तहत मुक़दमा दर्ज किया है. पूछताछ में आरोपी ने अपना ज़ुर्म कुबूल कर लिया है.
इस घटना से सम्बंधित से दैनिक भास्कर और हिंदुस्तान की 5 जून 2023 की रिपोर्ट में भी आरोपी का नाम शील कुमार बताया गया है. किसी भी रिपोर्ट में आरोपी के मुस्लिम या रोहिंग्या होने का कोई ज़िक्र नहीं है.
आगे जांच के दौरान हमें श्रावस्ती पुलिस का एक ट्वीट मिला जिसमें श्रावस्ती की एसपी प्राची सिंह का बयान था. एसपी प्राची सिंह ने अपने बयान में भी आरोपी का नाम शील कुमार और उसके पिता का नाम रामचरण बताया है.
इस मामले पर अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए बूम ने श्रावस्ती पुलिस से संपर्क किया तो हमारी बात एडिशनल एसपी प्रवीण कुमार यादव से हुई.
प्रवीण कुमार यादव ने आरोपी के रोहिंग्या मुस्लिम होने के दावे का खंडन करते हुए कहा, "आरोपी मुस्लिम नहीं बल्कि हिन्दू है. आरोपी का नाम शील कुमार पाठक है और उसके पिता का नाम रामचरण पाठक है. आरोपी का मुस्लिम होने का दावा ग़लत है."
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