दलित व्यक्ति की पिटाई के दावे से वायरल वीडियो का सच क्या है? फ़ैक्ट चेक
बूम ने शाहजहांपुर सीओ सिटी सर्वनन टी. से संपर्क किया जिसमें उन्होंने पीड़ित व्यक्ति के दलित समाज से होने के दावे को ख़ारिज कर दिया.
बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक युवक को डंडे से पीटने का वीडियो वायरल हुआ. वीडियो में दिखाया गया कि एक दबंग व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति पर बेरहमी से डंडे बरसा रहा है. यह वीडियो सोशल मीडिया पर ख़ूब वायरल है. इस वीडियो के साथ दावा किया गया कि पीड़ित व्यक्ति दलित है.
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो के साथ किया गया दावा ग़लत है. बूम ने शाहजहांपुर सीओ सिटी सर्वनन टी से संपर्क किया जिसमें उन्होंने पीड़ित व्यक्ति के दलित समाज से होने के दावे को ख़ारिज कर दिया.
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वीडियो में देखा जा सकता है कि पिटाई के दौरान डंडे से मेज पर रखा बीजेपी का कमल निशान भी टूट जाता है. वीडियो में सोफे पर रखी एक पिस्टल भी नजर आ रही है. पीड़ित दबंग से रहम की भीख मांग करता है लेकिन दंबग उसे पीटता ही रहता है. इसके अलावा सफ़ेद कुर्ता पजामा पहने व्यक्ति को भद्दी गालियां देते हुए भी सुना जा सकता है.
फ़ेसबुक पर इस वीडियो को शेयर करते हुए एक यूज़र ने लिखा, "दलितों के सम्मान में #भाजपा उतरा मैदान मे ... #उत्तरप्रदेश"
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल वीडियो की जांच में पाया कि इसी वीडियो को समाजवादी पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से 15 अप्रैल 2022 को ट्वीट किया गया था.
ट्वीट के अनुसार, वायरल वीडियो का संबंध उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर से है और पिटाई करने वाले व्यक्ति बीजेपी का है. ट्वीट में कहीं भी पीड़ित व्यक्ति का जुड़ाव दलित समाज से होने का ज़िक्र नहीं है.
जांच के दौरान हमें शाहजहांपुर पुलिस के आधिकारिक हैंडल से शेयर किया गया वीडियो मिला, जिसमें इस घटना पर एसपी सिटी की बाईट है.
एसपी बताते हैं कि डंडे से पिटाई करने वाले व्यक्ति की पहचान प्रतीक तिवारी के रूप में और पीड़ित व्यक्ति की पहचान राजीव भरद्वाज के रूप में की गई है.
"किसी लड़के के बारे में पूछने पर जो उसके यहां काम करता था, उसके बारे में न बताने पर उसके साथ मारपीट की गई है.इस मामले में प्रतीक तिवारी, समित्तर और चार अन्य के ख़िलाफ़ आरोप पंजीकृत किया गया है. इसमें दो लोगों की गिरफ़्तारी कर ली गई है", एसपी ने बताया.
बूम ने शाहजहांपुर सीओ सिटी सर्वनन टी से संपर्क किया जिसमें उन्होंने पीड़ित व्यक्ति के दलित समाज से होने के दावे को ख़ारिज कर दिया.
वीडियो में डंडे से पिटाई करते दिखाई देने वाला व्यक्ति प्रतीक तिवारी का जुड़ाव बीजेपी से होने के सवाल पर सीओ सिटी ने बताया कि उसको ढूंढ रहे हैं. फ़िलहाल जांच जारी है. उसके बाद हम देखेंगे कि आरोपी व्यक्ति का संबंध बीजेपी से है या नहीं.
इस मामले से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट्स खोजने पर हिंदी और अंग्रेज़ी भाषा की कई रिपोर्ट्स मिलीं.
अमर उजाला की 17 अप्रैल 2022 की रिपोर्ट में बताया गया है कि पीड़ित व्यक्ति शाहजहांपुर के चौक कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला हुसैनपुरा निवासी राजीव भारद्वाज है.13 मार्च को साउथ सिटी कॉलोनी निवासी प्रतीक तिवारी ने राजीव को फोन करके कटिया टोला में अग्निवेश गुप्ता उर्फ अग्नि के घर जरूरी काम की बात कहते हुए बुलाया था. 12 बजे के क़रीब जब वो पहुंचा तो प्रतीक तिवारी व समित्तर निवासी बहादुरगंज व चार अन्य लोगों ने कहा कि जो लड़का उसके यहां काम करता था, वो कहां हैं. उसके जानकारी से इनकार करने पर उन सभी लोगों ने उसकी डंडे से जमकर पिटाई की. शोरगुल होने पर मोहल्ले वाले आ गए.
आरोपियों ने राजीव को पुलिस में शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी. स्थानीय पुलिस ने प्रतीक तिवारी व समित्तर समेत चार लोगों के ख़िलाफ़ मुक़दमा दर्ज कर लिया है. अन्य रिपोर्ट यहां और यहां देखें.
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