Russia-Ukraine Crisis: जलवायु प्रदर्शन का वीडियो रूस-यूक्रेन युद्ध से जोड़कर वायरल
बूम ने पाया कि वायरल वीडियो रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध का नहीं है.
रूस और यूक्रेन (Russia-Ukraine) के बीच पिछले 17 दिनों से युद्ध चल रहा है. इसी बीच सोशल मीडिया पर रूस और यूक्रेन युद्ध से जुड़े फ़ेक मैसेजेज, फ़ोटो और वीडियोज़ काफ़ी वायरल हो रहे हैं.
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि यूक्रेन ने रूसी हमले में मारे गए लोगों के बारे में झूठी जानकारी दी.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे 30 सेकंड के वीडियो में देखा जा सकता है कि एक न्यूज़ चैनल का रिपोर्टर कैमरे के सामने रिपोर्टिंग कर रहा है. रिपोर्टर के पीछे काले रंग के बैग में बिछी कई लाशें दिख रही हैं. तभी बैग में लिपटा एक शख़्स अचानक से अपने बैग को ठीक करता हुआ दिखाई देता है और एक व्यक्ति उस शख़्स की मदद के लिए तेज़ी से आता है और उसके बैग को ठीक करके चला जाता है.
पोलैंड के MP का पुराना वीडियो रूस-यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में वायरल
वीडियो में रिपोर्टर अंग्रेज़ी में रूसी हमले और उसकी वजह से हुई मौतों की जानकारी दे रहा है. साथ ही वीडियो के टिकर में अंग्रेजी में यह भी लिखा हुआ है कि यूक्रेनी स्वास्थ्य मंत्रालय के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार रूसी हमले में करीब 57 लोगों की मौत हुई है और 169 लोग घायल हुए है.
क्रिप्टो न्यूज़ हिंदी नाम के ट्विटर अकाउंट से इस वीडियो को शेयर किया गया है और कैप्शन में लिखा गया है 'यूक्रेन के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि Russian Army के अटैक में उनके 57 लोग मारे गए। जब समाचार चैनल यह दिखा रहे थे तो इन 57 मृत शरीरों में से एक अपने ऊपर ढके हुए कवर को ठीक कर रहा था। दुनिया को बेवकूफ बनाने में सभी देशों की महारत है'।
फ़ैक्ट चेक
बूम ने पहले भी इस वीडियो की पड़ताल की थी. तब इस वीडियो को यह बताते हुए शेयर किया गया था कि यूक्रेनी न्यूज़ चैनल ने रूसी हमले में लोगों के मौत की झूठी खबर फैलाई.
हालांकि अभी शेयर हुए वीडियो को क्रॉप किया गया है जिसकी वजह से चैनल और रिपोर्टर का नाम नहीं दिख रहा है लेकिन पहले शेयर किए गए वीडियो में रिपोर्टर का नाम Marvin Bergauer और चैनल का नाम OE24.TV साफ़ साफ़ दिखाई दे रहा था.
इसलिए हमने रिपोर्टर के नाम को गूगल पर सर्च किया तो हमें उनके फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट का लिंक मिला. उनके फ़ेसबुक अकाउंट पर हमें जर्मन भाषा में लिखा एक पोस्ट मिला.
रिपोर्टर ने करीब 2 सप्ताह पहले यह फ़ेसबुक पोस्ट लिखा था जिसमें उन्होंने कहा कि कुछ हफ्ते पहले शूट किया गया ये वीडियो काफ़ी वायरल हो रहा है. यह दावा किया जा रहा है कि मैं यूक्रेन में हो रही मौतों के बारे में बात कर रहा हूं जबकि यह वीडियो Fridays For Future द्वारा वियना में आयोजित किया गए विरोध प्रदर्शन का है.
हमें oe24 चैनल पर अपलोड किया गया यह वीडियो भी मिला. इसे 4 फ़रवरी 2022 की शाम को अपलोड किया गया था. जबकि रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध की शुरुआत ही करीब 17 दिन पहले हुई है. साथ ही असली वीडियो में रिपोर्टर अंग्रेजी भाषा में न बोलकर जर्मन भाषा में रिपोर्टिंग करता हुआ दिखाई दे रहा है.
यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की के नाम से वायरल इस वीडियो का सच क्या है?