Russia-Ukraine Crisis: क्या यूक्रेनी न्यूज़ चैनल ने लोगों के मौत की झूठी खबर फैलाई?
बूम ने पाया कि यह वीडियो रूस और यूक्रेन के मध्य शुरू हुए युद्ध से थोड़े दिनों पहले का है. पूरा सच जानिए इस रिपोर्ट में.
बीते 12 दिन से लगातार यूक्रेन (Ukraine) पर रूस (Russia) का हमला जारी है जिसमे हज़ारों लोगों की मौत हो चुकी है. इसी बीच सोशल मीडिया पर एक विदेशी न्यूज़ चैनल का वीडियो वायरल हो रहा है. वीडियो को शेयर करते हुए यह दावा किया जा रहा है कि यूक्रेनी न्यूज चैनल ने रूसी हमले के बीच लोगों के मौत की झूठी खबर फैलाई है.
वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक न्यूज चैनल का रिपोर्टर माइक लेकर कैमरे के सामने रिपोर्टिंग कर रहा है. रिपोर्टर के पीछे काले रंग के बैग में कुछ लाशें दिख रही हैं. तभी बैग में लिपटा एक शख्स अचानक से बैग को ठीक करता हुआ दिखाई देता है. तभी वहां मौजूद एक व्यक्ति उस शख्स की मदद के लिए तेज़ी से आता है और उसको ढक कर चला जाता है.
सोशल मीडिया पर इसे शेयर कर दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो यूक्रेन का है और वहां के न्यूज़ चैनल झूठी खबर फैला रहे हैं.
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फ़ेसबुक और ट्विटर पर इस वीडियो को बहुत शेयर किया गया है.
प्रदीप उपाध्याय नाम के एक यूज़र ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा 'रशिया की बम बारी में बेगुनाह नागरिक कैसे बेवजह मारे गये इसकी खबर देते समय एक लाश ने अपनी चादर ठीक ठाक की…वह अद्भुत क्षण…!!! आज पता चला यूक्रेन में भी एन डी टी वी है'.
वहीं एक और फ़ेसबुक यूज़र ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा 'रशिया की बम बारी में बेगुनाह नागरिक कैसे बेवजह मारे गए इसकी खबर देते समय एक लाश ने अपनी चादर सही की…'.
रशिया की बम बारी में बेगुनाह नागरिक कैसे बेवजह मारे गए इसकी खबर देते समय एक लाश ने अपनी चादर सही की...🙄🙄🙄
Posted by रोहित ठाकुर on Saturday, 5 March 2022
इसके अलावा कई फ़ेसबुक ग्रुप में भी इस वीडियो को शेयर किया गया है.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने इस वीडियो को ध्यानपूर्वक देखा तो पाया कि वीडियो में रिपोर्टर का नाम Marvin Bergauer और चैनल का नाम OE24.TV दिखाई दे रहा है. साथ ही वीडियो में एक हेडलाइन भी दिख रही है जिसमें लिखा हुआ है Wien: Demo Gegen Klimapolitik.
हमने सबसे पहले रिपोर्टर का नाम गूगल पर सर्च किया तो हमें उनके फ़ेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट का लिंक मिला. उनके फ़ेसबुक अकाउंट पर हमें जर्मन भाषा में लिखा एक पोस्ट मिला.
पोस्ट को गूगल पर ट्रांसलेट करने पर पता चला कि उन्होंने लिखा है 'कुछ हफ्ते पहले शूट हुए वीडियो जिसमें मैं वियना में चल रहे Fridays For Future विरोध प्रदर्शन के बारे में बात कर रहा था, वह वायरल हो रहा है। एक नए अध्ययन के अनुसार, भविष्य में ऑस्ट्रिया में हर दिन जलवायु की वजह से 49 मौतें होंगी। एफएफएफ ने इसे प्रतीकात्मक रूप से दर्शाने के लिए खुद को लाशों के रूप में चित्रित किया। जब मैं एक रिपोर्टर के रूप में बोल रहा था तब "लाशों" के रूप में लिटा हुआ एक व्यक्ति थोड़ी देर खड़ा होना चाहता था'.
आगे उन्होंने लिखा कि पहले पूरी दुनिया के लोगों को लगा कि यह कोरोना काल का है लेकिन अब कई रूसी मीडिया इसे फिर साझा कर रहे हैं और वे दावा कर रहे हैं कि मैं यूक्रेन में हो रही मौतों के बारे में दावा कर रहा हूं और यह इस बात का प्रमाण है कि रूसी उतने क्रूर नहीं हैं जितना कि पश्चिमी मीडिया दावा करता है. यह मेरी समझ से परे है कि कितने लाखों लोग सोशल मीडिया पर जो कुछ भी देखते हैं उस पर बिना किसी संदर्भ के विश्वास कर लेते हैं हैं.
इसके बाद हमने वीडियो में दिख रही हेडलाइन को गूगल सर्च किया तो हमें oe24 चैनल का वह वीडियो भी मिला जो 4 फ़रवरी 2022 की शाम को अपलोड किया गया है. जबकि रूस और यूक्रेन के बीच हो रहे युद्ध की शुरुआत ही करीब 12 दिन पहले हुई है.
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