वृद्ध रिक्शा चालक की सालों पुरानी तस्वीर को हालिया बताकर शेयर किया गया
बूम ने अपनी जांच में पाया कि यह तस्वीर साल 2015 से इंटरनेट पर मौजूद है और ठंड के कारण रिक्शा चालक की मौत की किसी भी घटना से संबंधित नहीं है.
भारत के उत्तरी भाग में कड़ाके की ठण्ड के बीच एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल है. इस तस्वीर में एक वृद्ध रिक्शा चालक मृत अवस्था में रिक्शा पर नज़र आता है. सोशल मीडिया यूज़र्स इस तस्वीर को भावनात्मक संदेश के साथ हाल के दिनों की बताकर शेयर कर रहे हैं.
हालांकि, बूम ने पाया कि वायरल तस्वीर के साथ किया जा रहा दावा भ्रामक है. यह तस्वीर सोशल मीडिया पर साल 2015 से मौजूद है.
वेरिफ़ाईड ट्विटर हैंडल ट्राइबल आर्मी ने 9 जनवरी 2023 को तस्वीर शेयर करते हिये ट्वीट किया, "ठंड में इंतजार एक सवारी का था। मसला दो रोटी का था। मौत ने दोनों सवाल ही खत्म कर दिए। दुखद."
ट्वीट का आर्काइव वर्ज़न यहां देखें.
खान सर जीएस रिसर्च सेंटर पटना नाम के फ़ेसबुक पेज पर पोस्ट की गई तस्वीर के साथ कैप्शन दिया गया है, "क्या जिंदगी है यार,, कभी भी कुछ भी हो सकता है. ठंड में इंतजार एक सवारी का था और मसला दो रोटी का. मौत ने दोनों सवाल ही ख़त्म कर दिए."
पोस्ट यहां देखें.
कई फ़ेसबुक यूज़र्स ने तस्वीर को हालिया बताकर शेयर किया. यहां, यहां और यहां देखें.
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फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च की मदद से खोजा तो खोज परिणाम में यह तस्वीर बीते सालों में हूबहू दावे के साथ सोशल मीडिया पर अपलोड हुई मिली. इससे स्पष्ट हो गया ठण्ड से रिक्शा चालक की हाल के दिनों में हुई मौत का दावा ग़लत है.
हमें जांच के दौरान नवंबर 2020 का एक ट्वीट और जनवरी 2020 का फ़ेसबुक पोस्ट मिला जिसमें इसी तस्वीर को पोस्ट किया गया था, और हूबहू कैप्शन दिया गया था जिस कैप्शन के साथ वर्तमान में तस्वीर वायरल है.
हमने जांच को आगे बढ़ाते हुए संबंधित कीवर्ड के साथ तस्वीर को रिवर्स इमेज सर्च पर खोजा तो यही तस्वीर शुभम शेखर नाम के फ़ेसबुक यूज़र्स के 12 दिसंबर 2015 के पोस्ट में मिली.
शुभम शेखर के पोस्ट में दी गई जानकारी के मुताबिक़, यह तस्वीर बिहार के पटना एयरपोर्ट के पास की है, और रिक्शा चालक की मौत दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुई थी.
इसके अलावा, नेशनल न्यूज़ स्टोरी नाम के फ़ेसबुक पेज पर भी यह तस्वीर 16 दिसंबर 2015 को पोस्ट हुई मिली. इस पोस्ट में भी वृद्ध रिक्शा चालक की मौत का कारण दिल का दौरा बताया गया है.
हमने विभिन्न कीवर्ड्स की मदद से इस घटना से जुड़ी मीडिया रिपोर्ट्स खोजी लेकिन हमें कोई रिपोर्ट नहीं मिली.
चूंकि, वायरल तस्वीर साल 2015 से सोशल मीडिया पर मौजूद है, ऐसे में हाल के दिनों में रिक्शा चालक की मौत से जोड़कर वायरल इस तस्वीर के साथ किया दावा ख़ारिज हो जाता है.
हालांकि, बूम स्वतंत्र रूप से पुष्टि नहीं करता कि वास्तव में तस्वीर कब और कहां की है.
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