करीब दो साल पुराना वीडियो मौजूदा ज्ञानवापी मुद्दे से जोड़कर वायरल
बूम ने पाया कि वायरल हो रहा दावा गलत सन्दर्भ में शेयर किया जा रहा है.
वाराणसी के ज्ञानवापी मस्जिद में कोर्ट के आदेश के बाद हुए सर्वे में कथित शिवलिंग मिलने का मुद्दा सुर्ख़ियों में है. इसी बीच सोशल मीडिया पर ज्ञानवापी मस्जिद (Gyanvapi) से जोड़कर कई फ़ोटोज और वीडियो वायरल हो रहे हैं.
ऐसा ही एक वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर काफ़ी वायरल है, जिसे शेयर करते हुए दावा किया जा रहा है कि मस्जिद में शिवलिंग मिलने के बाद वाराणसी के लोगों ने मंजीरे और डमरू बजाकर जश्न मनाया. वायरल हो रहे वीडियो में कई लोगों डमरू और मंजीरा बजाते हुए देखा जा सकता है.
त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब देब के नाम से फ़र्जी बयान सोशल मीडिया पर वायरल
वायरल वीडियो को कई सोशल साइट्स पर शेयर किया गया है.
विनीत कुमार शर्मा राष्ट्रवादी नाम के फ़ेसबुक यूज़र ने इस वीडियो को अपने अकाउंट से शेयर करते हुए लिखा है 'आज बनारस के हर एक गली में उत्सव का माहौल है !! बम बम बोल रहा है काशी ज्ञानवापी मस्जिद के बजू खाने में जहाँ शिवलिंग मिला है वो जगह सील होगी - वाराणसी कोर्ट'.
वायरल पोस्ट यहां, यहां और यहां देखें.
फ़ैक्ट चेक
बूम ने वायरल हो रहे वीडियो की पड़ताल के लिए रिवर्स इमेज सर्च और कीवर्ड का सहारा लिया तो हमें एक यूट्यूब पेज पर यह वीडियो मिला.
अभिषेक श्रीवास्तव नाम के यूट्यूब पेज से इस वीडियो को 12 अगस्त 2019 को अपलोड किया गया था.
यूट्यूब पर अपलोड किए गए इस वीडियो का टाइटल अंग्रेज़ी में लिखा हुआ है, जिसका हिंदी अनुवाद है 'वाराणसी में मंजीरा डमरू जुलूस'. साथ ही वीडियो के डिस्क्रिप्शन में लिखा हुआ है 'ये बनारस है यहां शिव भी मगन हो जाते है, हर हर महादेव'.
हमें यही वीडियो वर्ष 2021 में किये गए कई फ़ेसबुक पोस्ट्स पर भी मिला.
अन्य पोस्ट्स यहाँ और यहां देखें.
हालाँकि हम यह नहीं पता लगा पाए कि यह वीडियो वास्तव में किस जगह का है और इसे कब शूट किया गया था पर हमारी जांच में यह साफ़ हो गया कि वायरल वीडियो करीब 2 साल पुराना है और इसका मौजूदा ज्ञानवापी मुद्दे से कोई लेना देना नहीं है.