नोएडा में बुर्का पहने युवक के पकड़े जाने का गलत सांप्रदायिक दावा, जानें सच
बूम ने जांच में पाया कि यह वीडियो मई 2025 का राजस्थान के अजमेर का है, जब एक हिंदू युवक अपनी प्रेमिका से मिलने के लिए बुर्का पहनकर गया था.

सोशल मीडिया पर बुर्का पहने युवक का वीडियो गलत सांप्रदायिक दावे से वायरल है. कुछ लोग उससे अपने चेहरे से कपड़ा हटाने के लिए कहते हैं. यूजर वीडियो को लेकर दावा कर रहे हैं कि दिल्ली की ज्योतिनगर इलाके की घटना के बाद नोएडा में एक मुस्लिम युवक बुर्का पहने पकड़ा गया है.
बूम ने जांच में पाया कि वायरल वीडियो मई 2025 का है और राजस्थान के अजमेर से जुड़ा है. वहां एक हिंदू युवक अपनी प्रेमिका से मिलने के लिए बुर्का पहनकर पहुंचा था, तब स्थानीय लोगों ने उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया. पुलिस ने बूम से बातचीत में इसकी पुष्टि की.
दिल्ली के ज्योति नगर इलाके में 23 जून 2025 को नेहा नाम की एक युवती की उसके घर की पांचवीं मंजिल की छत से धक्का देकर हत्या कर दी गई थी. पुलिस ने आरोपी तौफीक को उत्तर प्रदेश के रामपुर से गिरफ्तार किया है.
सोशल मीडिया पर दावा क्या है?
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स और फेसबुक पर यह वीडियो इस दावे से वायरल है कि नोएडा के एक अपार्टमेंट में एक मुस्लिस शख्स बुर्का पहन कर घुस गया.
UP में नेहा के बाद अब ये अब्दुल किस दूसरी नेहा की जान लेने की फिराक में था??
— MANOJ SHARMA LUCKNOW UP🇮🇳🇮🇳🇮🇳 (@ManojSh28986262) June 25, 2025
नोएडा के एक अपार्टमेंट में अब्दुल बुर्का पहन के घुसा, मर्द को भी बुर्का अलाउड कर दिया है क्या??
नेहा की हत्या भी बुर्का पहनकर की थी एक मुसलमान ने !!
ये वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है !!… pic.twitter.com/9S0pQJZscf
पड़ताल में क्या मिला:
बूम ने फैक्ट चेक में पाया कि वायरल वीडियो अजमेर का है. मई 2025 में एक हिंदू युवक बुर्का पहनकर अपनी प्रेमिका से मिलने पहुंचा था.
1. वीडियो अजमेर का है
बूम ने दावे की पड़ताल के लिए वायरल वीडियो के कुछ कीफ्रेम को गूगल लेंस से सर्च किया. हमें कई मीडिया आउटलेट पर मई 2025 की इस घटना की खबर मिली. इनमें वायरल वीडियो वाले विजुअल भी हैं.
नवभारत टाइम्स की 20 मई 2025 की रिपोर्ट के अनुसार, राजस्थान के अजमेर जिले के दरगाह क्षेत्र स्थित खादिम मोहल्ला में बुर्का पहने एक युवक को पकड़ा गया था. स्थानीय निवासियों को संदेह होने पर उन्होंने युवक से पूछताछ की और उसे पकड़कर पुलिस को सौंप दिया था.
पुलिस ने युवक को शांति भंग करने के आरोप में हिरासत में लिया था. रिपोर्ट में दरगाह पुलिस स्टेशन के थानाधिकारी दिनेश जीवनानी के हवाले से बताया गया कि युवक रामगंज निवासी है और उसका नाम देव है. वह किसी लड़की से मिलने के इरादे से बुर्का पहनकर आया था.
अमर उजाला, राजस्थान पत्रिका और ईटीवी भारत की रिपोर्ट में भी इसी जानकारी के साथ युवक का नाम देव बताया गया.
2. पुलिस ने युवक के हिंदू होने की पुष्टि की
बूम से बातचीत में अजमेर जिले के दरगाह थाना प्रभारी इंस्पेक्टर दिनेश कुमार जीवनानी ने बताया, "यह एक महीने पुराना मामला है, वह लड़का हिंदू है और एक लड़की से मिलने के लिए ऐसा भेष बनाकर आया था. शांति भंग के आरोप में लड़के को गिरफ्तार कर एग्जीक्यूटिव मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जहां से उसे बॉन्ड पर छोड़ दिया गया था.”
निष्कर्ष : वायरल वीडियो अजमेर की एक घटना का है. इसे लेकर नोएडा में किसी सांप्रदायिक घटना के होने का जो दावा किया जा रहा है वह पूरी तरह से गलत है.